‘रशिया और अमरीका में विश्‍वयुद्ध भड़क उठेगा’ : तुर्की के उपप्रधानमंत्री की चेतावनी

 अंकारा, दि. १४ (वृत्तसंस्था) – सीरिया में यदि जल्द ही शांति स्थापित नहीं हो सकी, तो रशिया तथा अमरीका में शुरू हुआ छिपा संघर्ष भड़ककर एक विश्‍वयुद्ध का रूप धारण करेगा, ऐसी चेतावनी तुर्की के उपप्रधानमंत्री ‘नूमन कुर्तूल्मूस’ ने दी| शीतयुद्ध के बाद पहली ही बार, दोनों देशों का तनाव अपनी चरमसीमा पर पहुँच गया है, ऐसा ‘कुर्तूल्मूस’ ने कहा| कुछ दिन पहले सोवियत रशिया के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष मिखाईल गोर्बाचेव्ह ने भी, शीतयुद्धसमय की तुलना में विद्यमान स्थिति अधिक डरावनी है, ऐसी चेतावनी दी थी|

विश्‍वयुद्धपिछले साढ़ेपाँच सालों से सीरिया में शुरू संघर्ष पर तुर्की के उपप्रधानमंत्री कुर्तूल्मूस ने चिंता ज़ाहिर की| सीरिया में गृहयुद्ध की भड़क उठी चिंगारी से पड़ोसी मुल्कों के साथ ही, पूरी दुनिया को ख़तरा हो सकता है, ऐसा दावा तुर्की के उपप्रधानमंत्री ने किया| तुर्की सरकार से जुड़ी ‘अनादोग्लू’ समाचार एजन्सी के साथ की बातचीत में कुर्तूल्मूस ने यह जानकारी दी| पिछले कई महीनों से रशिया और अमरीका में छिपा संघर्ष शुरू हैं|

अमरीका और मित्र देशों के लड़ाकू प्लेन्स से सीरीयन सेना पर हवाई हमले किए जा रहे हैं| पिछले महीने में ही अमरीका के लड़ाकू प्लेन्स द्वारा की गई ऐसी ही एक कार्रवाई में सीरीयन सेना के ८२ जवान मारे गए थे| साथ ही, अमरीका से जुड़े विद्रोही संगठन सीरियन सेना के ठिकानों पर हमले कर रहे हैं, ऐसी आलोचना रशिया और सीरिया ने की है| इस कारण सीरिया में ‘आयएस’ और अन्य आतंकी संगठनों के खिलाफ़ चल रहें संघर्ष पर असर हो रहा है, ऐसा इल्ज़ाम रशिया ने लगाया था|

विश्‍वयुद्धवहीं, रशिया के लड़ाकू प्लेन्स भी अमरीका-समर्थक विद्रोहियों के ठिकानों पर हवाई हमले कर रहे हैं, ऐसा आरोप अमरीका कर रहा है| रशिया आतंकियों पर नहीं, बल्कि अस्साद-विरोधकों पर कार्रवाई कर रहा है, ऐसा अमरीका का कहना है| साथ ही, रशिया के लड़ाकू प्लेन्स सीरीयन जनता पर हवाई हमले करते हुए युद्धअपराध कर रहे हैं, ऐसी आलोचना भी अमरीका ने की थी| लेकिन अमरीका के इन आरोपों को ठुकराते हुए, हवाई हमले शुरू रहेंगे, ऐसा रशिया ने स्पष्ट किया था| रशिया और अमरीका में बढ़ रहे इस तनाव पर तुर्की के उपप्रधानमंत्री ने चिंता ज़ाहिर की है|

‘सीरिया में रशिया और अमरीका में शुरू यह छिपा संघर्ष यदि इसके आगे भी चलता रहता है, तो फिर दोनों देश एक-दूसरे के सामने जंग में उतर सकते हैं| अगर ऐसा होता है, तो फिर विश्‍वयुद्ध भड़केगा’ ऐसी चेतावनी कुर्तूल्मूस ने दी| आखाती देशों के साथ पूरी दुनिया इस इस विश्‍वयुद्ध में खींची जाएगी| इस विश्‍वयुद्ध को यदि रोकना है, तो फिर सीरिया में जल्द से जल्द शांति स्थापित करनी होगी, ऐसा आवाहन तुर्की के उपप्रधानमंत्री ने किया|

लेकिन सीरिया में शांति स्थापित करते समय विद्रोही गुटों से अस्साद शासन को विरोध हो सकता है, ऐसा दावा उन्होंने किया| सीरिया के राष्ट्राध्यक्ष बशर अल-अस्साद ये इस जंग की शतरंज में महज़ एक ‘प्यादा’ है, ऐसी आलोचना तुर्की के उपप्रधानमंत्री ने की| साथ ही, सीरिया में अगर नई सरकार स्थापित होती भी है, तो उसमें अस्साद को स्थान नहीं होगा, ऐसा दावा भी उन्होंने किया| क्योंकि सीरिया के किसी भी विपक्षी दल को, अस्साद सरकार के साथ समझौता करने में दिलचस्पी नहीं है, ऐसा कुर्तूल्मूस ने स्पष्ट किया|

सीरिया में संघर्ष छिड़ने के समय से, तुर्की की एर्दोगन सरकार ने हमेशा सीरिया की अस्साद सरकार के खिलाफ़ नीति अपनायी है| अस्साद को सत्ता से नीचे खींचकर सीरिया में नई सरकार स्थापित करने की जरूरत है, ऐसी नीति तुर्की नें अपनाई है| अमरीका के साथ युरोप और आखाती देशों ने भी यही माँग की थी| लेकिन रशिया और ईरान इसके खिलाफ़ हैं| अमरीका और मित्र देश सैनिकी ताकत के ज़ोर पर सीरिया में तख्तापलट नहीं कर सकते, ऐसी फ़टकार रशिया ने लगायी है| इसके लिए रशिया ने संघर्ष की तैयारी की चेतावनी भी दी थी|

लेकिन सीरिया की यह समस्या जंग से सुलझनेवाली नहीं, इसका हल ढूँढ़ने के लिए रशिया और अमरीका को एकसाथ बैठकर बातचीत करनी होगी, ऐसा आवाहन कुछ पूर्व राष्ट्रप्रमुखों द्वारा किया जा रहा है| रशिया और अमरीका ने यदि बातचीत के बग़ैर सीरिया की समस्या सुलझाने की कोशिश की, तो फिर यह संघर्ष और भड़क उठेगा, ऐसी चेतावनी सोवियत रशिया के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष गोर्बाचेव्ह ने दी थी|

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