तैवान, हाँगकाँग, झिंजियांग के मामलों में ‘जी ७’ देशों ने चीन को लगाई फटकार

लंदन/बीजिंग – हाँगकाँग, झिंजियांग और तिब्बत की जनता के मानव अधिकारों का उल्लंघन करना एवं तैवान के क्षेत्र में निर्माण हुए तनाव के लिए चीन के ज़िम्मेदार होने का आरोप ‘जी ७’ देशों ने लगाया है। इनमें से तैवान पर कब्ज़ा करने के लिए जारी चीन की गतिविधियों का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तीव्र विरोध किया जाएगा, यह इशारा भी ‘जी ७’ देशों ने दिया है। ‘जी ७’ तैवान के विषय पर किए बयानों पर चीन की तीव्र प्रतिक्रिया प्राप्त हुई है। तैवान संबंधित बेबुनियाद आरोप लगाकर ‘जी ७’ के देश चीन के अंदरुनि कारोबार में दखलअंदाज़ी कर रहे हैं, ऐसा आरोप चीन के विदेश मंत्रालय ने लगाया है।

लंदन में आयोजित औद्योगिक देशों की ‘जी ७’ बैठक में चीन को फटकार लगाई गई है। चीन अंतरराष्ट्रीय नियमों का पालन नहीं कर रहा है, ऐसी आलोचना ‘जी ७’ ने की है। इसके लिए ‘जी ७’ देशों के विदेशमंत्रियों ने हाँगकाँग, तिब्बत और झिंजियांग में हो रहे मानव अधिकारों के उल्लंघन का मुद्दा उपस्थित किया। झिंजियांग में उइगरवंशियों को उत्पीड़न शिविरों में कैद करके चीन उनके अधिकारों का हनन कर रहा है, यह आरोप ‘जी ७’ लगाया है।

इसी बीच ईस्ट और साउथ चायना सी में चीन के जारी लष्करी गतिविधियों का मुद्दा भी इस बैठक में उठाया गया। ईस्ट और साउथ चायना सी में जारी गतिविधियों के प्रति ‘जी ७’ काफी चिंतित है। इस क्षेत्र में एवं तैवान की खाड़ी में शांति स्थापित होना इस क्षेत्र की स्थिरता के लिए आवश्‍यक है, ऐसा आवाहन भी लंदन की इस बैठक से किया गया है। इनमें से तैवान के मुद्दे पर ‘जी ७’ देशों ने अधिक जोर दिया है।

‘तैवान की खाड़ी में चीन की जारी एकतरफा लष्करी गतिविधियाँ इस क्षेत्र में तनाव बढ़ाकर स्थिरता को खतरा निर्माण करती हैं। इस क्षेत्र का सैनीकीकरण और आतंक का माहौल अंतरराष्ट्रीय नियमों के खिलाफ है’, ऐसी फटकार ‘जी ७’ के देशों ने लगाई है। ‘जी ७’ देशों ने तैवान के मुद्दे पर किए इन बयानों पर चीन ने प्रतिक्रिया दर्ज़ करके क्रोध व्यक्त किया है।

‘जी ७’ देशों ने तैवान को लेकर लगाए आरोप बेबुनियाद होने का बयान चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वैंग वेंबिन ने किया है। लेकिन, ‘जी ७’ देशों ने तैवान के मुद्दे पर आलोचना करके चीन के अंदरुनि कारोबार में दखलअंदाज़ि की है, यह आरोप वेंबिन ने लगाया है। चीन के अंदरुनि कारोबार में ध्यान देने के बजाय ‘जी ७’ देश जागतिक अर्थव्यवस्था फिर से खड़ी करने पर ध्यान केंद्रित करे और कोरोना के विरोध में जारी जंग को प्राथमिकता दे, ऐसी फटकार वेंबिन ने लगाई है।

इसी बीच, चीन ने बीते कुछ दिनों से तैवान के हवाई क्षेत्र में अपने लड़ाकू और बॉम्बर विमानों की गश्‍त बढ़ाई है।

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