‘अमरीका फर्स्ट’ नीति जारी रहेगी : अमरिकी संसद में राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प का बयान

वॉशिंग्टन, दि. १ : ‘यह राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने ‘राष्ट्राध्यक्ष’ जैसा किया हुआ पहला ही भाषण है|’ ऐसे शब्दों में ट्रम्प के विरोधियों द्वारा भी, संसद में किये उनके भाषण की सराहना की गयी| अमरीकी संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने अपनी सरकार के उद्देश्य तथा नीतियों को नये सिरे से स्पष्ट किया और निर्वासितों के बारे में अपनी नीति नर्म करने की बात कही| ‘लेकिन  ‘अमरीका फर्स्ट’ इस नीति को बदला नहीं जायेगा’ ऐसा कहते हुए ट्रम्प ने, उनके ‘बजेट’ में रक्षानिधि में बढ़ोतरी होगी और कल्याणकारी योजनाओं का खर्चा घटाया जायेगा, ऐसी घोषणा की|

‘अमरीका फर्स्ट’अमरीकी रक्षा विभाग के खर्चे में करीब ५४ अरब डालर इतनी विशाल मात्रा में बढोतरी होगी| यह प्रावधान बेहद ज़रूरी है, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प का दावा है| रक्षाविषयक खर्चे में बढोतरी होते समय, कल्याणकारी योजनाओं के खर्चे में कटौती होगी, ऐसे स्पष्ट संकेत राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प द्वारा दिये गये हैं और व्हाईट हाऊस के प्रवक्ता द्वारा दिये बयान से यही संदेश प्रतीत हो रहा है| ट्रम्प द्वारा कहा जा रहा है कि अमरीका का सैनिकी बल बढ़ाना बेहद ज़रूरी है और इन्हीं शब्दों में वह रक्षा विभाग के प्रावधान में बढोतरी का समर्थन कर रहे हैं| लेकिन ट्रम्प की रिपब्लिकन पार्टी के नेता जॉन मॅक्केन द्वारा, रक्षा विभाग के खर्चे में हुई बढ़ोतरी भी कम ही होने का दावा किया जा रहा है|

ट्रम्प ने, अमरीका में आसरा लेनेवाले निर्वासितों के प्रति विरोध की अपनी भूमिका कुछ हद तक नर्म की है| निर्वासितों के खिलाफ नयी सूचि में से इराक का नाम हटाया गया है, ऐसा कहा जाता है| अब इसके बाद निर्वासितों के बारे में गुणवत्ता पर आधारित नीति का स्वीकार करने की आवश्यकता है, ऐसा दावा ट्रम्प ने किया है|

‘अमरीका आनेवाले समय में भी नाटो के पीछे दृढतापूर्वक खड़ी रहेगी| लेकिन नाटो के सदस्यदेशों को भी चाहिए कि वे इसके आगे रक्षासंबंधित खर्च का बोझ उठाने का प्रयास करें’  ऐसी उम्मीद अमरीकी राष्ट्राध्यक्ष ने अपने भाषण में जतायी|

‘अमरीका फर्स्ट’ नीति जारी रहेगी, ऐसा कहते हुए, इसके तहत अमरीका की सुरक्षा और अमरीका में रोजगारनिर्माण को सबसे ज़्यादा अहमियत दी जायेगी और इस संबंध में किसी भी प्रकार का समझौता नहीं होगा, ऐसा विश्‍वास राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने अपने भाषण में जताया| वहीं, ज्यू समुदाय पर होनेवाले हमले और भारतीय अभियंता के. श्रीनिवास की हत्या पर भी उन्होंने शोक जताया| अमरीकी समाज में नफरत के लिए जगह नहीं हो सकती और अमरीका एकसाथ होकर इन घटनाओं का निषेध जता रही है, ऐसा अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने कहा|

अमरीकी राष्ट्राध्यक्ष का भाषण संतुलित था, यह बात उनके विरोधकों को भी माननी पड़ रही है| लेकिन विपक्षी दल के नेताओं द्वारा ट्रम्प की नीतियों को लक्ष्य बनाया जा रहा है| ‘ट्रम्प अमरिकी मध्यमवर्ग के हित का विचार करने का आश्‍वासन देते हुए सत्ता में आये हैं| लेकिन अब वे गरीबों तथा मध्यमवर्ग के लिए लाभदायी साबित होनेवाली योजनाओं पर कुल्हाडी चलानेवाले हैं| हम ऐसा नहीं होने देंगे’ ऐसी चेतावनी डेमोक्रॅट पार्टी के नेताओं ने दी| ट्रम्प की रिपब्लिकन पार्टी के कुछ नेताओं को भी ‘बजेट’ पसंद नही आया| कुछ प्रावधानों को अमरीकी संसद में चुनौती मिलेगी, ऐसे दावे मीडिया द्वारा शुरु होकर, डेमोक्रॅट पार्टी ने इस मोरचे पर अपनी तैयारियाँ शुरु की हैं|

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