ब्रिटन द्वारा हॉंगकॉंगवासियों के लिए ‘नागरिकता वीज़ा’ की कार्यवाही शुरू

लंडन/बीजिंग – हॉंगकॉंग से बाहर निकलकर ब्रिटेन में आश्रय लेने के लिए उत्सुक होने वाले नागरिकों के लिए ‘सिटिज़नशिप वीज़ा’ योजना की कार्यवाही शुरू होने की घोषणा ब्रिटिश सरकार ने की है। हॉंगकॉंग में निवास कर रहे और ब्रिटेन का पासपोर्ट रखने वाले नागरिकों के लिए यह नया मार्ग खुला कर देने पर मुझे गर्व है, इन शब्दों में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन ने नई योजना कार्यरत होने का ऐलान किया। ब्रिटेन की इस योजना से बौखलाए चीन ने हॉंगकॉंग में निवास करने वालों के ब्रिटिश पासपोर्ट वैध नहीं माने जाएंगे, ऐसा जताया है। चीन के इस फैसले के कारण ब्रिटेन और चीन के बीच राजनीतिक संघर्ष बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं।

britain-hongkongचीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट हुकूमत ने पिछले साल जुलाई महीने में हॉंगकॉंग पर ‘नॅशनल सिक्युरिटी लॉ’ थोंपा का। इस कानून के अनुसार, चीन के विरोध में किया जाने वाला कोई भी कृत्य गैर कानूनी और राष्ट्र विरोधी करार दिया होकर, ऐसा कृत्य करने वालों को उम्र कैद की सजा सुनाने का प्रावधान है। इस कानून के तहत गिरफ्तार किए हॉंगकॉंग के नागरिकों पर किसी भी प्रकार के स्थानीय कानून लागू नहीं होंगे और नए कानून के तहत दाखिल होने वाले मुकदमे गुप्त पद्धति से चलाने की अनुमति भी संबंधित यंत्रणाओं को दी गई है। चीन ने थोपे इस नए कानून के विरोध में हॉंगकॉंग के साथ ही, आन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर तीव्र प्रतिक्रियाएँ आईं थीं।

britain-hongkongचीन के इस दमन तंत्र के विरोध में ब्रिटेन ने आक्रामक भूमिका अपनाते हुए, हॉंगकॉंगवासियों को ब्रिटीश नागरिकता के दरवाज़े खुले होने का ऐलान किया था। ब्रिटेन और चीन के बीच हुए समझौते के अनुसार, हॉंगकॉंग के लाखों नागरिकों को ब्रिटिश पासपोर्ट रखने की अनुमति है। इन नागरिकों को ब्रिटिश नागरिकता आसानी से उपलब्ध करा दी जाएगी ऐसी घोषणा ब्रिटेन ने पिछले साल की थी। उसकी कार्यवाही को शुरुआत हुई होकर लगभग ३ लाख नागरिकों को यह सुविधा उपलब्ध होगी, ऐसा बताया जाता है।

britain-hongkongब्रिटेन द्वारा इस योजना की शुरुआत की जाने से पहले लगभग सात हज़ार हॉंगकॉंगवासियों ने ब्रिटेन में आश्रय लिया होने की जानकारी सामने आई है। उन्हें एक साल में ब्रिटेन की नागरिकता प्राप्त होगी, ऐसा प्रावधान नयी योजना में है। हॉंगकॉंग के लिए लागू होने वाली ‘सिटिज़नशिप वीज़ा’ योजना के लिए संख्या की मर्यादा नहीं है, यह ब्रिटेन ने पहले ही घोषित किया है। इस कारण अगले कुछ महीनों में हॉंगकॉंग के ब्रिटीश पासपोर्ट होने वाले नागरिक हजारों की संख्या में ब्रिटेन में दाखिल होंगे ऐसा माना जाता है।

हॉंगकॉंगवासियों के लिए दरवाज़े खुले करने वाली ब्रिटेन की योजना के विरोध में चीन से तीव्र प्रतिक्रिया आई है ।चीन के प्रवक्ता झाओ लिजिआन ने, इसके आगे हॉंगकॉंग निवासियों के ब्रिटीश पासपोर्ट वैध नहीं माने जाएँगे, ऐसा कहकर ब्रिटेन को चेतावनी दी है। ब्रिटेन ने, चीन के साथ हुए समझौते के प्रावधानों का उल्लंघन किया होने का आरोप भी चिनी प्रवक्ता ने किया।

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