ग्रामीण क्षेत्रों पर ध्यान देने की प्रधानमंत्री की सूचना – घर-घर जाकर परीक्षण करने के निदेश

नई दिल्ली – कोरोना ने अब बड़ी मात्रा में ग्रामीण क्षेत्र में प्रवेश किया है। इस वजह से अब ग्रामीण क्षेत्र की ओर अधिक ध्यान दें। ग्रामीण क्षेत्र में वैद्यकीय सुविधाओं की कमी है और ऐसी स्थिति में आशा और आंगनवाड़ी कर्मचारियों की सहायता से घर-घर कोरोना की जाँच और परीक्षण करने पर जोर दिया जाए, ऐसी सूचना प्रधानमंत्री ने राज्यों से की है। कोरोना के खिलाफ जंग में इस नज़रिये से रणनीति तैयार करने के निदेश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिए हैं।

पहली लहर के दौरान ग्रामीण क्षेत्र में अधिक मात्रा में संक्रमण नहीं हुआ था। लेकिन, अब ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना संक्रमण तेज़ी से बढ़ने के आँकड़ें सामने आ रहे हैं। इस वजह से यह एक बड़ी चुनौती है। शहरी इलाकों से अब ग्रामीण क्षेत्रों में वैद्यकीय सुविधाओं का निर्माण करने पर ध्यान देना होगा। ग्रामीण क्षेत्र से जुड़े अस्पतालों में ऑक्सिजन की आपूर्ति पर ध्यान देने की सूचना प्रधानमंत्री ने एक उच्च स्तरीय बैठक के दौरान की।

ग्रामीण इलाकों के स्वास्थ्य कर्मियों को उपकरण चलाने के लिए तैयार करें। इसके लिए उन्हें प्रशिक्षित करें। ग्रामीण क्षेत्र में आवश्‍यक वैद्यकीय साधन और दवाईयों की आपूर्ति सामान्य रहे, इस ओर ध्यान दें। इसके लिए रणनीति तैयार करने की ज़रूरत है। आशा और आंगनवाड़ी कर्मचारियों को आवश्‍यक बल प्रदान करें। उन्हें ज़रूरी साधनों की आपूर्ति करें। उनकी सहायता से ग्रामीण क्षेत्र में जाँच की मात्रा बढ़ाएँ। जिन क्षेत्रों में अधिक संक्रमण पाया जाए उस क्षेत्रों पर अधिक ध्यान देना होगा, यह बात प्रधानमंत्री ने स्पष्ट की।

इस बैठक में प्रधानमंत्री ने राज्यों को प्रदान किए वेंटिलेटर्स के इस्तेमाल का ऑडिट करने की सूचना भी की है। इस दौरान प्रधानमंत्री को राज्य और जिला स्तर पर कोरोना परीक्षण की स्थिति की जानकारी प्रदान की गई। इस दौरान ऑक्सिजन की आपूर्ति, स्वास्थ्य सुविधाएं और टीकाकरण का भी प्रधानमंत्री ने जायज़ा लिया।

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