चीन का ‘स्पेस रॉकेट’ धरती पर गिरने का इशारा – ‘पेंटॅगॉन’ की निगरानी शुरू

वॉशिंग्टन – चीन ने बीते महीने अंतरिक्ष प्रक्षेपण के लिए इस्तेमाल किया २१ टन भार का रॉकेट धरती पर गिरने की संभावना होने का गंभीर इशारा दिया गया है। अमरीका के रक्षा विभाग ने चीन के इस रॉकेट पर नज़र रखना शुरू किया है और इससे संबंधित जानकारी वेबसाईट पर प्रसिद्ध की जाएगी, यह भी स्पष्ट किया है। अंतरिक्ष में प्रक्षेपित किया गया चीनी रॉकेट या यान धरती पर गिरने की बीते तीन वर्षों की यह दूसरी बड़ी घटना हो सकती है। इससे पहले वर्ष २०१८ में चीन का ‘तिआनगाँग-१’ अतंरिक्ष स्थानक पैसिफिक महासागर में गिरा था।

china-space-rocketबीते हफ्ते २९ अप्रैल के दिन चीन ने ‘लाँग मार्च ५ बी’ नामक प्रक्षेपक रॉकेट की सहायता से ‘तिआनहे’ यान अतंरिक्ष में प्रक्षेपित किया था। ‘तिआनहे’ यान चीन के अंतरिक्ष स्थानक का अहम हिस्सा समझा जाता है। यह यान पृथ्वी के ‘लो ऑर्बिट’ में छोड़ते समय चीन के प्रक्षेपक रॉकेट ने भी पृथ्वी की कक्षा में प्रवेश करने की जानकारी सामने आयी है। इस रॉकेट के पृथ्वी की कक्षा में प्रवेश करने के मामले पर चीन ने कोई भी खुलासा नहीं किया है।

लेकिन, फिलहाल चीन का ‘लाँग मार्च ५ बी’ प्रक्षेपक रॉकेट प्रति घंटा २७ हज़ार ६०० किलोमीटर गति से पृथ्वी की कक्षा में मंड़रा रहा है। तकरीबन ३०० किलोमीटर उंचाई पर मंड़रा रहा यह रॉकेट ९० मिनिटों में पृथ्वी का एक चक्कर लगा रहा है, यह जानकारी ‘स्पेस न्यूज’ नामक वेबसाईट ने साझा की है। अगले कुछ दिनों में चीन का यह रॉकेट धरती के किसी भी हिस्से पर गिर सकता है, यह इशारा भी इस वेबसाईट ने दिया है।

अमरीका के रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटॅगॉन ने भी इस जानकारी की पुष्टि की है। ‘पेंटॅगॉन’ के प्रवक्ता माईक हॉवर्ड ने ‘यूएस स्पेस कमांड’ चीन के इस रॉकेट के चक्कर पर नज़र बनाए रखने की जानकारी प्रदान की। यह चीनी रॉकेट ८ मई के दिन धरती पर गिरने की संभावना होने का दावा भी उन्होंने किया। लेकिन, वह पुख्ता कौनसी जगह पर गिरेगा, इसकी जानकारी मात्र कुछ घंटे पहले ही प्राप्त होगी, यह भी उन्होंने स्पष्ट किया। कुल २१ टन भार का ‘स्पेस रॉकेट’ धरती पर गिरना अंतरिक्ष क्षेत्र के इतिहास की सबसे बड़ी ‘अन कंट्रोल्ड रिएन्ट्री’ की घटना होगी, यह दावा भी किया जा रहा है।

china-space-rocketमात्र तीन वर्ष के कालावधी में अंतरिक्ष स्थानक और इसके बाद रॉकेट धरती पर गिराने की घटना चीन की अंतरिक्ष क्षेत्र की मंशा पर आशंका बढानेवाली साबित हो रही है। चीन ने अंतरिक्ष में छोड़े रॉकेट्स, यान एवं उपग्रह अनुसंधान के साथ ही गश्‍त और लष्करी कारणों के लिए इस्तेमाल किए जा रहे हैं, ऐसे आरोप पहले भी हुए है। अमरीका के स्पेस फोर्स के प्रमुख जॉन विल्यम रेमंड ने हाल ही में चीन के ‘शिजिया १७’ नामक उपग्रह को लेकर चेतावनी जारी की थी। अमरिकी सेना की गुप्तचर यंत्रणा ने भी चीन की अंतरिक्ष में जारी गतिविधियों को लेकर इशारा देनेवाली रपट बीते महीने जारी की थी।

अमरीका के विश्‍लेषक गॉर्डन चैंग ने चीन की अंतरिक्ष की महत्वाकांक्षाओं की ओर ध्यान आकर्षित करते समय इससे अंतरिक्ष में ९/११ हो सकता है, यह इशारा बीते वर्ष के अन्त में दिया था।

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