पाकिस्तान में ‘कोरोना’ का विस्फोट होगा – पाकिस्तानी माध्यमों ने जताई चिंता

इस्लामाबाद, दि. २१ (वृत्तसंस्था) – पाकिस्तान में एक ही दिन में कोरोना की महामारी से संक्रमित १७ लोगों लोगों की मौत होने के बाद इस देश में घबराहट फैली है। पाकिस्तान में अबतक इस महामारी से संक्रमित २०० से भी अधिक लोगों की लोगों ने दम तोडा हैं। लेकिन सरकार से दिए जा रहें ये आंकडें गुमराह करनेवाले हैं और असल में पाकिस्तान में कोरोना से पाये गए मृतकों की संख्या इससे कई अधिक होने का दावा इस देश के समाचार चैनल करने लगे हैं। पाकिस्तान में जगह जगह पर कोरोना का विस्फोट होना शुरू हुआ है और जल्द ही कोरोना के परमाणु बम का विस्फोट होगा, ऐसी चिंता कुछ विश्‍लेषकों ने व्यक्त की है।

पाकिस्तानी जनता कोरोना वायरस से ना डरें, यह बात प्रधानमंत्री ने इम्रान खान ने कही थी। लेकिन अब इम्रान खान ही, यह महामारी पाकिस्तान में कोहराम मचाएगी, यह डर जताने लगे हैं। उन्हें सता रही चिंता सच्चाई में उतरने लगी है और अब स्वयं इम्रान खान कोरोना का परीक्षण करवाएँ, यह सलाह उनके डाक्टरों ने दी है। कोरोना वायरस की महामारी रोकने के लिए समय पर लॉकडाउन जारी करने निर्णय ना करके, इम्रान खान ने पाकिस्तान को बडे संकट में धकेला है, ऐसी कडी आलोचना हो रही है। आनेवाले दिनों में इसके भयंकर परिणाम पाकिस्तान को भुगतने होंगे, यह डर विश्‍लेषक व्यक्त कर रहे हैं।

अप्रैल महीने के अन्त तक पाकिस्तान में कोरोना वायरस के पचास हज़ार मरीज पाये जाएँगे, यह दावा प्रधानमंत्री इम्रान खान ने हाल ही में किया था। इस पर विपक्ष के नेताओं से आम पाकिस्तानी नागरिकों तक सभी लोग कडी नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं। यदि यह महामारी इतना भयंकर स्वरूप प्राप्त करनेवाली है, इसकी कल्पना प्रधानमंत्री इम्रान खान को थी, तो मग उन्होंने लॉकडाउन का निर्णय क्यों नहीं किया, यह सवाल यह सभी कर रहें हैं। इस वजह से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री अकार्यक्षम होने का आरोप और भी तीव्र हुआ है। साथ ही, पाकिस्तान की सरकार कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या और इस महामारी के संक्रमण से दम तोडनेवालों की संख्या छिपाने का काम कर रही है, यह आरोप भी होना शुरू हुआ है। पाकिस्तान में कोरोना के मरीज और मृतकों की संख्या बताई जा रही है, उससे कई गुना अधिक हैं, यह दावा पत्रकारों ने किया है। अभी भी पाकिस्तान में काफी कम मात्रा में कोरोना का परीक्षण हो रहा है। जब इस परीक्षण की मात्रा में बढोतरी होगी, तब सच्चाई सामने आएगी। लेकिन तब तक काफी देर हुई होगी, ऐसी संभावना पाकिस्तान के समाचार चैनलों पर जताई जा रही है। पाकिस्तान में कोरोना के मरीजों पर इलाज करने के लिए पर्याप्त अस्पताल नहीं है। वेंटिलेटर्स नहीं हैं। ऐसी स्थिति में यह महामारी पाकिस्तान में फैली, तो क्या कोहराम मचेगा, इसका विचार करना ही काफी है, इन शब्दों में पत्रकार पाकिस्तान की जनता को सच्चाई का एहसास दिला रहे हैं।

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