इटालियन जनता में चीन के ख़िलाफ़ तीव्र ग़ुस्सा

रोम – चीन की लापरवाही के कारण दुनिया पर कोरोनावायरस का संकट टूट पड़ा है, ऐसा आरोप अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने किया था। उसे अब दुनियाभर से स्वीकृति मिलने लगी है। इस संक्रमण के कारण बारह हज़ार नागरिकों को गँवानेवाली इटली में चीन के विरोध में ग़ुस्से की तीव्र लहर उमड़ पडी है। इस संक्रमण के कारण इटली के हुए नुकसान का मुआवज़ा चीन से ही वसूला जायें, ऐसी माँग कर इटालियन जनता ने उसके लिए मुहिम शुरू की है।

इस नुकसान का मुआवज़ा चीन दे दें, ऐसा किस-किसको लगता है, ऐसा सवाल पूछकर इटालियन पत्रकार फ्रॉनिस्को मारीनो ने यह मुहिम शुरू की। उसे इटली से बहुत बड़ा प्रतिसाद मिल रहा है। चीन ने इस संक्रमण के बारे में जानकारी शुरुआती दौर में छिपाकर रखी थी। उसी कारण आज दुनिया पर इतना बड़ा संकट टूट पड़ा है, ऐसा दावा करके, चीन को इसकी क़ीमत चुकाने के लिए मजबूर करने की माँग ब्रिटन में भी शुरू हुई है। अब इटली में भी उसका प्रतिबिंब दिखायी देने लगा है और आनेवाले समय में यह मुहिम अधिक ही तीव्र होगी, ऐसा स्पष्ट रूप में दिखायी देने लगा है।

अमरीका में भी, चीन से तक़रीबन २० ट्रिलियन डॉलर का मुआवज़ा माँगनेवाली याचिका दाख़िल की गयी है। इससे इस संक्रमण को लेकर चीन पर का दबाव बढ़ता ही चला जा रहा है। चीन से बहुत ही अच्छे संबंध होनेवाली इटली की सरकार ने अब तक आक्रमक भूमिका अपनाना टाला था। इस संक्रमण की तीव्रता बढ़ने पर भी इटालियन सरकार ने खुलेआम चीन के विरोध में वक्तव्य नहीं किये थे। लेकिन अब जनमत का दबाव इटालियन सरकार को चीन के विरोध में भूमिका अपनाने के लिए मजबूर कर सकता है। इटली में चीन का बहुत बड़ा निवेश है। इटली की राजधानी रोम में चीन की कई कंपनियाँ कार्यरत हैं। इस कारण इटली की सरकार चीन के विरोध में भूमिका अपनाने से झिझक रही है।

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