छत्तीसगड़ में माओवादियों ने किए कायराना हमले में शहीद हुए २२ सैनिकों का बलिदान जाया नहीं जाएगा – केंद्रीय गृहमंत्री अमित शहा

नई दिल्ली/रायपूर – छत्तीसगड़ में बिजापुर के जंगल में माओवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद हुए सैनिकों की संख्या बढ़कर २२ हुई हैं। यह हमला करनेवाले माओवादियों के खिलाफ देशभर में क्रोध व्यक्त किया जा रहा है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शहा ने शहीद सैनिकों का बलिदान जाया नहीं जाएगा ऐसा कहकर उचित समय पर इसका प्रत्युत्तर दिया जाएगा, यह इशारा भी उन्होंने दिया। रविवार के दिन केंद्रीय गृहमंत्री ने उच्चस्तरीय सुरक्षा बैठक आयोजित करके माओवादियों के खिलाफ जारी कार्रवाई की जानकारी प्राप्त की। अगले दिनों में माओवादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के संकेत इस बैठक से प्राप्त होने के दावे किए जा रहे हैं।

कायराना हमले

शनिवार की दोपहर को तकरीबन १२ बजे छत्तीसगड़ में बिजापुर के जंगल में गश्‍त लगा रहे सीआरपीएफ और कोब्रा दल के सैनिकों पर माओवादियों ने कायराना हमला किया। लगभग ४०० माओवादियों के इस हमले में पांच सैनिक शहीद होने की खबर शनिवार के दिन प्राप्त हुई थी। इस मुठभेड़ के बाद लापता हुए १७ सैनिकों के शव बरामद होने से इस मुठभेड़ में शहीद हुए सैनिकों की संख्या बढ़कर २२ होने की जानकारी अफसरों ने प्रदान की। इसके अलावा मुठभेड़ में ३० सैनिक घायल हुए हैं। इस मुठभेड़ में २५ से ३० माओवादी मारे गए होंगे, ऐसा दावा सीआरपीएफ के महासंचालक कुलदीप सिंह ने किया है।

माओवादियों के इस कायराना हमले के बाद पूरे देश में गुस्से की तीव्र लहर उठी है और माओवादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की माँग की जा रही है। बिजापुर में हुई मुठभेड़ के बाद माओवादियों के खिलाफ मुहिम चलाई गई है और इसमें दो हज़ार सैनिक शामिल हैं। छत्तीसगड़ के बिजापुर जिले में तारेम, उसूर, पामेड समेत सुकमा जिले के मिनपा और नरसपूरम जैसे पांच ठिकानों पर यह मुहीम चलाई जा रही है। साथ ही इसके बाद माओवादियों पर अधिक सख्त कार्रवाई करने के लिए छत्तीसगड़ के दुर्गम इलाके में ‘सीआरपीएफ’ के कैम्प स्थापित करने की मुहिम गतिमान की जाएगी, ऐसा महासंचालक कुलदीप सिंह ने कहा।

सीआरपीएफ ने पहले से ही इस ठिकाने पर कैम्प स्थापित करने की तैयारी जुटाई थी। इसकी वजह से और सीआरपीएफ की कार्रवाईयों की वजह से विफल हुए माओवादियों ने यह हमला किया, ऐसा कुलदीप सिंह ने कहा। इस हमले के लिए माओवादियों ने रॉकेट लौंचर्स का इस्तेमाल करने की चिंताजनक खबरें सामने आ रही हैं। साथ ही इस हमले के बाद सैनिकों के रायफल्स भी माओवादियों ने छीनने की बात सामने आयी है। लेकिन, इस हमले में शहीद हुए सैनिकों का बलिदान जाया नहीं जाएगा, उचित समय पर इसका प्रत्युत्तर दिया जाएगा, ऐसा इशारा केंद्रीय गृहमंत्री ने दिया है। इस वजह से अगले दिनों में माओवादियों की जड़ें उखाड़ने के लिए अधिक सख्त कार्रवाई होगी, यह बात स्पष्ट तौर पर दिखाई दे रही है।

केंद्रीय गृहमंत्री ने बिजापुर में हुए इस हमले के बाद छत्तीसगड़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से बातचीत की। साथ ही गृहमंत्री ने रविवार के दिन उच्चस्तरीय बैठक का आयोजन किया था। इस बैठक में केंद्रीय गृहसचिव, गुप्तचर विभाग, सीआरपीएफ और गृहमंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

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