ईरान पर अमरीका ने लगाए प्रतिबंधों को रशिया का विरोध जारी रहेगा – रशियन विदेशमंत्री सर्जेई लैवरोव

मास्को – ईरान के मिसाइल कार्यक्रम को सहायता प्रदान करने का आरोप रखकर अमरीका ने दो सप्ताह पहले रशियन कंपनी पर प्रतिबंध लगाए थे। इस वजह से क्रोधित हुई रशिया ने यह ऐलान किया है कि, ईरान पर अमरीका ने लगाए प्रतिबंधों को हमेशा रशिया का विरोध रहेगा। इसके साथ ही अमरीका के प्रतिबंधों से दूर रखने के लिए रशिया और ईरान नई पद्धति अपनाएंगे, यह ऐलान भी रशिया के विदेशमंत्री सर्जेई लैवरोव ने किया है।

iran-russia-usईरान के परमाणु एवं मिसाइल कार्यक्रम को लेकर फिलहाल अमरीका और यूरोपिय देशों के साथ संयुक्त राष्ट्रसंघ ने चिंता व्यक्त की है। ईरान अंतरराष्ट्रीय नियम एवं वर्ष २०१५ में किए समझौते का उल्लंघन करके परमाणु एवं मिसाइल कार्यक्रम आगे बढ़ा रहा है, ऐसी आलोचना अमरीका और यूरोप के ब्रिटेन, फ्रान्स एवं जर्मनी जैसे तीन बड़े देशों ने की थी। अमरीका के कोषागार विभाग ने ईरान के मिसाइल कार्यक्रम से जुड़ी रशिया और चीन की पांच कंपनियों के खिलाफ प्रतिबंध लगाए थे। साथ ही अगले दिनों में ईरान पर अधिक प्रतिबंध लगाने का ऐलान भी अमरीका के कोषागार विभाग ने किया है।

अमरीका के इन प्रतिबंधों पर चीन ने पहले ही आलोचना की है। अब, रशिया के विदेशमंत्री लैवरोव ने ईरानी माध्यमों से की बातचीत के दौरान अमरीका के प्रतिबंधों का ईरान के साथ जारी कारोबार पर असर नहीं होने देंगे, यह बात स्पष्ट की है। अमरीका ने ईरान पर लगाए प्रतिबंधों को रशिया का विरोध आगे भी कायम रहेगा, यह बात भी लैवरोव ने स्पष्ट की। साथ ही इन प्रतिबंधों को दूर रखने के लिए एवं ईरान के साथ सहयोग बढ़ाने के लिए रशिया की कोशिश जारी रहेगी, यह बयान भी लैवरोव ने किया।

iran-russia-usइन प्रतिबंधों की परवाह किए बिना अन्य किसी भी देश से अधिक रशिया ने ईरान के साथ अरबों डॉलर्स का व्यापार किया है, यह दावा रशियन विदेशमंत्री ने किया। इसके लिए लैवरोव ने ईरान के साथ बीते वर्ष एवं इस वर्ष के पहले छह महीनों में किए कारोबार की जानकारी प्रदान की। वर्ष २०१९ में रशिया और ईरान के द्विपक्षीय व्यापार में २० प्रतिशत से अधिक बढ़ोतरी हुई है। तभी, इस वर्ष के पहले छह महीनों में हुए व्यापार में ८ प्रतिशत बढ़ोतरी होने की जानकारी लैवरोव ने साझा की।

अमरीका ने ईरान पर लगाए प्रतिबंधों से बचने के लिए रशिया ने पहले से ही अमरिकी डॉलर्स में कारोबार करना बंद किया है। डॉलर्स के बजाय राष्ट्रीय चलन में व्यापार करने से और आर्थिक कारोबार की नई कल्पक योजना शुरू करने की वजह से रशिया और ईरान के कारोबार में आसानी होने की बात रशियन विदेशमंत्री ने कही। इसके साथ ही प्रतिबंध लगानेवाले पश्‍चिमी देशों पर निर्भर रहने में अब कोई मतलब नहीं है, इसके बजाय अंतरराष्ट्रीय नियमों का पालन करनेवाले देशों पर भरोसा करें, यह बात कहकर लैवरोव ने अमरीका और यूरोपिय देशों को परमाणु समझौते पर बातचीत करने का नया प्रस्ताव दे रहे ईरान को संकेत दिए।

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