पैरिस में चीन के विरोध में हुए तीव्र प्रदर्शन

पैरिस – ‘फ्री हाँगकाँग’ के बैनर हाथ में लिए हुए और ‘फ्री तिब्बत’ का संदेश देनेवाले मास्क लगाकर पैरिस के आयफेल टॉवर के करीब चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत के खिलाफ़ जोरदार प्रदर्शन किए गए। ‘चायनीज नैशनल डे’ के अवसर पर यह प्रदर्शन किए गए और इस दौरान चीन कर रहे मानव अधिकारों के उल्लंघन के विरोध में आवाज़ भी उठाई गई।

france-parisचीन की आक्रामकता और दमन नीति के खिलाफ़ विश्‍वभर में तीव्र प्रदर्शन हो रहे हैं। १ अक्तुबर के दिन ‘चायनीज नैशनल डे’ के अवसर पर २५ देशों के ५० शहरों में चीन के विरोध में प्रदर्शन हुए। फ्रान्स की राजधानी पैरिस में भी यह प्रदर्शन आयोजित किए गए थे।

पैरिस के आयफेल टॉवर के करीबी ट्रोकैडेरो चौराहे पर तिब्बती असोसिएशन, उइगर असोसिएशन ऑफ फ्रान्स, दक्षिण मंगोलियन एवं हाँगकाँग और तैवान के गुट चीन के विरोध में इकठ्ठा हुए। अंतरराष्ट्रीय समुदाय चीन के विरोध में जारी इस जंग में हमारा सहयोग करे, यह आवाहन इन गुटों ने किया। फ्री हाँगकाँग, फ्री तिब्बत के नारे लगाकर इन प्रदर्शनकारियों ने आयफेल टॉवर का इलाका दहला दिया था।

लगभग तीन घंटे से अधिक समय तक चीन के विरोध में यह प्रदर्शन हो रहे थे। हाल ही में जापान में भी इसी तरह से चीन के विरोध में प्रदर्शन हुए थे। हाँगकाँग में हुए प्रदर्शनों में एक प्रदर्शनकारी ने भारत का राष्ट्रध्वज हाथ में पकड़कर चीन के विरोध में लड़ रहे आक्रामक भारत का समर्थन किया था।

विश्‍वभर में चीन की कम्युनिस्ट सरकार के विरोध में प्रदर्शनों की तीव्रता बढ़ी है। इससे चीन अधिक बेचैन हुआ है। इसी बीच अब चीन विरोधक यह गुट चीन को सबक सिखानेवाले भारत की ओर बड़ी उम्मीद से देख रहे हैं। इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का स्थान अधिक मज़बूत हो रहा है। दो दिन पहले चीन के खिलाफ़ खड़े हुए तैवान और जापान का नेतृत्व भारत करे, यह आवाहन भी चीन विरोधी जनतंत्र के समर्थक गुटों ने किया था।

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