सुदान की सेना ने चर्चा का प्रस्ताव ठुकराने के बाद, खार्तूम में हुए हवाई हमले में 18 लोगों की मृत्यु – सुदान स्थित लिबियन दूतावास पर हमला, लूटमार

कैरो/खार्तूम – सुदान की राजधानी खार्तूम फिर एक बार हवाई हमलों से दहल गई होकर, इनमें 18 लोगों की जानें गईं। सुदान की सेना ने निमलष्करीदल के स्थान पर की कार्रवाई में यह जीवितहानी होने का दावा किया जाता है। सेना और निमलष्करीदल के बीच की चर्चा नाक़ाम हो जाने के बाद खार्तूम में यह हमला हुआ। साथ ही, सशस्त्र जवानों ने राजधानी खार्तूम स्थित लिबिया के दूतावास पर हमला करके वहाँ लूटमार की, ऐसी जानकारी सामने आयी है।

पिछले छह हफ़्तों से सुदान में सेना और ‘रैपिड सपोर्ट फोर्सेस’ अर्थात् निमलष्करीदल के बीच सत्तासंघर्ष भड़का है। सुदान की सेना ने, देश में चुनाव लेकर यहाँ की व्यवस्था लोकतंत्रवादी सरकार के हाथों सौंपने की तैयारी की थी। लेकिन निमलष्करीदल ने इसका विरोध करके सेना के ख़िलाफ़ संघर्ष का ऐलान किया। उसके बाद सुदान में ज़ोरदार गृहयुद्ध छिड़ गया है। इस संघर्ष में 750 से अधिक लोगों की जानें गईं होकर, संयुक्त राष्ट्रसंघ के दस कर्मचारियों का उनमें समावेश होने का दावा किया जाता है।

अमरीका, सऊदी अरब और अफ़्रीकी महासंघ ने मध्यस्थता करके सुदान की सेना तथा निमलष्करीदल के बीच संघर्षबंदी लागू की थी। पिछले महीनेभर में हर बार इस संघर्षबंदी का उल्लंघन हुआ है। इसके बावजूद भी, संघर्षबंदी की अवधि बढ़ाने के लिए सुदान के दोनों गुट तैयार हुए थे। लेकिन बुधवार को सुदान के सेना ने निमलष्करीदल के साथ चर्चा का प्रस्ताव ठुकराया। निमलष्करीदल ने संघर्षबंदी का उल्लंघन किया होने का आरोप सेना ने किया है।

इसके चंद कुछ घंटों में ही, राजधानी खार्तूम गुरुवार को हवाई हमलों के साथ साथ तोपों की मार से दहल गई। यहाँ के बाज़ार इलाक़े में ज़ोरदार हमले हुए। इनमें 18 लोगों की जानें गई और 106 लोग घायल हुए। इस हमले के लिए सुदान के ये दोनों गुट एक-दूसरे पर आरोप कर रहे हैं। लेकिन सुदान में मानवाधिकारों के उल्लंघन के लिए दोनों गुट ज़िम्मेदार हैं, ऐसी आलोचना अमरीका कर रही है।

इसी बीच, तुर्की के बाद सुदान स्थित लिबिया के दूतावास पर भी हमलें हुए। कुछ हथियारबंद जवानों ने लिबियन दूतावास की ईमारत में घुसकर तोड़फोड़ तथा लुटमार की। इसपर लिबिया ने सुदान के पास चिंता ज़ाहिर की।

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