इस्रायल और पैलेस्टिनी के बीच तनाव बढ़ा

जेरूसलम – इस्रायल के अंदरुनि रक्षा मंत्री ग्वीर टेंपल के टेंपल माऊंट जाने पर तीव्र प्रतिक्रियाएं प्राप्त हुई हैं। तुर्की और सौदी अरब ने इसकी बड़ा सख्त निषेध किया। इसी दौरान हमास ने यह आरोप लगाया है कि, साथ ही इस्रायल ने किया यह एक हमला हैं। लेकिन, बेन ग्वीर ने वहां इस्रायल का नियंत्रण हैं, यही साबित हुआ है यह कहकर इसपर संतोष व्यक्त किया। साथ ही इस क्षेत्र के लिए अधिक आर्थिक प्रावधान करने का आवाहन ग्वीर ने इस्रायली सरकार से किया है। 

इस्रायल और पैलेस्टिनी ज्यू धर्मियों के लिए पावन टेंपल माऊंट और इस्लाम धर्मियों के लिए पाव अल अक्सा प्रार्थना स्थल के मुद्दे पर इस्रायल का पैलेस्टिन एवं खाड़ी देशों से गंभीर विवाद है। वर्ष १९६७ में छह दिन चले युद्ध में इस्रायल ने जॉर्डन से यह भूमि हथियाई थी। इसके बाद यहां इस्रायल का प्रशासन हैं, फिर भी अल अक्सा का व्यवस्थान जॉर्डन संभाल रहा था। ज्यू धर्मियों को वहां प्रवेश दिया जा रहा था। लेकिन, वहां उन्हें प्रार्थना करने की अनुमति नहीं मिली थी। इस व्यवस्था के विरोध में इस्रायल में समय समय पर असंतोष व्यक्त किया जा रहा था। इसी दौरान इस्रायल अल अक्सा पर हमारा अधिकार छिन रहा हैं, यह आरोप पैलेस्टिनी संगठनों ने लगाया था।

पिछले कुछ महीनों से इसी मुद्दे पर शुरू हुआ विवाद अधिक बिगड़ रहा हैं। जनवरी महीने में जॉर्डन के राजदूत को इस्रायली यंत्रणाओं ने इस प्रार्थनास्थल में प्रवेश करने से रोका था। इसपर जॉर्डन ने तीव्र प्रतिक्रिया दर्ज़ की थी। यहां इस्रायल विरोधी प्रदर्शन कर रहें हमास और अन्य चरमपंथी संगठनों के हस्तक है, यह कहकर इस्रायली उनके विरोध में सख्त कार्रवाई की थी। इसपर भी जॉर्डन ने इस्रायल को भयंकर परिणामों की चेतावनी दी थी। इन परिणामों के लिए पुरी तरह से इस्रायल ही ज़िम्मेदार होगा, ऐसी चेतावनी भी जॉर्डन ने दी थी।

इस पृष्ठभूमि पर इस्रायल के जहाल नेता और अंदरुनी रक्षा मंत्री बेन ग्वीर ने टेंपल माउंट पहुंचना बड़ी विवादित घटना बनी है। जॉर्डन, सौदी अरब, तुर्की ने इसका निषेध किया है। वहीं, पैलेस्टिनियों की जहाल संगठन हमस ने यह इस्रायल ने हमपर किया हमला ही हैं, ऐसा बयान किया है। इस वजह से पैलेस्टिनी संगठन इसके विरोध आक्रामक गतिविधियां करने की संभावना बढ़ी हैं। इसी बीच बेन ग्वीर ने किया बयान इस विवाद को अधिक बढ़ता दिख रहा है।

हमास की धमकियों की परवाह किए बिना हम टेंपल माउंट पहुंचे, यह एक ही बात यहां इस्रायल का नियंत्रण साबित करती है, ऐसा बेन ग्वीर ने कहा। इसके लिए कोशिश कर रहें इस्रायली रक्षा बलों की ग्वीर ने सराहना की। साथ ही हमास के धमकियों की इस्रायल परवाह नहीं करता, यह इससे स्पष्ट होने का दावा भी बेन ग्वीर ने किया। इस वजह से इस्रायल और पैलेस्टिनि संगठनों का नया संघर्ष शुरू होने की संभावना बढ़ी है।

कुछ दिन पहले ही इस्लामिक जिहाद ने गाज़ा से इस्रायल पर १,२०० से अधिक रॉकेटस्‌‍ और मॉर्टर की बौछार की थी। इसके जवाब में इस्रायल ने गाज़ा मे इस्लामिक जिहाद के ठिकानों पर हमले किए थे। पांच दिन चले इस संघर्ष में इस्लामिक जिहाद के पांच कमांडर्स और अन्य आतंकी मारे गए थे। लेकिन, इनके साथ इन हमलों में पैलेस्टिनि नागरिक भी मारे गए हैं, यह कहा जा रहा है। वहीं, इस्रायली रक्षा ब लों ने किए सटिक हमलों के कारण हमारे शत्रुओं को उचित चेतावनी मिली है, ऐसा दावा इस्रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने किया था। ऐसे में इस्रायल के विदेश मंत्री एली कोहेन ने इस्लामिक जिहाद के साथ युद्ध विराम किया गया हो, फिर भी इस्रायल की कार्रवाई रुकेगी नहीं, यह कहा था।

ऐसी स्थिति में बेन ग्वीर के टेंपल माउंट पहुंचने से इस्रायल और पैलेक्टिन के बीच नए से तनाव बढ़ता दिख रहा है। सीर्फ पैलेस्टिनि संगठन ही नहीं, बल्कि जॉर्डन, सौदी, तुर्की ने भी इसपर तीव्र प्रतिक्रिया दर्ज़ करने से इसकी गंभीरता अधिक बढ़ती दिख रही है। 

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