‘ब्लैक वाटर’ अफगानिस्तान में लौटेगा- अमरीका के दैनिक का दावा

वाशिंगटन, दि.१३: ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ इस अमरिकी दैनिक ने दावा किया है कि, इससे पहले इराक और अफगानिस्तान के आतंकवादी संघर्ष में शामिल हुए ‘ब्लैक वाटर’ इस विवादस्पद निजी रक्षा कंपनी के सैनिक अफगानिस्तान में फिर से तैनात किए जा सकते हैं।अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प के सलाहकार जॅरेड कश्नर और स्टीव बॅनन ने अफगानिस्तान के संघर्ष में सहायता के लिए ‘ब्लैक वाटर’ के प्रमुखों से संपर्क करने की खबर इस दैनिक ने दी है।

सैनिक अफगानिस्तान में फिर से तैनात

अमरिका के दैनिक ने प्रसिद्ध की जानकारी के अनुसार, राष्ट्राध्यक्ष के सलाहकार जॅरेड कश्नर और स्टीव बॅननने‘ब्लैक वाटर’ कंपनी के प्रमुख ‘एरिक प्रिंस’ साथ ही ‘डिनकॉर्प इंटरनेशनल’ इस दूसरी एक निजी कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी ‘स्टीवन फेनबर्ग’ के साथ चर्चाकी है।प्रिंस और फेनबर्ग अफगानिस्तान के संघर्ष को लेकर नई योजना बनाएं, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष के सलाहकार ने सुझाव दिया है।

अफगानिस्तान में तालिबान, ‘आईएस’ इस आतंकवादी संघटना के हमले बढ़ रहे हैं। इस पृष्ठभूमि पर ट्रम्प प्रशासन ने अफगानिस्तान के संघर्ष में नई सेना तैनात करने की घोषणा की थी।वर्तमान में अफगानिस्तान में अमरिका के ९८०० सैनिक तैनात हैं, जल्द ही अमरिका और ४००० सैनिक यहाँ पर तैनात करेगी, ऐसा पेंटागन ने कहा है।

लेकिन अफगानिस्तान के इस दीर्घकालीन संघर्ष में अमरिका के सैनिकों की जीवितहानी बढ़ सकती है।इस लिए अमरिकन सैनिकों के बदले में निजी रक्षा कंपनियों के सैनिकों को तैनात करने के बारे में ट्रम्प प्रशासन विचार कर रहा है, ऐसा दावा अमरिकी दैनिक ने किया है।‘ब्लैक वाटर’ के ‘एरिक प्रिंस’ ट्रम्प के मित्र होने का दावा किया जा रहा है।इस वजह से ट्रम्प ‘ब्लैक वाटर’ को अफगानिस्तान में फिर से तैनात कर सकते हैं, ऐसा दावा अमरिकी दैनिक कर रहा है।ऐसा हुआ तो अफगानिस्तान में खूनखराबा फिर से बढेगा, ऐसा दावा ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ कर रहा है।लेकिन ट्रम्प प्रशासन ने इस बात को लेकर कुछ भी खुलासा नहीं किया है।

अमरिका पर हुए ९/११ के आतंकवादी हमले के बाद तत्कालीन राष्ट्राध्यक्ष जॉर्ज बुश ने अफगानिस्तान और इराक में आतंकवाद विरोधी संघर्ष पुकारा था। इस संघर्ष में अमेरिकन सैनिकों के साथ साथ निजी कंपनियों के सुरक्षा जवान भी शामिल थे।

इस में ‘एरिक प्रिंस’ के विवादस्पद ‘ब्लैक वाटर’ का भी समावेश था।अफगानिस्तान और इराक में अमरिका के वरिष्ठ अधिकारियों की साथ ही सेना अड्डों की रक्षा की जिम्मेदारी इस कम्पनी पर सौंपी गई थी।इस के लिए अरबो डॉलर्स की फ़ीस ली गई थी।

लेकिन इस निजी रक्षा कंपनी के जवानों ने आतंकवादी विरोधी संघर्ष के तहत स्थानीय लोगों पर किए हमलों की वजह से अगले काल में इस कंपनी का ठेका रद्द किया गया था।अन्तर्राष्ट्रीय स्तर से भी ‘ब्लैक वाटर’ पर कड़ी आलोचना की गई थी।इसके बाद ‘एरिक प्रिंस’ ने ‘ब्लैक वाटर’ बेचने की भी ख़बरें आई थी।लेकिन फिर एक बाद यह विवादस्पद कंपनी चर्चा में आ गई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.