अरब देशो में ज्यूधर्मियों के सांस्कृतिक संगठन की स्थापना

arab-jewsजेरूसलेम – पर्शियन खाड़ी के छह देशों में निवास करने वाले ज्यूधर्मियों के लिए पहला सांस्कृतिक संगठन बनाया गया है। इस संगठन के जरिए, पिछले कई दशकों से अरब देशो में बिखरे हुए ज्यूधर्मिय एक दूसरे के साथ जुड़ जाएंगे, ऐसा विश्वास इस संगठन के संस्थापक जाहिर कर रहे हैं। कुछ महीने पहले इस्रायल और अरब देशो के बीच संपन्न हुए ‘अब्राहम एकॉर्ड’ के कारण यह संभव हुआ होने का दावा किया जाता है।

सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमिरात (युएई), बाहरिन, कुवैत, ओमान और कतार इन अरब देशो में कुल मिलाकर कई हजार ज्यूधर्मियों का वास्तव्य है। इन सबको एकत्रित लाने के लिए ‘असोसिएशन ऑफ गल्फ ज्यूईश कम्युनिटीज्’ (एजीजेसी) इस संगठन की स्थापना की गई है। दुबईस्थित ज्यू धर्मोपदेशक डॉ. एली अबादी और बाहरिनस्थित इब्राहिम दाऊद नोनू ने ‘एजीजेसी’ की स्थापना की घोषणा की।

अरब देशो में स्थित ज्यूधर्मियों के नागरी अधिकार, सम्मान तथा धरोहर और ज्यूधर्मियों की आचारपद्धति इनका जतन एवं संवर्धन करने का कार्य ‘एजीजेसी’ द्वारा किया जाएगा। इसके लिए ‘बेथ दिन ऑफ अरेबिया’ का निर्माण किया जानेवाला है। साथ ही, ज्यूधर्मियों की विशेषतापूर्ण खाद्यसंस्कृति बचाने के लिए भी ‘एजीजेसी’ के जरिए प्रयास किए जाएँगे। साथ ही, आनेवाले समय में अरब देशों में स्थित ज्यूधर्मियों के लिए शैक्षणिक व्यवस्था शुरू करने के बारे में भी ‘एजीजेसी’ विचार कर रहा होने की जानकारी अबादी ने इस्रायली अखबार के साथ बातचीत करते हुए दी।

arab-jewsएजीजेसी की स्थापना के पीछे, अरब देशों में बिखरे हुए ज्यूधर्मियों को सांस्कृतिक दृष्टि से एकत्रित लाना यह हेेतु हैै, ऐसा अबादी ने बताया। युएई और बाहरिन इन अरब देशों में बहुत पहले से ही ज्यूधर्मियों के संगठन कार्यरत हैं। साथ ही, इन देशों में ज्यूधर्मियों ने राजनीतिक अधिकारी, व्यवसायिक के तौर पर अहम भूमिका निभाई है। सऊदी अरब में भी, कम संख्या में ज्यूधर्मिय होने के बावजूद भी वे अपने इस संगठन के साथ जुड़े गए होने की जानकारी अबादी ने दी।

यह संगठन निजी निधि और स्थानीय संगठनों की सहायता से कार्यरत है। इस संगठन के लिए राजनीतिक स्तर पर युएई के प्रशासन ने बड़ा सहयोग किया है और इसके आगे भी यह सहयोग जारी रखने का आश्वासन दिया है, ऐसी जानकारी अबादी ने दी। युएई ने तो अबूधाबी ने एक ही भूभाग में सभी धर्मों के प्रार्थना स्थल बनाने की घोषणा की होकर, उनमें ज्यूधर्मियों के सिनेगॉग का भी समावेश होने वाला है। वहीं, स्थानीय ज्यूधर्मिय सौदी प्रशासन के संपर्क में हैं, ऐसा भी अबादी ने कहा।

arab-jewsअरब देशों में सांस्कृतिक संगठन बनाने तक अपना कार्य सीमित नहीं रहेगा। बल्कि इस्रायल और अरब देशों के बीच संबंध अधिक विकसित करके सौहार्द स्थापित करने के लिए भी अपना संगठन कोशिश करेगा, ऐसा अबादी ने कहा है। एजीजेसी इस संगठन के संचालन के लिए अमरीका, युरोप तथा इस्रायल स्थित धर्मगुरुओं की भी सहायता ली जानेवाली है।

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