ईरान का बुशेहर परमाणु प्रकल्प तकनीकी खराबी के कारण ‘शटडाऊन’ – ईरान की परमाणु ऊर्जा संस्था का ऐलान

तेहरान – बुशेहर स्थित ईरान का एकमात्र परमाणु ऊर्जा प्रकल्प यकायक ‘शटडाऊन’ किया गया है। तकनीकी खराबी होने की वजह से यह प्रकल्प अगले तीन-चार दिन बंद रहेगा, यह जानकारी ईरान की परमाणु ऊर्जा संस्था ने सार्वजनिक की है। इस मामले के लिए किसी को ज़िम्मेदार ठहराने से ईरान की यंत्रणाएँ दूर रही हैं। लेकिन, ईरान को परमाणु बम का निर्माण करने से रोकना हो तो ईरान के परमाणु प्रकल्पों पर नए से हमलें करने की आवश्‍यकता होने का आवाहन इस्रायल के वरिष्ठ अधिकारी ने दो दिन पहले ही किया था।

दक्षिण ईरान में स्थित बुशेहर परमाणु ऊर्जा प्रकल्प अस्थायी कारणों से बंद किया गया है। रविवार के दिन यह जानकारी सार्वजनिक की गई। ‘प्रकल्प में तकनीकी खराबी होने की वजह से ऊर्जा मंत्रालय को जानकारी प्रदान करके यह प्रकल्प बंद किया गया है और ऊर्जा संयंत्र भी बंद किए गए हैं’, यह जानकारी ईरान की परमाणु ऊर्जा संस्था की वेबसाईट पर जारी की गई। तीन से चार दिनों में यह प्रकल्प दोबारा पहले जैसा शुरू किया जाएगा, यह बात भी ईरान ने स्पष्ट की है।

इसके बाद ईरान की नैशनल इलेक्ट्रिसिटी कंपनी ने रविवार के दिन ईरान की जनता को बिजली का कम से कम इस्तेमाल करने का आवाहन किया। प्रकल्प में मरम्मत का काम हफ्ते के अन्त तक जारी रहेगा, यह संभावना भी कंपनी ने व्यक्त की। लेकिन, इस तकनीकी खराबी का पुख्ता कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। ईरान ने वर्ष २०१३ में रशिया की सहायता से बुशेहर परमाणु प्रकल्प का निर्माण किया था और इस प्रकल्प में १ हज़ार मेगावॉट बिजली का निर्माण होता है। इसके अलावा ईरान और रशियन कंपनियां बुशेहर में ही हज़ार मेगावैट क्षमता के अन्य दो प्रकल्पों का निर्माण कार्य कर रही हैं।

अमरीका ने वर्ष २०१८ में लगाए प्रतिबंधों की वजह से ईरान बुशेहर परमाणु प्रकल्प के लिए अंतरराष्ट्रीय बाज़ार से ज़रूरी सामान  खरीद नहीं पाया है। इसका बुशेहर परमाणु प्रकल्प पर सीधा असर पड़ेगा और यह प्रकल्प बंद हो जाएगा, यह इशारा ईरान के परमाणु कार्यक्रम से संबंधित अधिकारी महमूद जाफरी ने मार्च में ही दिया था। इस वजह से बुशेहर परमाणु प्रकल्प के इस ‘शटडाऊन’ के पीछे यह भी एक कारण हो सकता है, यह दावा किया जा रहा है।

लेकिन, बीते कुछ महीनों में ईरान के परमाणु प्रकल्प एवं संबंधित कंपनियों में घटी घटनाओं को देखें तो बुशेहर परमाणु प्रकल्प की इस घटना की ओर संदिग्धता से देखा जा सकता है। बीते वर्ष से ईरान के अति अहम नातांज़ परमाणु प्रकल्प में दो बार विस्फोट हुए। इन दोनों विस्फोटों के लिए ईरान की सुरक्षा यंत्रणाओं ने अमरीका और इस्रायल पर आशंका जताई थी। ऐसे में बीते महीने में बुशेहर शहर में ईरान सरकार की पेट्रोकेमिकल कंपनी में संदिग्ध विस्फोट होने से एक की मौत हुई थी।

इसी बीच, ईरान में हुए राष्ट्राध्यक्ष पद के चुनाव में इब्राहिम राईसी की जीत होने का ऐलान होने के बाद बुशेहर प्रकल्प में यह घटना घटी है। ईरान का यह चुनावी नतीजा यानी परमाणु समझौता करने की कोशिश कर रहीं महासत्ताओं के लिए ‘फाइनल वेक-अप कॉल’ होने का इशारा इस्रायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने दिया है। ऐसे में ईरान को परमाणु बम का निर्माण करने से रोकना हो तो ईरान के परमाणु प्रकल्पों पर नए हमले करने की तैयारी इस्रायल करे, यह आवाहन भी इस्रायल के वरिष्ठ अफसर ने एक साक्षात्कार के दौरान किया था।

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