‘नो डील ब्रेक्जिट’ के बाद ब्रिटेन ट्रम्प की अमरिका के अधीन रहेगा – फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष मॅक्रॉन की फटकार

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरपैरिस/लंदन: यूरोपिय महासंघ से बाहर निकलते समय ब्रिटेन ने ‘नो डील’ का विकल्प अपनाया तो यह देश डोनाल्ड ट्रम्प के अमरिका का कनिष्ठ भागीदार एवं अधीन होकर रहेगा, ऐसी जहरिली आलोचना फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष इमैन्युएल मॅक्रॉन ने की है| ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन की भेंट होने से पहले यह आलोचना करने के साथ ही फ्रेन्च राष्ट्राध्यक्ष ने वर्तमान के ‘ब्रेक्जिट’ समझौते में किसी भी प्रकार का बदलाव मुमकिन नही है, यह इशारा भी दिया| बुधवार के दिन ब्रिटेन के प्रधानमंत्री जॉन्सन ने महासंघ को फटकार लगाते समय ‘आईरिश बैकस्टॉप’ रद्द किया तो ही बातचीत होगी, यह कहकर ‘ब्रेक्जिट’ का मुद्दा अपने लिए ‘डू ओर डाई’ की स्थिति होने की आक्रामक भूमिका अपनाई थी|

जुलाई महीने में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद की जिम्मेदारी स्विकारने के साथ ही जॉन्सन ने लगातार ‘ब्रेक्जिट’ के मुद्दे पर कडी निती अपनाई है| ‘नो डील ब्रेक्जिट’ के लिए ही अपने नेतृत्व की ब्रिटीश सरकार की प्राथमिकता रहेगी, ऐसा प्रधानमंत्री जॉन्सन लगातार कह रहे है| उन्होंने मंत्रिमंडल एवं सभी सरकारी विभागों को इसी नजरिए से तैयारी करने के स्पष्ट आदेश भी जारि किए है| साथ ही यूरोपिय महासंघ को दिए इशारें एवं पत्रों से भी खुले आम ‘नो डील’ का ही पुरस्कार करके किसी भी स्थिति में ब्रिटेन महासंघ से बाहर निकलेगा ही, यह कहा है|

जॉन्सन ने महासंघ के उद्देश्य से लिखे पत्र एवं ट्विटर में प्रसिद्ध किए व्हिडिओ में ‘आईरिश बैकस्टॉप’ का प्रावधान रद्द करने की मांग की है| यह प्रावधान रद्द करने पर ही नए विकल्प के बारे में चर्चा मुमकिन है, यह इशारा भी ब्रिटीश प्रधानमंत्री ने दिया है| साथ ही ३१ अक्तुबर या उससे पहले ब्रिटेन को महासंघ से बाहर निकालने के लिए हम कटिबद्ध है और उसके बाद ब्रिटेन को दुनिया में सर्वोत्तम राष्ट्र बनाने की कोशिश करेंगे, इन शब्दों में उन्होंने अपनी भूमिका रखी|

महासंघ एवं उसके सदस्य देशों ने भी जॉन्सन की भूमिका पर लगातार आलोचना करके उनकी निती गैरजिम्मेदाराना होने के आरोप रखे है| इस पृष्ठभूमि पर जॉन्स ने अपनी भूमिका रखने के लिए पिछले २४ घंटों में महासंघ के प्रमुख जर्मनी और फ्रान्स इन देशों के साथ बातचीत करने का विकल्प चुना है| लेकिन, इन दोनों प्रमुख देशों के प्रमुखों ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने अपनाई भूमिका अडियल है, यह आरोप करके ‘नो डील’ का विकल्प छोडने की चेतावनी दी है|

जर्मनी की चान्सेलर एंजेला मर्केल ने जॉन्सन अगले ३० दिनों में ‘आईरिश बैकस्टॉप’ को विकल्प दे, यह मांग की है| चान्सेलर मर्केल की मांग पर जवाब देते समय ब्रिटीश प्रधानमंत्री ने ‘वुई विल मैनेज’ यह कहकर इसी दिशा में कोशिश करने के संकेत दिए है| मर्केल ने ‘ब्रेक्जिट’ संबंधी अपनी भूमिका सौम्य रखी है, फिर भी फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष इमैन्युएल मॅक्रॉन ने जॉन्सन को अच्छी फटकार लगाई है|

ब्रेक्जिट के मुद्दे पर इसके आगे बातचीत या विकल्प के तौर पर अन्य समझौता करना मुमकिन नही है, यह कहकर फ्रेंच राष्ट्राध्यक्ष ने ‘नो डील’ के मुद्दे पर जॉन्सन को फटकारा है| ‘ब्रिटेन यह दुनिया में प्रमुख और अहम स्थान का देश है| लेकिन, यूरोपिय महासंघ के साथ किसी भी प्रकार का समझौता किए बिना बाहर निकले तो ब्रिटेन को अमरिका का कनिष्ठ भागीदार के तौर पर ही रहना होगा| साथ ही महासंघ छोडने के बाद ब्रिटेन डोनाल्ड ट्रम्प की अमरिका के अधिन बनकर रहेगा’, ऐसे कटु शब्दों में मॅक्रॉन ने आलोचना की है|

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