अमरिका में घुसपैठ कर रहे अवैध शरणार्थियों का ‘डीएनए’ परीक्षण होगा – ट्रम्प प्रशासन का प्रस्ताव

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरवॉशिंगटन: अमरिका में अलग अलग सीमां से घुसपैठ करनेवाले शरणार्थियों का ‘डीएनए’ परीक्षण करने का प्रस्ताव ट्रम्प प्रशासन ने लाया है| अमरिका के अंदरुनि सुरक्षा विभाग (डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्युरिटी) और न्याय विभाग (जस्टिस डिपार्टमेंट) पर काम कर रहा है| ‘डिपार्टम्ंट ऑफ होमलैंड सिक्युरिटी’ के अधिकारियों ने दी जानकारी के अनुसार ऐसे ‘डीएनए’ परीक्षण से प्राप्त होनेवाली जानकारी ‘फेडरल ब्युरो ऑफ इन्व्हेस्टिगेशन’ (एफबीआई) के डेटाबेस में रखी जाएगी|

अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने राष्ट्राध्यक्ष पद की प्रचार सभा से अमरिका के अवैध शरणार्थियों का मुद्दा बडी आक्रामकता के साथ उठाया है| राष्ट्राध्यक्ष होने के बाद ट्रम्प ने देश से अवैध शरणार्थियों को बाहर निकालने के लिए कडे निर्णय किए है| इन निर्णयों पर हुए विरोध के बावजूद ट्रम्प अपनी भूमिका पर कायम है और शरणार्थियों के मुद्दे पर पीछे नही हटेंगे, यह आक्रामकता भी उन्होंने रखी है|

कुछ महीनों पहले राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने अंतर्गत सुरक्षा विभाग को अवैध शरणार्थियों के विरोध में शुरू मुहीम आक्रामक और व्यापक करने के आदेश दिए थे| इसके अनुसार देश के अलग अलग शहरों में छापे करके अवैध शरणार्थियों को भगाने का काम शुरू हुआ था| लेकिन, इसके बावजूद शरणार्थियों के झुंड और अवैध शरणार्थियों की घुसपैठ बरकरार रहने से अन्य विकल्पों की खोज शुरू हुई थी|

इससे पहले अमरिकी प्रशासन ने अपराधिक प्रवृत्ती के शरणार्थियों की ‘डीएनए’ जांच शुरू की थी| वर्ष २०१० में बनाए कुछ नियमों के आधार पर यह परीक्षण होता है| लेकिन, पिछले कुछ महीनों में इन परीक्षणों में कमी होने की तक्रार सामने आ रही थी| इस वजह से अब अमरिका में घुसपैठ करनेवाले सभी अवैध शरणार्थियों का ‘डीएनए’ परीक्षण करने का प्रस्ताव तैयार किया गया है और इसके लिए जरूरी काम शुरू है|

फिलहाल अमरिका में घुसपैठ करनेवाले अवैध शरणार्थियों के सीर्फ हाथ के निशान लेने का प्रावधान है| यह निशान और उसकी जानकारी बाद में केंद्रीय यंत्रणा को भेजी जाती है| यह डेटाबेस सभी प्रांत एवं स्थानिय स्तर की सुरक्षा यंत्रणा को उपलब्ध कराई जाती थी| सीमाक्षेत्र में सक्रिय होनेवाली टुकडीयों को इस प्रक्रिया का सही प्रशिक्षण भी दिया गया है| लेकिन, ‘डीएनए’ परीक्षण और इसके बाद उसपर नियंत्रण रखना कठीन काम होगा’, यह प्रतिक्रिया ‘बॉर्डर पेट्रोल’ विभाग से प्राप्त हुई है|

सभी अवैध शरणार्थियों का ‘डीएनए’ परीक्षण करने के लिए बडी संख्या में विशेषज्ञ, सुविधा एवं बडी यंत्रणा जरूरी है और इसके लिए काफी खर्च भी होगा, यह दावा सूत्रों ने किया है| यह सभी व्यवस्था रखने के लिए काफी समय लग सकता है और ऐसे परीक्षण के प्रावधान को न्यायालय एवं संसद में चुनौती मिल सकती है, यह भी कहा जा रहा है|

इस वर्ष के शुरू में मेक्सिको वॉल के मुद्दे पर भूमिका रखनेवाले ट्रम्प ने देश से एक करोड से अधिक अवैध शरणार्थियों को निकाल बाहर करने की धमकी दी थी| इस मुहीम के लिए ट्रम्प प्रशासन ने कई विकल्पों का विचार किया है और अब डीएनए परीक्षण भी इन्हीं में से एक हिस्सा होगा, यह कहा जा रहा है|

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