चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी सुरक्षा, स्वतंत्रता एवं संपन्नता पर आधारित आन्तर्राष्ट्रीय व्यवस्था नहीं चाहती – अमरीका के विदेशमंत्री पॉम्पिओ का आरोप

वॉशिंग्टन – ‘चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी, क़ानून की परवाह एवं सार्वभूमता का आदर ना होनेवाली जागतिक व्यवस्था का निर्माण करना चाहती है। उसके लिए वे अपनीं सारी क्षमताओं का इस्तेमाल करके दुनियाभर में प्रभाव बढ़ा रहे हैं। कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा निर्माण की जानेवाली व्यवस्था में सुरक्षा, स्वतंत्रता एवं संपन्नता को स्थान नहीं होगा’, ऐसा आरोप अमरीका के विदेशमंत्री माईक पॉम्पिओ ने किया है। अमरीका के ‘द ह्युज हेविट शो’ इस रेडिओ कार्यक्रम में बात करते समय विदेशमंत्री पॉम्पिओ ने, चीन यह इस सदी की सबसे बड़ी चुनौती है, इस बात का पुनरुच्चार भी किया।

us-chinaसन २०१९ में चीन से शुरू हुई कोरोना महामारी की पृष्ठभूमि पर अमरीका ने चीन के खिलाफ़ आक्रामक राजनीतिक मुहिम छेड़ी है। इसके तहत पिछले सालभर में चीन के खिलाफ़ कई बड़े फ़ैसलें किये गये होकर, उनमें साऊथ चायना सी, ताइवान, तिब्बत, झिंजिआंग तथा हाँगकाँग से संबंधित फ़ैसलों का समावेश है। उसी समय, चीन द्वारा किये जानेवाले सायबरहमलें, तंत्रज्ञान क्षेत्र में वर्चस्व हासिल करने के लिए जारी कोशिशें इनके विरोध में भी अमरीका ने मोरचा खोला है।

हालाँकि अमरीका में अगले हफ़्तेभर में सत्ताबदलाव होनेवाला है, फिर भी ट्रम्प प्रशासन ने चीनविरोधी आक्रामक नीति में बदलाव नहीं किये हैं, यह बात विदेशमंत्री पॉम्पिओ के इंटरव्यू से स्पष्ट हो रही है। पॉम्पिओ ने इस समय विश्वास व्यक्त किया कि आगामी राष्ट्राध्यक्ष बायडेन का प्रशासन भी चीन की कम्युनिस्ट हुक़ूमत के खिलाफ़ जारी नीति को बरक़रार रखेगा। ‘पिछले २४० साल से भी अधिक समय से जारी अमरीका की मार्गक्रमणा आगे भी इसी तरह चलती रहें, यही अमरिकी जनता की माँग होगी और अमरीका का नेतृत्व करनेवाले आगामी राष्ट्राध्यक्ष बायडेन समेत अन्यों को भी इसका एहसास होगा’, ऐसी उम्मीद विदेशमंत्री पॉम्पिओ ने इस समय ज़ाहिर की।

us-chinaपॉम्पिओ ने ताइवान तथा अन्य मुद्दों पर ट्रम्प प्रशासन ने किये फ़ैसलों का समर्थन भी किया। ‘चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने ही ‘वन चायना पॉलिसी’ और उससे जुड़े तीन प्रस्तावों का पालन करने की ज़रूरत है। लेकिन वे ट्रम्प प्रशासन ने तैवान के बारे में किये फ़ैसलों पर अतिरंजित प्रतिक्रिया दे रहे हैं। अमरीका ने केवल प्रामाणिकता, आपसी आदर तथा समान भूमिका इनकी माँग की है और यह इसके बाद भी क़ायम रहेगी’, ऐसा विदेशमंत्री पॉम्पिओ ने कहा। अमरिकी विदेशमंत्री ने कोरोनावायरस के मुद्दे पर भी चीन को लक्ष्य किया।

‘चीन की कम्युनिस्ट हुक़ूमत ने, साल बीतने के बाद भी कोरोनावायरस के संदर्भ में ठोंस बातें बताना टाला है। कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा महामारी के संदर्भ में तीन अलग अलग विकल्प सामने लाये गये। इस सारे मामले में वे गड़बड़ी निर्माण करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन इस मामले में अब तक सामने आयी जानकारी के अनुसार, संक्रमण केवल चीन के भीतर से नहीं, बल्कि हेबेई प्रांत स्थित वुहान में से ही शुरू होने की बात सामने आ रही है’, इन शब्दों में पॉम्पिओ ने, कोरोना के कारण हुई हानि के लिए चीन ही ज़िम्मेदार होने का दोषारोपण किया। चीन की सत्ताधारी हुक़ूमत को इसके परिणाम भुगतने पड़ेंगे, यह भी अमरिकी विदेशमंत्री ने जताया।

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