‘ईरान रशिया का उत्तम सहयोगी देश’ : रशियन राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन

मॉस्को, दि. २९ : अमरीका और इस्रायल ईरान के खिलाफ आक्रामक होते समय, रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन ने ईरान के राष्ट्राध्यक्ष हसन रोहानी से मुलाक़ात की| ‘ईरान यह रशिया का उत्तम सहयोगी पड़ोसी देश और भरोसेमंद साथी भी है’, ऐसी घोषणा राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने की| साथ ही, सीरिया और अफगानिस्तान का संघर्ष मिटाने के लिए ईरान बड़ा योगदान दे रहा है, ऐसा भी रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने कहा|

उत्तम सहयोगीईरान के राष्ट्राध्यक्ष रोहानी दो दिन की रशिया यात्रा पर थे| इस यात्रा के आखरी चरण में रशियन राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने राष्ट्राध्यक्ष रोहानी से मुलाकात करते हुए कुछ महत्त्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की| इनमें सीरिया की अस्साद हुक़ूमत को रशिया और ईरान से मिल रहा समर्थन और छ: सालों से चल रहे संघर्ष को खत्म करने पर बातचीत हुई| लेकिन रशिया और ईरान के प्रतिनिधियों ने इसपर जानकारी नहीं दी| रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने ईरानसमेत के ऐतिहासिक सहयोग का ज़िक्र किया, ऐसा दोनों देशों के अधिकारियों ने कहा|

रशिया और ईरान में होनेवाला सहयोग कुछ दशकों तक सीमित नहीं, बल्कि ५०० सालों से अधिक समय से यह सहयोग शुरू है| इस प्रदीर्घ सहयोग का फायदा आंतर्राष्ट्रीय स्तर पर राजनीतिक और आर्थिक क्षेत्र के जटिल मसले को छुड़ाने के लिए हुआ है| ईरान की विद्यमान सरकार ने भी खाड़ी के ऐसे ही जटिल मसले सुलझाने के लिए महत्त्वपूर्ण सहयोग दिया’, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने कहा| रशिया और ईरान आर्थिक संकट से गुजर रहे होने के बावजूद भी दोनों देशों में आपसी व्यापारी सहयोग शुरू था| पिछले साल इस व्यापारी सहयोग में ७० फिसदी बढ़ोत्तरी होने की जानकारी रशियन सरकार की प्रतिनिधि ने दी|

आतंकवाद और नशीले पदार्थों की तस्करी के खिलाफ रशिया और ईरान ने उत्तम संघर्ष किया, ऐसा ईरान के राष्ट्राध्यक्ष ने कहा| साथ ही, खाड़ी क्षेत्र में शांति और स्थिरता यह रशिया और ईरान के सहयोग का मुख्य उद्दिष्ट है, ऐसा ईरान के राष्ट्राध्यक्ष रोहानी ने कहा| साथ ही, रशिया के साथ बढ़ते सहयोग का समर्थन करते हुए, यह सहयोग किसी तीसरे देश के खिलाफ़ नहीं है, ऐसा रोहानी ने स्पष्ट किया| रशिया और ईरान के राष्ट्राध्यक्षों में हुई इस मुलाकात में १५ समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए| इनमें पर्यटन, आर्थिक, कानून, संचार व्यवस्था, व्यापार और सीरिया में आतंकवाद के खिलाफ सैनिकी सहयोग ये मसले भी शामिल थे|

आनेवाले दिनों में कझाकस्तान में रशिया की अगुआई में सीरिया के मसले पर बैठक होनेवाली है| इस बैठक की पृष्ठभूमि पर दोनों राष्ट्राध्यक्षों में बातचीत हुई| वहीं, सीरिया जैसे ही, अफगानिस्तान के सहयोग के बारे में भी दोनों राष्ट्राध्यक्षों में चर्चा हुई, ऐसा रशियन मीडिया ने कहा है| अफगानिस्तान की सरकार और तालिबानी आतंकियों में ठेंठ बातचीत करवाने के लिए ईरान ने कोशिश की थी|

रशिया और ईरान सहयोग की ओर अमरीका, इस्रायल और सौदी अरेबिया जैसे ईरान के विरोधी देश बेहद उत्सुकता से देख रहे हैं| इस यात्रा में, रशिया को ईरान की सैनिकी छावनी इस्तेमाल के लिए देने का प्रस्ताव ईरान के राष्ट्राध्यक्ष द्वारा दिया गया, ऐसी खबर प्रकाशित हुई थी| इसपर अमरीका से तीव्र प्रतिक्रिया आयी थी| सीरिया के टारटस में रशियन नौसेना की छावनी है| इसके बाद यदि ईरान की सैनिकी छावनी रशिया को उपलब्ध हो गयी, तो फिर पर्शियन खाड़ी में रशिया की सामरिक क्षमता और वर्चस्व और भी अधिक बढ़ सकता है| साथ ही, इससे  ईरान को रशिया की ताकत का मज़बूत आधार मिल सकता है| इससे ईरान की ओर शक की नजर से देखनेवाले इस्रायल समेत सौदी अरेबिया तथा दोस्त राष्ट्रों की चिंता बढ़ सकती है|

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