अमरिकी रक्षा विभाग ने ‘रेअर अर्थ’ खनिजों का भंडार करने की गतिविधियां शुरू की – मिसाइल एवं लडाकू विमानों के लिए आवश्यक ‘मैग्नेटस्’ जमा करने पर लगाया जोर

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरवॉशिंग्टन – रक्षा क्षेत्र के लिए जरूरी रेअर अर्थ मिनरल्सक्षेत्र में बना चीन का प्रभाव कम करने के लिए अमरिका ने शुरू की गतिविधियां तेज हुई है| अमरिकी रक्षा विभाग ने मिसाइल एवं लडाकू विमानों के लिए आवश्यक रेअर अर्थ मैग्नेटस्का कम से कम छह महीनों के लिए जरूरी भंडार करने के लिए प्रस्ताव पेश किया है| कुछ महीने पहले व्यापारयुद्ध की पृष्ठभूमि पर रेअर अर्थ मिनरल्सचीन के लिए प्रभावनी काउंटर वेपनसाबित हो सकता है और इसका प्रयोग भी हो सकता है, यह धमकी चीन ने जारी की थी|

अमरिकी रक्षा एवं तकनीकी क्षेत्र में रेअर अर्थ मिनरल्सका बडी मात्रा में हो रहा इस्तेमाल ट्रम्प प्रशासन के लिए अहम मुद्दा बना है| अमरिका में रेअर अर्थ मिनरल्सकी खदान शुरू होते हुए भी इस पर प्रकिया करने का काम चीन में होता है| इसके लिए अमरिका में माउंटन पास मटेरिअल्सयह कंपनी प्रति वर्ष करीबन ५० हजार टन खनिज चीन भेजकर दुबारा आयात करती है| अमरिका और चीन के बीच बढे तनाव का इस कंपनी के काम पर असर होने की संभावना है और ऐसे में रेअर अर्थ खनिज पाने के लिए अमरिका को तुरंत ही अन्य विकल्प तैयार करने की जरूरत बनी है

रक्षा क्षेत्र में जैव्हलीन मिसाइल्सएवं एफ३५जैसे प्रगत लडाकू विमानों में निओडायनिअम आयर्न बोरॉन(एनडीएफईबी) इस खनिज के मैग्नेटस्का बडी तादात में इस्तेमाल होता है| दुनिया में फिलहाल चीन और जापान ही इस मैग्नेटस्का सबसे अधिक उत्पाद करनेवाले देश है| जापान की हिताची मेटल्स लिमिटेडकंपनी यह मैग्नेटस् तैयार करने का पेटंट रखती है| वही, अमरिका में कार्यरत अर्बन मायनिंगकंपनी एनडीएफईबी मैग्नेटस्पर पुनःप्रक्रिया करती है| पर, असलियत में रेअर अर्थखनिजों के भंडार चीन में काफी मात्रा में है|

इस पृष्ठभूमि पर गौर करके अमरिकी रक्षा विभाग ने रखा प्रस्ताव ध्यान आकर्षिथ करता है| अमरिकी रक्षा विभाग ने फिलहाल इस प्रस्ताव के लिए एक करोड डॉलर्स का प्रावधान करने की बात स्पष्ट हुई है| जनवरी २०२० के आखरी दिन तक संबंधित उपक्रम संपर्क करें, यह निवेदन भी किया गया है| ‘एनडीएफईबी मैग्नेटस्का निर्माण करनेवाला अमरिका में एक ही कारखाना था और वह वर्ष २०१५ में ही बंद हो चुका है| इस कारखाने की मशिन्स भी बेची गई है| इस वजह से मात्र भंडार करने के बजाए अमरिकी रक्षा विभाग एडीएफईबी मैग्नेटस्के निर्माण के लिए नया कारखाना शुरू करें, यह सलाह अमरिकी उद्यमियों के गुट ने दी है|

रेअर अर्थ मिनरल्सनाम से जाने जा रहे १७ खनिजों के दुनिया के लगभग ३० प्रतिशत से भी अधिक भंडार मात्र चीन में होने का दावा होता है| फिलहाल दुनिया में उत्पादित हो रहे रेअर अर्थमें चीन का हिस्सा करीबन ९५ प्रतिशत है| वही, अमरिका के लिए आवश्यक ८० प्रतिशत रेअर अर्थ मिनरल्स चीन से आयात होते है| इससे पहले चीन ने वर्ष २०१० में जापान को रेअर अर्थ मिनरल्सप्रदान करना बंद किया था और जापानी नेतृत्व को घुटने के बल गिरने के लिए विवश किया था| अमरिका के विषय में भी चीन यही हरकत दोहराएगा, यह डर अमरिकी दायरे में व्यक्त हो रहा है|

जून महीने में अमरिकी रक्षा विभाग ने एक रपट संसद में पेश की थी| इस रपट में रेअर अर्थ मिनरल्सके बारे में अलग अलग संभावना, विकल्प और प्रस्ताव शामिल थे| अमरिका को इस संवेदनशील खनिज की कमी महसूस ना हो, इस लिए अतिरिक्त नीधि का प्रावधान करने की जरूरत है और संबंधित कंपनियां आपात्काल के लिए इन मिनरल्स का भंडार करें, यह सुझाव रखा गया था| अब इस मुद्दे पर नया प्रस्ताव रखा गया है|

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