ईरानी हुक़ूमत के विरोध में होनेवाले गुट ने इस्रायल की सहायता की – ईरान के वरिष्ठ अधिकारी का आरोप

तेहरान – फखरीज़ादेह की हत्या कराने के लिए, ईरान की खामेनी हुकूमत के विरोध में बगावत करने वाले और देशनिकाला जारी होनेवाले ‘पिपल्स मुजाहिद्दीन ऑफ इराण’ (एमईके) इस संगठन ने, इस्रायल तथा मोसाद की सहायता की, ऐसा दोषारोपण ईरान के वरिष्ठ लष्करी अधिकारी रिअर ऍडमिरल अली शामखानी ने किया। वहीं, परमाणु वैज्ञानिक गँवाने के कारण बेचैन हुए ईरान के अधिकारी गुस्से में आकर विद्वेषपूर्ण और झूठे आरोपों का सहारा ले रहे होने का पलटवार ‘एमईके’ ने किया है।

ईरान की हुकूमत का कट्टर विरोधक होनेवाले ‘एमईके’ इस पॅरिस स्थित संगठन ने फखरीज़ादेह की हत्या के लिए इस्रायल और इस्राइली गुप्तचर यंत्रणा मोसाद की सहायता की होने के सुराग प्राप्त होने का दावा शामखानी ने किया। लेकिन इसके तफ़सील शामखानी ने नहीं दिए हैं। मग़र फखरीज़ादेह की हत्या के बारे में शामखानी ने एक नया दावा किया। परमाणु वैज्ञानिक की हत्या कराने के लिए बहुत ही जटिल योजना का इस्तेमाल किया गया। इलेक्ट्रॉनिक शस्त्र का इस्तेमाल करके यह हमला किया गया, ऐसा शामखानी ने कहा।

गत दो दिनों से ईरानी नेता, अधिकारी तथा माध्यम फखरीज़ादेह की हत्या के बारे में अलग अलग दावें कर रहे हैं। ‘मोसाद’ के एजंट्स ने विस्फोट कराके और अंधाधुंद गोलीबारी करके फखरीज़ादेह की हत्या करायी होने का दावा ईरानी माध्यमों ने किया था। उसके बाद, इस हमले में इस्रायल ने रिमोट कंट्रोल द्वारा नियंत्रित होनेवाली, ट्रक पर बिठायी मशीनगन का इस्तेमाल किया होने का भी दावा किया गया था।

Leave a Reply

Your email address will not be published.