अलेप्पो पर रशिया-सीरिया के हवाई हमलें जारी; अमरीका, मित्र देशों की बैठक

दमास्कस/न्यूयॉर्क, दि. २५ (वृत्तसंस्था) – रशिया और सीरिया के लड़ाकू प्लेन्स ने उत्तरी अलेप्पो के इलाक़े पर घमासान हमले किए| पिछले तीन दिनों में दोनों देशों ने २०० से अधिक हवाई हमले किए, जिनमें १२० से भी अधिक लोग मारे जाने का दावा किया जाता है| हमलों के शुरू रहते हुए, सीरिया की स्थिति पर चर्चा करने के लिए अमरीका, ब्रिटन और फ्रान्स में इमर्जन्सी बैठक शुरू हुई है|

अलेप्पोपिछले हफ्ते संघर्षविराम का उल्लंघन करने के बाद, सीरियन सेना ने अलेप्पो में नये सिरे से संघर्ष छेड़ने की घोषणा की| उसके बाद लगातार तीन दिनों से अलेप्पो शहर में, ‘आयएस’ और विद्रोहियों के ठिकानों पर हवाई हमले बरसाए जा रहे हैं| इन हवाई हमलों में शुक्रवार को ८० और शनिवार को ४५ लोग मारे गए; वहीं, रविवार को हुए हमले में मारे जानेवालों की जानकारी प्रकाशित नहीं हुई हैं|

इस हमलें में अलेप्पो की काफ़ी सारीं ईमारतें नष्ट हो चुकी हैं, जिनके मलबे के नीचे लगभग ५० से भी अधिक लोग दबे होने की आशंका जताई जा रही है| इस कारण मरनेवालों की तादात बढ़ने का ड़र भी जताया जा रहा है|

इन हवाई हमलों के साथ, सीरिया ने अलेप्पो में सेना घुसायी होने की ख़बरें भी सामने आ रही हैं| अलेप्पो के ‘हंदारात’ शहर पर कब्ज़ा जमाने के लिए सीरियाई सेना के जवान दाखिल हुए हैं| सीरियन सेना के साथ ईरानी सेना का पथक, हिजबुल्लाह और पॅलेस्टिनियों का गुट भी शामिल है, ऐसा बताया जाता है|

यहाँ के संघर्ष में, अलेप्पो के लगभग ढ़ाई लाख लोग अटके पड़े है, ऐसी आलोचना अमरीका और पश्‍चिमी देशों ने की है| वहीं, इन हमलों की पृष्ठभूमि पर अमरीका, ब्रिटन और फ्रान्स के विदेश मंत्रियों की विशेष बैठक जारी है| अलेप्पो में रशिया द्वारा की जा रही कार्रवाई पर इस बैठक में चर्चा हो रही होने का दावा किया जा रहा है|

सीरिया में फिर से संघर्षविराम किया जा सकें, इसलिए रशिया को हमेशा से अलग नीति अपनानी होगी, ऐसा अमरीका ने इस बैठक के उपलक्ष्य में स्पष्ट किया| वहीं, युरोपीय महासंघ ने, अलेप्पो के हमले रोकते हुए मानवतावादी सहायता की चीज़ें ले जानेवाले ट्रकों को अनुमति दी जाए, ऐसा आवाहन किया है| लेकिन इन ट्रकों के जरिये विद्रोहियों को हथियारों से लैस किया जा रहा है, ऐसा आरोप रशिया ने किया था|

 सीरियन विदेशमंत्री द्वारा अमरीका, इस्रायल की आलोचना

अलेप्पो में भड़के संघर्ष को लेकर संयुक्त राष्ट्र द्वारा की गई आलोचना के बाद, सीरिया के विदेशमंत्री ‘वालिद मुअल्लम’ ने ‘आयएस’ पर की जानेवाली कार्रवाई का समर्थन किया| साथ ही, अमरीका, इस्रायल और युरोपीय देश आतंकवादियों के खिलाफ नरमाई की नीति अपना रहे हैं, ऐसा मुअल्लम ने कहा|

syriaसंयुक्त राष्ट्र के मंच से बात करते हुए सीरियन विदेशमंत्री ने ‘आयएस’ और विद्रोहियों पर शुरू कार्रवाई जारी ही रहेगी, ऐसा डटकर कहा| वहीं, इस्रायल द्वारा सीरिया की भूमि पर किये जानेवाले हमलों से सिर्फ़ सीरिया ही नहीं, बल्कि सम्पूर्ण आख़ाती देशों की सुरक्षा को ख़तरा पैदा हो सकता है, ऐसी चेतावनी मुअल्लम ने दी|

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