पाकिस्तान को सर्व स्तर पर गतिरोध करों- अमरिका के वरिष्ठ सीनेटर जॉन मॅक्केन की सिफ़ारिश

वॉशिंगटन: अगर आगे भी पाकिस्तान तालिबान और हक्कानी नेटवर्क इन आतंकी संघटन को समर्थन जारी रखता है तो पाकिस्तान को उसकी राजकीय, लष्करी एवं आर्थिक कीमत पता करवानी पड़ेगी। पाकिस्तान पर कठोर कारवाई करना आसान होगा, ऐसा सुधार ‘नॅशनल डिफेन्स ऑथोरायझेशन ऍक्ट’ (एनडीएए) में किया जाए, यह अमरिकन सीनेट के वरिष्ठ सदस्य जॉन मॅक्केन ने सुझाया। अमरिकन सीनेट के ‘आर्म्ड सर्व्हिसेस कमिटी’ के अध्यक्ष मॅक्केन ने किये इस मांग पर अमरिकन कॉग्रेस की अनुकूल प्रतिक्रिया अपेक्षित है।

तालिबान और हक्कानी नेटवर्क

अमरिका के एनडीएए में महत्वपूर्ण बदलाव की आवश्यकता होने की मांग अमरिकन सीनेट में की जा रही है। अमरिका और मित्र देशों पर होनेवाले आतंकी हमले अगर रोकने है तो यह बदलाव लाने होंगे, यह अमरिकन लोकप्रतिनिधि का मानना है। मॅक्केन ने इस मामले में पहल की है। अफ़गानिस्तान में बढ़ते आतंकी हमले का तालिबान और हक्कानी नेटवर्क जिम्मेदार है जिसे पाकिस्तान से सहायता मिलने की टीका मॅक्केन ने की। अगर अफ़गानिस्तान से अमरिका के संबंध सुरक्षित करने होंगे तो आतंकवादी संघटन को पाकिस्तान से मिलनेवाला समर्थन तोड़ना होगा। जिस के लिए पाकिस्तान को आर्थिक, राजकीय और लष्करी स्तर पर गतिरोध करना जरुरी है यह सुझाव मॅक्केन ने दिया।

पाकिस्तान ने आतंकी संघटन को समर्थन रोकने तक अमरिका से किसी भी प्रकार की सहायता न होंगी यह सुधार अमरिका के एनडीएए में करें यह मॅक्केन ने जम के कहीं। साथ ही अफ़गानिस्तान में स्थिरता लाने के लिए भारत से अधिक सक्रीय योगदान की आवश्यकता होने के बात मॅक्केन ने कहीं।

दौरान, अमरिकन सीनेट और कॉग्रेस के बिच पाकिस्तान विरोध पर सहमति होती दिखाई दे रही है। अमरिका से मिलनेवाले लष्करी सहायता का उपयोग आतंकवाद के विरोध में न होता देख अमरिका के संरक्षणमंत्री ने पाकिस्तान को मिलनेवाले ३५ करोड़ डॉलर्स की सहायता रोकने की घोषणा की थी। साथ ही अमरिका का विश्वासघात करनेवाले पाकिस्तान को आतंकी देश घोषित करें यह सुझाव अमरिका के भूतपूर्व सीनेटर लैरी प्रेसलर ने हाल ही में प्रसिद्ध किये उनके पुस्तक में किया था।

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