‘उत्तर कोरिया का अगला परमाणु परीक्षण चौदह गुना शक्तिशाली होगा’ : अमरिकी अभ्यासगुट की चेतावनी

वॉशिंग्टन/सेऊल, दि. १३: जापान की ओर चार प्रक्षेपास्त्रों को दागते हुए खलबली मचानेवाला उत्तर कोरिया छठे परमाणु परीक्षण की तैयारी कर रहा है| उत्तर कोरिया का अगला परमाणु परीक्षण लगभग चौदह गुना शक्तिशाली होगा, ऐसी चेतावनी अमरीका के विशेषज्ञों ने दी| उत्तर कोरिया यह परमाणु परीक्षण करने की तैयारी कर रहा है; वहीं, अमरीका ने दक्षिण कोरिया में थाड की तैनाती के बाद प्रक्षेपास्त्रों से लैस ड्रोन्स तैनात करने की तैयारी की है|

परमाणु परीक्षण

अमरीका की ‘जॉन हॉपकिन्स यूनिव्हर्सिटी’ के ‘स्कूल ऑफ ऍडव्हान्सड् इंटरनॅशनल स्टडीज्’ इस अभ्यासगुट के ‘फ्रँक पॅबियन’ और ‘डेविड कॉब्लेंट्झ’ इन दो विशेषज्ञों ने यह चेतावनी जारी की|

पिछले हफ्ते में उत्तर कोरिया ने चार बैलेस्टिक प्रक्षेपास्त्रों का परीक्षण करने के बाद पॅबियन और कॉब्लेंट्झ ने, उत्तर कोरिया परमाणु परीक्षण करने की तैयारी में हैं, ऐसा कहा था| इस पर अधिक जानकारी देते हुए दोनों विशेषज्ञों ने उत्तर कोरिया का छठा परमाणु परीक्षण विस्फोटक साबित हो सकता है, ऐसी चिंता जताई है|

उत्तर कोरिया ने ‘माऊंट मँटाप’ इस पहाड़ी इलाके में बड़े सुरंग की खुदाई शुरू की है| उत्तर कोरिया ने इससे पहले के पाँचों परमाणु परीक्षण इन्हीं पहाड़ियों में किये थे| लेकिन इस बार गहरे सुरंग की खुदाई की होने के कारण, उत्तर कोरिया अधिक क्षमता का परमाणु परीक्षण कर सकता है, ऐसा दावा अमरिकी विशेषज्ञों ने किया| उतर कोरिया में ‘किम जाँग-उन’ की हुकूमत लगभग २८२ किलो टन क्षमता की ऊर्जा का निर्माण करनेवाला परमाणु परीक्षण करेगी, ऐसा डर इन विशेषज्ञों ने जताया|

पिछले वर्ष सितंबर महीने में उत्तर कोरिया ने पाँचवाँ परमाणु परीक्षण किया था| उत्तर कोरिया के दस साल के परमाणु कार्यक्रम के इतिहास में वह सबसे बड़ा परीक्षण था| इस परमाणु परीक्षण से निर्माण हुए भूकंप के झटके दक्षिण कोरिया की सीमा तक महसूस हुए थे| उस पाँचवें परमाणु परीक्षण में से १५ से २० किलो टन परमाणु ऊर्जा का निर्माण हुआ था| इस तुलना में, उत्तर कोरिया का छठा परमाणु परीक्षण १४ गुना शक्तिशाली होगा, ऐसा दावा किया जाता है|

अमरीकी विशेषज्ञों की तरह दक्षिण कोरिया ने भी, उत्तर कोरिया किसी भी वक्त परमाणु परीक्षण कर सकता है, ऐसा कहा है| उत्तर कोरिया के इस संभाव्य परमाणु परीक्षण की पृष्ठभूमि पर, दक्षिण कोरियन सेना को ऍलर्ट रहने के आदेश दिये गए हैं| वहीं, उत्तर कोरिया का यह परमाणु परीक्षण महज़ पश्‍चिमी देशों का ध्यान बटोरने के लिए अथवा अपनी माँगे मनवाने के लिए नहीं होगा| बल्कि इस परीक्षण के जरिए, ‘हम परमाणुअस्त्रों से लैस हैं’, ऐसी चेतावनी पश्‍चिमी देशों को देने के लिए होगा, ऐसा दावा दक्षिण कोरिया के विशेषज्ञ ने किया है|

इसी दौरान, उत्तर कोरिया के ठिकानों को निशाना बनाने की क्षमता रखने वाले ‘ग्रे ईगल’ ये ड्रोन्स तैनात करने के मसले पर अमरीका ने दक्षिण कोरिया के साथ बातचीत शुरू की है| दक्षिण कोरिया के कुन्सान हवाई अड्डे पर इन ड्रोन्स को तैनात किया जाएगा| इससे पहले अमरीका की ‘थाड’ तैनाती की चीन ने कड़ी आलोचना की हें|

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