यूक्रेन मुद्दे पर चीन ने अपनाई भूमिका बदलने में फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष मैक्रॉन असफल हुए – अमरीका और यूक्रेन के माध्यमों का दावा

बीजिंग/मास्को – फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष इमैन्युएल मैक्रॉन ने रशिया-यूक्रेन युद्ध के मुद्दे पर चीन को चेतावनी देने का वृत्त कुछ दिन पहले प्रसिद्ध हुआ था। इसमें राष्ट्राध्यक्ष मैक्रॉन चीन की हुकूमत को यूक्रेन संघर्ष पर अपनाई भूमिका बदलने के लिए राजी करेंगे, ऐसे संकेत दिए गए थे। लेकिन, फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष इस कोशिश में सफल नहीं हो सके हैं, ऐसा दावा अमरीका और यूक्रेन के माध्यमों ने किया है। उल्टा मैक्रॉन के इस दौरे के बीच में चीन के प्रवक्ता ने यूक्रेन युद्ध के लिए नाटो ही ज़िम्मेदार होने का आरोप लगाकर पश्चिमी देश चीन को लेक्चर ना दे, ऐसा सुनाया है।

राष्ट्राध्यक्ष मैक्रॉनरशिया-यूक्रेन संघर्ष में यूक्रेन के समर्थन में खड़े हुए पश्चिमी देश विश्व के अन्य देशों को भी रशिया के विरोध में खड़े होने के लिए मज़बूर कर रहे हैं। लेकिन, इस दबाव तंत्र को चीन, भारत के साथ खाड़ी, अफ्रीकी एवं लैटिन अमरीका के प्रमुख देशों ने अनदेखा किया है। यूरोप और चीन के बीच व्यापक स्तर पर आर्थिक एवं व्यापारी संबंध होने के कारण यूरोपिय देशों को चीन पर दबाव बनाना कठिन हो रहा है। लेकिन, फिर भी पिछले कुछ महीनों में जर्मनी, स्पेन और फ्रान्स जैसे प्रमुख देशों ने चीन का दौरा करके उसकी भुमिका में बदलाव करने की कोशिश शुरू की है।

राष्ट्राध्यक्ष मैक्रॉनलेकिन, रशिया के साथ आर्थिक, व्यापारी एवं सामरिक नज़रिये से नज़दिकियां रखनेवाले चीन ने रशिया के साथ जारी सहयोग बिगाड़ने से इन्कार किया है। उल्टा पश्चिमी देशों के साथ पुरे विश्व में रशिया-यूक्रेन युद्ध विराम के लिए कोशिश करनेवाले देश के तौर पर अपनी छबि बनाने की गतिविधियां चीन ने शुरू की हैं। इसके लिए चीन ने एक शांति प्रस्ताव भी रखा और पश्चिमी देश इसका स्वीकार करें, ऐसी भूमिका भी चीन ने अपनाई है। लेकिन, अमरीका और यूरोपिय देशों ने इसका समर्थन नहीं किया। 

इस पृष्ठभूमि पर मैक्रॉन के दौरे पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नज़रे लगी थी। लेकिन, चीन ने फ्रेंच राष्ट्राध्यक्ष की गुहार पर प्रतिक्रिया नहीं दी हैं, यह बात माध्यमों ने प्रदान किए वृत्त से स्पष्ट हो रही है। उल्टा उनके इस दौरे के बीच में ही चीन के विदेश विभाग के प्रवक्ता माओ निंग ने यूक्रेन के मुद्दे को लेकर पश्चिमी देशों पर आग उगली। यूक्रेन समस्या के लिए अमरीका और नाटो का सैन्य गठबंधन ही ज़िम्मेदार होने का आरोप निंग ने लगाया। वहीं, रशिया में नियुक्त चीन के राजदूत ने यूक्रेन मुद्दे पर हमें सूचना करने का अधिकार पश्चिमी देशों को ना होने की चेतावनी दी। 

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