भारत-नेपाल के जवानों की सरहद पर संयुक्त गश्त

India-nepal-patrollingकाठमांडू – भारत-नेपाल के सुरक्षा बलों ने सीमा पर संयुक्त गश्‍त लगाना शुरू किया है। नेपाल के कपिलवास्तु ज़िले के कृष्णनगर की सीमा पर नेपाल पुलिस, आर्म्ड पुलिस फोर्स ऑफ नेपाल और भारतीय सीमा सुरक्षा बल के सैनिक संयुक्तरूप से गश्‍त लगा रहे हैं। सीमा पर जारी अवैध गतिविधियों पर नज़र रखने का ज़िम्मा इन सैनिकों पर है। चीन की पिपल्स लिबरेशन आर्मी के सैनिकों ने नेपाल की भूमि पर अतिक्रमण करके लष्करी इमारतों का निर्माण करने की जानकारी सामने आने के दौरान भारत-नेपाल के सैनिकों ने सीमा पर संयुक्त गश्‍त लगाना शुरू किया है।

कोरोना वायरस के संकट की पृष्ठभूमि पर १४ नवंबर तक भारत-नेपाल सीमा सील की गई है। इसके साथ ही मौजूदा संकट का लाभ उठाकर नशिले पदार्थों की तस्करी एवं अन्य अवैध गतिविधियां रोकने के लिए भारत और नेपाल ने सीमा क्षेत्र में गश्‍त शुरू की है। भारत और नेपाल के २६-२६ सैनिकों की तैनाती इस क्षेत्र में की गई है। भारत ने सीमा सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त करके सकारात्मक रिस्पान्स देने की बात नेपाल की पुलिस ने कही है। भारत-नेपाल की सीमा पर कृष्णनगर एक अहम स्थान है। इस क्षेत्र की सुरक्षा बढ़ाकर अपराधिक गतिविधियां रोकने के लिए अपना देश वचनबद्ध होने की बात भारत ने कही है। बीते कुछ दिनों से भारत और नेपाल के बीच सीमा विवाद निर्माण हुआ था। इस पृष्ठभूमि पर दोनों देशों के सुरक्षा बलों ने संयुक्त गश्‍त करना अहमियत रखता है।

India-nepal-patrollingइसी बीच, चीन की सेना ने नेपाल की सीमा में दो किलोमीटर अंदर घुसपैठ करके नौं इमारतों का निर्माण किया है। नेपाल के हुमला ज़िले के क्षेत्र पर चीन ने कब्ज़ा करने की बात सामने आयी है। इसके साथ ही इन जगहों पर चीनी सैनिक नेपाल के नागरिकों को रोक रहे हैं। गांव का मुखिया विष्णु बहादुर लामा सरहदी क्षेत्र पर पहुँचने पर उन्होंने चीन का यह निर्माण कार्य देखा। उन्होंने वहां पर जाकर विरोध करने की कोशिश की। लेकिन, चीनी सैनिकों ने उन्हें धमकाया। लामा ने चीन के इस निर्माण कार्य के फोटो निकालकर प्रसिद्ध किए हैं। इससे पहले चीन ने नेपाल के सात ज़िलों के क्षेत्र पर भी कब्ज़ा करने के समाचार प्रसिद्ध हुए थे। विकास कार्यों की आड़ में चीन ने नेपाल की ज़मीन पर कब्ज़ा करना शुरू किया है, यह बात भी स्पष्ट हुई थी।

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