ईशान्य भारत की आतंकी संगठनों के विरोध में म्यानमार का ‘ऑपरेशन सनराईज-३’ शुरू

नई दिल्ली – भारत और म्यानमार की सीमा पर छिपे ईशान कोण भारत में हमले करनेवाले आतंकियों के विरोध में म्यानमार की सेना ने ‘ऑपरेशन सनराईज-३’ शुरू किया हैं। ईशान कोण भारत के आतंकी गुट म्यानमार में इकठ्ठा हो रहे हैं और भारत में बड़ा हमला करने की साज़िश करने में जुटे होने का इशारा कुछ ही दिन पहले गुप्तचर संगठनों ने दिया था। दो सप्ताह पहले ही भारत के सेनाप्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे और विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने म्यानमार का दौरा किया था। इस दौरान म्यानमार की सीमा पर छिपे आतंकियों पर कार्रवाई करने के मुद्दे पर चर्चा होने का वृत्त प्राप्त हुआ था। इस पृष्ठभूमि पर म्यानमार की सेना ने शुरू किया ‘ऑपरेशन सनराईज-३’ ध्यान आकर्षित करता है।

operation-sunriseईशान कोण भारत में हमले करनेवाली कई आतंकी संगठनाओं के आतंकी म्यानमार की सीमा में मौजूद दुर्गम इलाकों में छुपते हैं, यह बात कई बार स्पष्ट हुई है। वर्ष २०१५ में मणिपुर के चंडेल में ‘युनाइटेड लिब्रेशन फ्रंट ऑफ वेस्टर्न ऐण्ड साउथ ईस्ट एशिया’ (यूएनएलएफडब्ल्यू) के आतंकियों ने किए हमले में भारतीय सेना के १८ सैनिक शहीद हुए थे। ‘यूएनएलएफडब्ल्यू’ ईशान कोण भारत की आतंकी संगठनाओं की शिखर संगठना है और इसके ‘नैशनल सोशालिस्ट कौन्सिल ऑफ नागालैण्ड-खपलांग’ (एनएससीएन-के) गुट ने यह आतंकी हमला किया था। इसके बाद भारत ने ईशान कोण भारत में आतंकी संगठनों के विरोध में व्यापक कार्रवाई शुरू की थी। साथ ही म्यानमार में सर्जिकल स्ट्राईक करके आतंकियों के अड्डे तहस नहस किए गए थे।

इसके बाद भारत और म्यानमार की सेनाएं नियमित रूप से ईशान कोण भारत और म्यानमार में हमले करनेवाली आतंकी संगठनाओं के विरोध में समन्वय के साथ काम कर रही हैं। बीते चार वर्षों में ईशान कोण भारत के कई आतंकियों को भारतीय सुरक्षा बलों ने मार गिराया है और कई आतंकियों को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा, कुछ आतंकियों ने आत्मसमर्पण भी किया है। इस वजह से आतंकी संगठनाओं का प्रभाव कम हुआ है और यह आतंकी संगठनाएं कमज़ोर हुई हैं। इसके बाद म्यानमार में इन आतंकियों ने स्थापित किए अड्डों को लक्ष्य करने के लिए म्यानमार की सेना की सहायता से ‘ऑपरेशन सनराईज’ शुरू किया गया।

बीते वर्ष फ़रवरी-मार्च के दौरान ‘ऑपरेशन सनराईज-१’ शुरू किया गया। इसके बाद मई २०१९ में ‘ऑपरेशन सनराईज-२’ किया गया। यह ऑपरेशन ३ सप्ताहों तक चल रहा था। इन दोनों ऑपरेशन्स के दौरान म्यानमार की सेना ने आतंकियों के कई ठिकाने ध्वस्त किए। कई आतंकी भी इस कार्रवाई के दौरान मारे गए। राखीन प्रांत में हुई कार्रवाई के दौरान म्यानमार के १३ सैनिक भी शहीद हुए थे। अब ‘ऑपरेशन सनराईज-३’ हाथ में लिया गया है।

operation-sunriseकुछ दिन पहले ही म्यानमार के सरहदी क्षेत्र में आतंकी गुटों का दुबारा जमावड़ा होने की और वह भारतीय सुरक्षा बलों पर हमले करने की साज़िश करने में जुटे होने का इशारा गुप्तचर संस्थाओं ने दिया था। इस पृष्ठभूमि पर म्यानमार की सेना ने ‘ऑपरेशन सनराईज-३’ शुरू किया हुआ दिख रहा है। ‘एनएससीएन-के’ और अन्य आतंकी संगठनाओं के विरोध में म्यानमार के सागाईंग प्रांत में बड़ी मात्रा में सर्च मुहिम चलाई गई है। साथ ही मणिपुर नदी के पूर्वी क्षेत्र के म्यानमार में यह मुहिम चलाई जा रही हैं, यह वृत्त वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी के दाखिले से सामने आया है।

भारत-म्यानमार के कलादन प्रकल्प को म्यानमार का आराकन आर्मी नामक आतंकी संगठना लक्ष्य करने की लगातार कोशिश कर ही है। यह प्रकल्प पूरा होने पर भारत के मिज़ोराम और म्यानमार के राखीन प्रांत के सित्वे बंदरगाह जोडे जाएंगे। आराकन आर्मी ने भारत-म्यानमार सीमा पर कई ठिकानों पर अपने अड्डे स्थापित करने का वृत्त है। भारतीय गुप्तचर और सुरक्षा संस्थाएं इस ओर नज़र जमाए हुए थीं। इस पृष्ठभूमि पर म्यानमार की सेना ने शुरू किया ‘ऑपरेशन सनराईज-३’ अहमियत रखता है।

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