शीतयुद्धकालिन मनोवृत्ति का आरोप लगाकर चीन ने लगाई ऑस्ट्रेलिया के साथ किए गए आर्थिक समझौते पर रोक

बीजिंग/कैनबेरा – चीन ने ऑस्ट्रेलिया के साथ किए गए अहम आर्थिक समझौते पर अनिश्‍चित काल के लिए रोक लगाने का ऐलान किया है। ऑस्ट्रेलिया शीतयुद्धकालिन मनोवृत्ति वाला देश है और चीन से भेदपूर्ण बर्ताव कर रहा है, यह आरोप चीन ने लगाया है। इस पर ऑस्ट्रेलिया ने चीन का यह निर्णय दुर्भाग्यपूर्ण होने का बयान किया है। ऑस्ट्रेलिया ने कुछ दिन पहले ही चीन की महत्वाकांक्षी ‘बेल्ट ऐण्ड रोड’ योजना को जोरदार झटका दिया था। चीन का यह निर्णय इस पर जवाब होने की बात कही जा रही है।

चीन ऑस्ट्रेलिया का सबसे बड़ा व्यापारी भागीदार के रूप में पहचाना जाता है। वर्ष २०१९ में ऑस्ट्रेलिया के कुल व्यापार में चीन का हिस्सा २९ प्रतिशत था। इसके पीछे दोनों देशों ने वर्ष २०१५ में किया व्यापारी समझौता और चीन की जारी कोशिश ज़िम्मेदार थी। लेकिन, बीते दो वर्षों से ऑस्ट्रेलिया और चीन के संबंध तेज़ी से बिगड़ना लगे हैं और चीन का नया निर्णय इसी का हिस्सा है।

ऑस्ट्रेलिया के अलग-अलग क्षेत्रों में चीन ने अपना प्रभाव बढ़ाया है और इसी के जोर पर चीन ने दखलअंदाज़ी भी शुरू की है। इस दखलअंदाज़ी को रोकने के लिए ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और उनकी सरकार ने आक्रामक निर्णय करने का सिलसिला शुरू किया था। ऑस्ट्रेलिया की संसद में चीन विरोधी कई विधेयक पारित किए गए हैं और इनमें चीन से बढ़ रहे खतरों का स्पष्ट ज़िक्र किया गया है। मॉरिसन सरकार की जारी इस कार्रवाई से चीन काफी बेचैन हुआ है और अपने आर्थिक और व्यापारी ताकत का इस्तेमाल करके चीन ऑस्ट्रेलिया पर दबाव बढ़ाने की कोशिश कर रहा है।

चीन-ऑस्ट्रेलिया इकॉनॉमिक डायलॉग को अनिश्‍चित समय के लिए स्थगित करके ऑस्ट्रेलिया की घेराबंदी करने की दिशा में चीन ने कदम उठाया होने की बात स्पष्ट हुई है। इससे पहले चीन ने ऑस्ट्रेलिया से आयात हो रहे कई सामानों पर कर बढ़ाया है और कुछ सामान के आयात पर पाबंदी भी लगाई है। चीन ने ऑस्ट्रेलिया के मंत्री से बातचीत करना भी बंद किया है। ऐसे में नए निर्णय का ऐलान करते समय चीन ने ऑस्ट्रेलिया के प्रशासन पर शीतयुद्धकालिन मनोवृत्ति रखने का आरोप लगाकर मौजूदा स्थिति में दोनों देशों के बीच शीतयुद्ध ही शुरू होने के संकेत दिए हैं।

चीन के इस निर्णय के बाद ऑस्ट्रेलियन डॉलर के मूल्य की ०.६ प्रतिशत गिरावट होने की बात सामने आयी है।

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