महाराष्ट्र में जारी प्रतिबंध अधिक सख्त होंगे – राहत और पुनर्वासमंत्री की जानकारी

मुंबई – महाराष्ट्र में १५ दिन के लिए कर्फ्यू लगाया गया है, फिर भी सड़कों पर और लोकल की भीड़ कम नहीं हो रही है। कर्फ्यू के पहले दिन कई स्थानों पर प्रतिबंधों को नजरअंदाज करके कारोबार और यातायात जारी रहने की बात स्पष्ट होने के बाद राज्य में कर्फ्यू के नियम अधिक सख्त करने पर विचार होने की जानकारी राहत और पुनर्वासमंत्री विजय वडेट्टीवार ने प्रदान की।

maharashtra-strict-restrictionsदेश में बुधवार से गुरूवार की सुबह तक के चौबीस घंटों के दौरान कोरोना के दो लाख से अधिक नए मामले सामने आए। यह संख्या ड़र बढ़ानेवाली है और अब अन्य राज्यों में भी कोरोना संक्रमितों की संख्या तेज़ी से बढ़ती दिख रही है। महाराष्ट्र के बाद उत्तर प्रदेश, दिल्ली, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, गुजरात, छत्तीसगड़ जैसे राज्यों में कोरोना संक्रमितों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है। दिल्ली सबसे अधिक कोरोना संक्रमण का शहर बना है।

महाराष्ट्र में गुरूवार के दिन ३४९ संक्रमित मृत हुए और करीबन ६२ हज़ार नए मामले सामने आए। इस वजह से राज्य में कोरोना के ऐक्टिव संक्रमितों की संख्या ६ लाख से अधिक हुई है और इसके अलावा राज्य में फिलहाल ३५ लाख ८७ हज़ार लोग होम क्वारंटाईन में हैं और २७ हज़ार से अधिक लोगों को संस्थात्मक क्वारंटाईन किया गया है। राज्य में स्वस्थ हो रह कोरोना संक्रमितों की मात्रा कम होकर ८१.२१ प्रतिशत हुई है। फ़रवरी में यही मात्रा ९५ प्रतिशत थी।

मुंबई महापालिका क्षेत्र में कोरोना के करीबन ८ हज़ार नए मामले दर्ज़ हुए और ४९ मौतें हुईं। इस दौरान मुंबई समेत ठाणे, रायगड़, पालघर में कुल मिलाकर कोरोना के १६,९०६ नए मामले सामने आए। पुणे, सातारा, सोलापुर में कुल मिलाकर करीबन १२ हज़ार नए संक्रमित पाए गए हैं। नागपुर क्षेत्र में कोरोना के ११ हज़ार नए मामले पाए गए हैं। नागपुर जिले में लगभग ६ हज़ार नए मामले दर्ज़ हुए और ७४ संक्रमित मृत हुए।

महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए १४ अप्रैल की रात से १५ दिनों तक कर्फ्यू लगाया गया है। सख्त लॉकडाउन का ऐलान किए बिना लॉकडाउन जैसे कुछ प्रतिबंध लगाए गए हैं। इसके बावजूद भीड़ कम नहीं हो रही है। सड़कों पर भारी यातायात अभी भी जारी है। साथ ही गांव जाने के लिए रेल स्थानकों पर काफी भीड़ उमड़ी। अन्य राज्यों से मुंबई में काम के लिए पहुँचे मज़दूर भी अपने-अपने राज्यों में लौटेने के लिए रेलवे स्टेशनों पर भीड़ बढा रहे हैं। इस वजह से नियमों को अधिक सख्त करने के अलावा अन्य विकल्प ना होने का बयान राज्य के राहत और पुनर्वासमंत्री विजय वडेट्टीवार ने किया है। अगले दो दिनों में आवश्‍यक कदम उठाए जाएंगे, यह जानकारी उन्होंने प्रदान की।

इसी बीच केंद्र सरकार ने देश में ऑक्सिजन की कमी ना होने की बात स्पष्ट की है। फिलहाल देश में ३,८४२ मेट्रिक टन ऑक्सिजन का इस्तेमाल हो रहा है और यह इस्तेमाल उत्पादन की तुलना में मात्र ५४ प्रतिशत है। देश में रोजाना ७ हज़ार मेट्रिक टन से अधिक ऑक्सिजन का उत्पादन होता है। राज्यों में ऑक्सिजन का उचित इस्तेमाल हो और इस दौरान ऑक्सिजन जाया ना हो, इसका ध्यान रखें। ऑक्सिजन सप्लाई के व्यवस्थापन में सुधार करें, ऐसी सूचना भी केंद्र सरकार ने जारी की है।

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