मिसाइल विरोधी यंत्रणा विकसित करने के लिए चीन को मिलेगी रशिया की सहायता – रशियन राष्ट्राध्यक्ष का ऐलान

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरसोची: ‘अबतक अमरिका और रशिया के पास ही होनेवाली अतिप्रगत मिसाइल विरोधी यंत्रणा का निर्माण करने के लिए रशिया ने चीन की सहायता करना शुरू किया है| इस यंत्रणा की वजह से अगले समय में चीन के सामर्थ्य में बढोतरी होगी’, यह ऐलान रशियन राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने किया है| राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने किया यह ऐलान यानी रशिया और चीन के लष्करी सहयोग का अहम स्तर होने की बात रशियन माध्यमों ने कही है| साथ ही यह यंत्रणा अमरिका के लिए इशारा होने का दावा भी पश्‍चिमी विश्‍लेषकों ने किया है|

दो दिन पहले चीन के लष्करी संचलन में बैलेस्टिक, स्टेल्थ मिसाइलों का प्रदर्शन किया गया ता| साथ ही ३० मिनिटों में अमरिका तक जा टकराने की क्षमता रखनेवाले ‘डीएफ१७’ मिसाइल को भी इस संचलन में शामिल किया गया था| चीन के इस शक्तिप्रदर्शन का रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने स्वागत करके चीन पर नियंत्रण रखना किसी को भी मुमकिन नही है, ऐसा रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने कहा है| सोची के एक कार्यक्रम में बोलते समय राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने रशिया और चीन के लष्करी सहयोग की जानकारी दी|

राष्ट्राध्यक्ष पुतिन के बयान पर चीन की सोशल मीडिया में अलग अलग विरोधी प्रतिक्रिया प्राप्त हो रही है| चिन के कुछ नेटकरों ने रशियन राष्ट्राध्यक्ष की घोषणा का स्वागत किया है| साथ ही अतिप्रगत मिसाइल विरोधी यंत्रणा के निर्माण कार्य में सहयोग करने का ऐलान करके रशियन राष्ट्राध्यक्ष को डिंग लगाने की क्या जरूररत थी, यह आलोचना भी नेटकरों ने चीन के सोशल मीडिया पर की है| लेकिन, चीन से अभी इस विषय पर प्रतिक्रिया दर्ज नही हुई है|

रशिया ने इससे पहले ही चीन को एस-४०० यह प्रगत मिसाइल विरोधी यंत्रणा प्रदान की है| कुछ महीनों पहले यह यंत्रणा चीन पहुंची है| चीन की यह यंत्रणा अपनी पूर्वीय एवं आग्नेय सीमा के निकट तैनात करने के विचार में होने का कावा अमरिकी विश्‍लेषकों ने किया था| पैसिफिक महासागर, ईस्ट चाइना सी और तैवान के समुद्री क्षेत्र में अमरिकी नौसेना की शुरू गतिविधियों के विरोध में यह तैनाती होगी, यह इशारा भी इन विश्‍लेषकों ने दिया था| वही, ‘एस-४००’ का समावेश होने के बाद चीन ने रशिया की ‘एस-५००’ की खरीद करने संबंधी रुचि दिखाकर रशिया से संपर्क किया है, यह खबर भी प्रसिद्ध हुई थी|

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