माली में फ्रान्स ने की लष्करी कार्रवाई में ३० से भी अधिक आतंकी ढेर

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरपैरिस/अबिजान: फ्रेंच सेना ने माली में ‘आयएस’ और ‘अल कायदा’ से जुडे आतंकियों के विरोध में की हुई आक्रामक लष्करी कार्रवाई में ३० से भी अधिक आतंकी मारे गए है| माली के ‘लिप्ताको गोर्मा’ क्षेत्र में यह कार्रवाई की गई है और यह क्षेत्र नायजर और बुर्किना फासो के सीमावर्ती क्षेत्र से जुडा है| कुछ दिन पहले ही फ्रान्स ने अफीका के साहेल क्षेत्र में आतंकवाद विरोधी मुहीम के लिए ६०० से अधिक अतिरिक्त सैनिक तैनात करने का ऐलान किया था| इस तैनाती की पृष्ठभूमि पर बडी कार्रवाई करके फ्रान्स ने भविष्य की मुहीम अधिक आक्रामक करने के संकेत दिए है|

पिछले कुछ महीनों में पश्‍चिमी अफ्रीका के साहेल क्षेत्र में आतंकी हमलों की तीव्रता में बढोतरी हुई थी| ‘आयएस’ और ‘अल कायदा’ से जुडे आतंकी गुट माली, नायजर, बुर्किना फासो समेत नाइजेरिया की सेना पर लगातार हमलें कर रहे है| इन हमलों में लगभग ३०० से भी अधिक सैनिकों के मारे जानी की बात कही जा रही है| ‘साहेल’ में तैनात फ्रेंच सेना ने भी अपने कुछ सैनिक इन हमलों में खोए है| इस के बाद फ्रान्स ने अफ्रीका में सेना की तैनाती और आतंकवाद विरोधी मुहीम का दायरा बढाने का निर्णय किया है|

लिप्ताको गोर्मा’ में हुई कार्रवाई इसी का हिस्सा बनता है| माली का यह क्षेत्र नायजर और बुर्किना फासो को जुडा हुआ है और इस क्षेत्र में बडी मात्रा में आतंकियों की गतिविधियां शुरू होने की जानकारी सामने आयी थी| यह जानकारी प्राप्त होने पर फ्रेंच सेना ने लगातार गुरूवार और शुक्रवार की रात हमलें किए| इन हमलों में ३० से भी अधिक आतंकी मारे गए है और उनकी गाडियां एवं हथियारों का भंडार भी उडाया गया है| इस कार्रवाई के लिए रिपर ड्रोन, मिराज फायटर जेट, यूरोकॉप्टर टायगर एटैक हेलिकाप्टर और कुगर ट्रान्सपोर्ट हेलिकाप्टर का इस्तेमाल करने की जानकारी लष्करी अफसर ने साझा की|

पिछले तीन महीनों में फ्रेंच सेना ने माली में आतंकियों के विरोध में की हुई यह दुसरी बडी कार्रवाई है| इससे पहले दिसंबर महीने में मध्य माली के मोप्ती वन क्षेत्र में फ्रान्स ने अल कायदा से जुडी आतंकी संगठन पर किए हमले में ३३ आतंकी मारे गए थे| इस कार्रवाई के लिए ड्रोन और हेलिकाप्टर का इस्तेमाल किया गया था| फ्रान्स ने साहेल क्षेत्र में ‘ऑपरेशन बारखने’ के तहेत ४.५ हजार सैनिक तैनात किए है| पर, इस मुहीम को विशष कामयाबी प्राप्त ना होने से फ्रान्स ने सैनिकों की संख्या बढाने का निर्णय किया है|

पिछले महीने में फ्रान्स ने अफ्रीकी एवं यूरोपिय देशों की बैठक करके साहेल क्षेत्र में आतंकवाद के विरोध में निर्णायक संघर्ष शुरू करने के संकेत दिए थे| इसी के हिस्से के तौर पर फ्रान्स ने साहेल में ६०० से भी अधिक तैनाती करने का निर्णय किया है| फ्रान्स के साथ ही कुछ यूरोपिय और अफ्रीकी देश भी साहेल में सैनिकों की तैनाती करेंगे, ऐसा कहा जा रहा है|

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