नियमों का पालन करें और चीन की सीमा से दूर रहें – चीन की ब्रिटीश नौसेना को सख्त चेतावनी

बीजिंग/लंदन – ब्रिटेन की विमान वाहक युद्धपोत ‘एचएमएस क्वीन एलिज़ाबेथ’ अपने ‘कैरिअर स्ट्राईक ग्रूप’ के साथ साऊथ चायना सी से यात्रा करते समय संयम बरते, नियमों का पालन करे और चीन के द्विप एवं सीमा से दूर रहे, ऐसी सख्त चेतावनी चीन ने दी है। ब्रिटीश युद्धपोतों ने अमरिकी युद्धपोतों की तरह आक्रामकता दिखाई तो चीन अपनी संप्रभुता की सुरक्षा के लिए बड़ा झटका देगा, यह इशारा भी दिया गया है। चीन के इस इशारे पर ब्रिटेन की प्रतिक्रिया प्राप्त हुई है और ब्रिटेन का ‘कैरिअर स्ट्राईक ग्रूप’ नियमों का पालन करके आत्मविश्‍वास के साथ इस मुहिम को अंजाम देगा, यह भरोसा ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने दिलाया है।

HMS-Queen-Elizabeth-Chinaचीन द्वारा लगातार ड़ाला जा रहा दबाव और दिए जा रहे इशारों को ठुकराकर ब्रिटेन की विमान वाहक युद्धपोत ‘एचएमएस क्वीन एलिज़ाबेथ’ अपने ‘कैरिअर स्ट्राईक ग्रूप’ के साथ मंगलवार के दिन साऊथ चायना सी में दाखिल हुई थी। इस ‘स्ट्राईक ग्रूप’ में छह विध्वंसक, दो ‘ऑक्ज़िलरी शिप्स’, एक पनडुब्बी का समावेश है। ब्रिटीश नौसेना की इस मुहिम पर चीन के प्रसारमाध्यमों ने आक्रामकता से आलोचना की है। चीन के सरकारी मुखपत्र ‘ग्लोबल टाईम्स’ ने एक लेख के माध्यम से ब्रिटीश नौसेना की यह मु्हिम इस क्षेत्र में सिर्फ अपना अस्तित्व दिखाने की कोशिश है, यह आलोचना की है।

‘ब्रिटीश नौसेना के काफिले को हम काफी गंभीर इशारा दे रहे हैं। साऊथ चायना सी से बड़े संयम के साथ यात्रा करने की पूरी ज़िम्मेदारी उन पर है। वह नियमों का ठीक से पालन करे। अंतरराष्ट्रीय शिपिंग लेन्स का अहसास रखकर चीन के द्विप एवं समुद्री क्षेत्र से १२ समुद्री मील दूरी से ही यात्रा करे’, ऐसा इशारा ‘ग्लोबल टाईम्स’ के लेख में दिया गया है। चीन का यह इशारा सिर्फ ब्रिटेन के लिए नहीं है, बल्कि अमरीका के अन्य मित्रदेशों के लिए भी होने की बात इस लेख में दर्ज़ है। अमरीका के मित्रदेश सावधानी बरतें और चीन की ‘रेड लाईन्स’ से सुरक्षित दूरी बनाए रखें एवं अधिक आक्रामक भूमिका अपनाने से बचें, यह इशारा भी दिया गया है।

FILE PHOTO: The Chinese national flag is seen in Beijing, Chinaसाऊथ चायना सी’ में अमरिकी मित्रादेशों के युद्धपोतें अमरीका की तरह गैरज़िम्मेदाराना बरताव ना करें। यदि वे ऐसा करने की कोशिश करते हैं तो चीन को अपनी संप्रभुता और क्षेत्रिय अखंड़ता की सुरक्षा के लिए क्या किया जाता है, इसका नमूना विश्‍व को दिखाना पड़ेगा’, इन शब्दों में धमकाया भी गया है। इस दौरान एक चीनी कहावत का भी ज़िक्र किया गया है। ‘एक को मारना अन्य १०० लोगों के लिए इशारा होता है’, इस कहावत के ज़रिए ब्रिटीश विमानवाहक युद्धपोत और ‘कैरिअर स्ट्राईक ग्रूप’ को इशारा दिया गया है। ब्रिटेन की साऊथ चायना सी में तैनाती का विचार ही खतरनाक होने का अहसास भी कराया गया है।

चीन की इस धमकी पर ब्रिटेन ने प्रतिक्रिया दर्ज़ की है। ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने इस पर स्वतंत्र निवेदन जारी करके कहा है कि, नौसेना का ‘कैरिअर स्ट्राईक ग्रूप’ अंतरराष्ट्रीय नियम एवं कानून के अनुसार ही साऊथ चायना सी से यात्रा कर रहा है। ‘इस क्षेत्र से हो रही यह यात्रा किसीको उकसाने के लिए नहीं है। ब्रिटीश नौसेना आत्मविश्‍वास के साथ अपनी मुहिम को अंज़ाम देगी’, यह बात भी ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने स्पष्ट की है। ब्रिटेन के रक्षामंत्री बेन वॉलेस ने कुछ दिन पहले ही जापान की यात्रा के दौरान चीन की आक्रामकता की मालूमात का बयान भी किया था।

‘अंतरराष्ट्रीय समुद्री क्षेत्र में यात्रा कर रहे जहाज़ों पर चीन नज़र रखता है और इनका पीछा भी करता है, यह बात अब छुपी नहीं रही। हम चीन का सम्मान करते हैं और चीन भी हमारा सम्मान करेगा, यह उम्मीद रखते हैं। अंतरराष्ट्रीय नियमों का सम्मान करके ब्रिटीश नौसेना अपनी मुहिम पूरी करेगी’, यह बयान भी रक्षामंत्री वॉलेस ने किया था।

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