पाकिस्तानी सेना ने भारत को फिर से धमकाया – युद्ध की चेतावनी देकर स्थिति संभालने की कोशिश

इस्लामाबाद: अपने कोअर कमांडर्स की बैठक होने के बाद पाकिस्तान की सेना ने भारत को नए से धमकाया है| ‘भारत ने हमला किया तो उसे जवाब दिया जाएगा| पाकिस्तान की सेना अपनी देश की सार्वभूमता की रक्षा के लिए तैयार है’, ऐसा पाकिस्तानी लष्करप्रमुख ने यह धमकी देते समय कहा है| शुक्रवार के दिन कश्मीर की नियंत्रण रेखा पर स्थानिय लोगों के साथ मोर्चा निकालने का ऐलान करनेवाली पाकिस्तानी सेना को भारत की चेतावनी के बाद यह मोर्चा करने का निर्णय पीछे लेना पडा था| इसपर खुलासा करके अपनी हरकतों से जनता का ध्यान दुसरी ओर मोडने के लिए पाकिस्तानी सेनाप्रमुख को नई धमकियां एवं चेतावनी देने की जरूरत महसूस हो रही दिख रही है|

शुक्रवार के दिन ‘जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट’ इस आतंकी संगठन के पीओके के कुछ सदस्यों ने मोटर सायकल की रैली निकाली थी| लेकिन, पाकिस्तानी सेना के दावे के अनुसार कश्मीर की नियंत्रण रेखा पर  कोई भी अभी पहुंच नही सका है| भारतीय सेना ने इस हरकत के विरोध में पहले ही कडी चेतावनी दी थी| नियंत्रण रेखा की मर्यादा का भान नही रखा तो भारतीय सेना भी नियंत्रण रेखा का ध्यान रखे बिना कार्रवाई करेगी| पीओके में घुंसकर कार्रवाई करने के लिए भारतीय सेना जरा भी हिचकिचाएगी नही, यह भी सेनाप्रमुख जनरल रावत ने कहा था| इसके बाद पाकिस्तान की सेना ने अपनी यह साहसी प्रदर्शन ना दिखाने की समझदारी दिखाई है|

लेकिन, यह वापसी करते समय भारत को धमकी देकर साहस का प्रदर्शन करने की परंपरा पाकिस्तान के सेनाप्रमुख जनरल बाजवा ने अभी कायम रखी है| साथ ही इशके पीछे पाकिस्तान में शुरू हरकतों से ध्यान दुसरी ओर हटाने के लिए जनरल बाजवा ने प्लैन किया है, यही स्पष्ट हो रहा है| पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तान में बडी सियासी उथल पुथल शुरू है| पाकिस्तान की सेना प्रधानमंत्री इम्रान खान पर नाराज हुई है और अलग अलग रास्तों से यह नाराजगी व्यक्त की जा रही है|

कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान के उद्योजकों ने प्रधानमंत्री इम्रान खान से भेंट की थी| महंगी बिजली और अन्य अन्य सुविधाओं की किल्लत से पाकिस्तान का उद्योग क्षेत्र अन्य देशों की तुलना में काफी पीछे रहा है| ऐसी शिकायतें इन उद्योजकों ने प्रधानमंत्री इम्रान खान के सामने रखी| इसपर संतोषजनक प्रत्युत्तर देना इम्रान खान को मुमकिन नही हो सका है| इस कारण भडक उठे उद्योजकों ने पाकिस्तान का असल में नियंत्रण कर रहे सेना के प्रमुख जनरल बाजवा से भेंट करके सीधे उन्हीं से बातचीत की थी| पाकिस्तान में असल अधिकार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के हाथ में नही है, बल्कि सेना प्रमुख के हाथ में है, यह बात नए से रेखांकित हुई है|

यह पाकिस्तानी सेनाप्रमुख ने प्रधानमंत्री इम्रान खान को दी चुतावनी है, यह समझा जा रहा है| इसपर पाकिस्तान की सरकार और लष्करी खुलासा देने की कोशिश कर रहे है| लेकिन, जल्द ही प्रधानमंत्री इम्रान खान की सरकार गिरेगी, यह बातचीत अब जोर पकड रही है| विपक्षी नेताओं ने यह बात काफी उठाई है| अक्टुबर महीने में ही पाकिस्तान के विपक्षी नेता मौलाना फजलुर रेहमान ने ‘आजादी मार्च’ निकालकर सरकार गिराने के लिए इस्लामाबाद में जाकर टकराने का ऐलान किया है| पाकिस्तानी सेना के समर्थन के बिना मौलाना फजलूर रेहमान अपने समर्थकों के साथ इस्लामाबाद पहुंच ही नही सकता, ऐसा कुछ पत्रकार दांवे के साथ कह रहे है|

इस वजह से पाकिस्तान को फिलहाल कश्मीर के मुद्दे पर प्राप्त हो रही नाकामयाबी और देश के बिगडे आर्थिक हालात का पूरा जिम्मा इम्रान खान की सरकार पर थोंपने की तैयारी पाकिस्तान की सेना कर रही है| पाकिस्तान में जल्द ही सत्ता परिवर्तन होगा और इम्रान खान की जगह पर नए नेता की नियुक्ती करके पाकिस्तान की सेना देश चलाएगी, यह दावे हो रहे है| यह जनरल बाजवा ने तैयार किया हुआ ‘मायनस वन’ प्लैन होने की बात कही जा रही है|

इस सभी गतिविधियों की पाकिस्तान में जोरों से चर्चा हो रही है और ऐसे में पाकिस्तान की सेना भारत हमला करने की संभावना व्यक्त करके अपनी हरकतों की ओर जनता का ध्यान नही जाएगा, इसके लिए प्रावधान कर रही है|

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