युक्रैन के मुद्दे पर तुर्की को रशिया की कड़ी चेतावनी

मास्को – ‘तुर्की में मौजूद हमारें सहयोगी युक्रैन की स्थिति का पूरे ध्यान से अध्ययन करें। उनके द्वारा युक्रैन की लष्करी गतिविधियों को; और क्रिमिया के विरोध में युक्रैन की सरकार द्वारा जारी हरकतों को प्राप्त हो रहा समर्थन यानी रशिया की क्षेत्रिय एकता पर हुआ आक्रमण साबित होता है। इसको लेकर रशिया को सता रही चिंता ध्यान में रखकर तुर्की अपनी भूमिका में आवश्यक सुधार करेगा, यह उम्मीद हमें हैं’, ऐसें सीधें और तीखे शब्दों में रशिया के विदेशमंत्री सर्जेई लैव्हरोव्ह ने तुर्की को चेतावनी दी है।

Russia-Turkey-Ukraineअन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर तुर्की का प्रभाव बढ़ाने के लिए, राष्ट्राध्यक्ष रेसेप एर्दोगन बीते कुछ वर्षों से कड़ी कोशिश कर रहे हैं। राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन ने इसके अनुरूप कई आक्रामक कदम उठाए हैं और युक्रैन के साथ जारी लष्करी सहयोग भी उसी का हिस्सा समझा जा रहा है। एक ओर, सीरिया और लीबिया में चल रहे संघर्ष मेें तथा रक्षा क्षेत्र में रशिया के साथ बने सहयोग को मज़बूती देने की कोशिश; वहीं दूसरी ओर तुर्की ने युक्रैन के साथ संबंध बढ़ाने की दिशा में भी गतिविधियाँ शुरू कीं थीं। वर्ष २०१९ में तुर्की ने युक्रैन को ड्रोन्स की बिक्री करना इसकी स्पष्ट मिसाल मानी जाती है।

russia-warns-turkey-about-tiesइसके बाद तुर्की ने बीते वर्ष युक्रैन के साथ लष्करी सहयोग करने के समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। उस समय, ‘ब्लैक सी’ के क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए युक्रैन अहम देश होने का बयान तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष ने किया था। रशिया ने क्रिमिया पर अवैध कब्ज़ा करने का आरोप लगाकर, रशिया की इस कार्रवाई का तुर्की ने कभी भी समर्थन नहीं किया था और करेगा भी नहीं, ऐसा सनसनीखेज़ बयान भी राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन ने किया था। बीते महीने युक्रैन के राष्ट्राध्यक्ष ने तुर्की का दौरा किया था, तब भी एर्दोगन ने अपना यही बयान दोहराया था। इसीके साथ, युक्रैन की अखंड़ता और संप्रभुता को तुर्की का समर्थन रहेगा, यह बयान भी उन्होंने किया था।

तुर्की की युक्रैन संबंधित यह भूमिका और बढ़ रहीं नज़दिकीयाँ रशिया को काफी चुभी हैं। क्रिमिया के मुद्दे पर रशिया ने अमरीका के साथ पश्‍चिमी देशों को खुली चुनौती दी है और ऐसें में तुर्की ने उनका साथ करने से रशिया नाराज़ हुआ है। बीते कुछ महीनों में सीरिया एवं ग्रीस के मुद्दों पर भी, रशिया और तुर्की के बीच विवाद होता दिख रहा है। इसीमें अब युक्रैन के मुद्दे का इज़ाफा होने से दोनों देशों के बीच तनाव भी बढ़ रहा है।

इसी बीच, रशिया के विदेशमंत्री सर्जेई लैव्हरोव्ह ने एक साक्षात्कार के दौरान, अमरीका और नाटो के सदस्य देशों को भी लक्ष्य किया है। बीते कुछ महीनों में अमरीका और नाटो द्वारा युक्रैन को बड़ी मात्रा में लष्करी एवं आर्थिक सहायता दी जाने के मुद्दे पर भी रशियन विदेशमंत्री ने गौर फरमाया। युक्रैन को प्रदान हो रही यह सहायता ‘डोन्बास’ (पूर्व युक्रैन) की शांति को नुकसान पहुँचानेवाली साबित होगी, यह चेतावनी लैव्हरोव्ह ने दी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.