‘टेलिग्राम’ पर हुए सायबर हमले में चीन का हाथ – ‘टेलिग्राम’ के प्रमुख पावेल दुरौव का दावा

Third World Warदुबई/बीजिंग: दुनिया के लोकप्रिय सोशल मीडिया एप्स में से एक के तौर पर पहचाने जानेवाले टेलीग्राम पर बहुत बड़ा सायबर हमला होने की बात उजागर हुई है| बुधवार को हुए इस सायबर हमले के पीछे चीन का हाथ होने का दावा टेलीग्राम के प्रमुख पावेल दुरौव ने किया है| हॉंगकॉंग में चीन के विरोध में भड़के हुए प्रदर्शकों ने संपर्क के लिए टेलीग्राम एप का उपयोग किया, इस पृष्ठभूमि पर दुरौव ने किया दावा ध्यान केंद्रीत करता है|

६ वर्ष पहले पॉवेल दुरौव एवं उनके भाई निकोलाय दुरौव ने बर्लिन में ‘टेलीग्राम’ इस क्लाउड तंत्रज्ञान पर आधारित ‘इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप’ की शुरुआत की थी| संकेतिक कोड का उपयोग करके सुरक्षित ‘इंक्रिप्टेड’ मैसेज एवं मीडिया यह टेलीग्राम की महत्वपूर्ण विशेषता मानी जा रही है| एंड्रॉयड, आयओएस, विंडोस के साथ लिनक्स जैसे ‘ओपन सोर्स ऑपरेटिंग सॉफ्टवेयर’ होनेवाले उपलब्धता की वजह से टेलीग्राम दुनिया में लोकप्रिय एप्स में से एक पहचाना जाता है| फिलहाल दुनिया भर में ३० करोड़ से अधिक लोग इसका उपयोग करते हैं|

बुधवार को टेलीग्राम पर सायबर हमला होने की बात इस कंपनी के सोशल मीडिया पर डाले गए पोस्ट से बताई गई है| इस ऐप पर डीडीओएस, ‘डिस्ट्रीब्यूटर डिनायल ऑफ़ सर्व्हिस’ इस प्रकार का सायबर हमला होने की जानकारी इस पोस्ट द्वारा की गई है| अमरिका के साथ लैटिन अमरिकी देशों में टेलीग्राम का उपयोग करनेवालों को झटका लगा है| पर यह सेवा कुछ समय के लिए बंद रही है, फिर भी ऐप का उपयोग करनेवालों की जानकारी सुरक्षित होने का दावा कंपनी ने किया है|

सायबर हमले के इस पोस्ट के बाद टेलीग्राम के प्रमुख पावेल दूरौव ने इस संदर्भ में जानकारी देनेवाला निवेदन सोशल मीडिया पर प्रसिद्ध किया है| उसमें डीडीओएस प्रकार के हमले पर बोलते हुए इसमें उपयोग में आए हुए आईपी ऐड्रेस चीन के होने की बात दुरौव ने स्पष्ट की है| उस समय इस हमले की व्याप्ति देखते हुए इसके पीछे किसी एक देश का हाथ हो सकता है, इससे पहले भी दिखाई दिया है| ऐसा कहते हुए इसके पीछे चीन हो सकता है, ऐसे संकेत दिए हैं|

हॉंगकॉंग में चीन की हुकूमत के विरोध में शुरू प्रदर्शन अधिक व्यापक और तीव्र हो रहे है. कुछ दिन पहले निकाला गया ‘मिलियन मार्च’ और मंगलवार के दिन हुए प्रदर्शनों का आयोजन करने के लिए टेलिग्राम का इस्तेमाल होने की बात समझी जा रही है| टेलीग्राम का ग्रुप एडमिनिस्ट्रेटर होनेवाले एक व्यक्ति को चीन की सुरक्षा यंत्रणा ने कब्जे में लेने की खबर सामने आई है| इस पृष्ठभूमि पर दुरौव ने किया दावा महत्वपूर्ण है| चीन के विदेश मंत्रालय ने इस संदर्भ में कोई भी जानकारी नहीं है, ऐसा कहते हुए प्रतिक्रिया देने से इनकार किया है|

कुछ वर्षों पहले गूगल पर हुए बड़े सायबर हमले के पीछे चीन का हाथ होने की बात उजागर हुई थी| उसके पहले तथा उसके बाद भी अमरिका में बड़ी कंपनियां तथा सरकारी यंत्रणा पर होनेवाले सायबर हमलों के पीछे चीन होने की आशंका अमरिकी यंत्रणा से व्यक्त की जा रही थी| अमरिका की सायबर कमांड तथा नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में चीन से होनेवाले बढ़ते सायबर हमलों का स्पष्ट उल्लेख किया था|

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