पर्शियन खाड़ी की पॅट्रियॉट यंत्रणाएँ अमरीका रशिया- चीन के विरोध में तैनात करेगी – अमरिकी अखबार का दावा

persian-gulf-us-chinaवॉशिंग्टन – सऊदी अरब और खाड़ी क्षेत्र के अरब मित्र देशों की सुरक्षा के लिए तैनात की गई पॅट्रियॉट हवाई सुरक्षा यंत्रणा अमरीका ने हटा दी है। आनेवाले समय में अमरीका का लष्कर भी वापस बुलाया जानेवाला है। पर्शियन खाड़ी से हटाई जानेवालीं पॅट्रियॉट यंत्रणाएँ तथा अन्य शस्त्रास्त्र अमरीका, आनेवाले समय में रशिया और चीन के विरोध में तैनात करेगी, ऐसा दावा अमरीका के अग्रसर अखबार ने किया। अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने भी ऐसी चेतावनी दी थी, इसकी याद इस अमरिकी अखबार ने करा दी।

पर्शियन खाड़ी से सेना कटौती करने के आदेश अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने पेंटॅगॉन को दिए हैं। इस पृष्ठभूमि पर, पेंटॅगॉन ने सऊदी अरब से तीन पॅट्रियॉट क्षेपणास्त्र यंत्रणाएँ हटाईं हैं। इनमें प्रिन्स सुल्तान हवाई अड्डे पर तैनात पॅट्रियॉट इस हवाई सुरक्षा यंत्रणा का समावेश है। साथ ही, पर्शियन खाड़ी में तैनात होनेवाला और अमरीका का विमानवाहक युद्धपोत तथा जासूसी यंत्रणा भी अमरीका ने हटाई होने की खबर ‘द वॉल स्ट्रिट जर्नल’ इस अमरिकी अखबार ने दी।

persian-gulf-us-chinaसाथ ही, पेंटॅगॉन ‘थाड’ क्षेपणास्त्रभेदी यंत्रणा, ड्रोन्स तथा क्षेपणास्त्रभेदी बॅटरीज् भी हटाने का विचार कर रहा है। शस्त्रसामग्री के साथ ही पेंटॅगॉन पर्शियन खाड़ी में तैनात होनेवाले अपने जवानों की संख्या में भी कटौती करनेवाला है, ऐसा कहा जाता है। इस साल की शुरुआत में यहाँ पर ९० हज़ार जवान तैनात थे। ईरान के साथ बढ़ते तनाव की पृष्ठभूमि पर, तत्कालीन राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने पर्शियन खाड़ी में अमरिकी जवानों की तैनाती बढ़ाई थी।

फिलहाल इस क्षेत्र में अमरीका के ५० हजार जवान तैनात है। इसमें कटौती की जाएगी, ऐसा इस अखबार का कहना है। यदि अमरीका की सत्ता में आयें, तो खाड़ी क्षेत्र में अमरीका की सेना तैनाती कम करने की घोषणा राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने इससे पहले की थी। इस पृष्ठभूमि पर, बायडेन प्रशासन यह कटौती कर रही है, इस पर यह अमरिकी अखबार गौर फरमा रहा है।

लेकिन इस सेना कटौती के कारण, सऊदी तथा अरब मित्र देशों की सुरक्षा पर असर हो सकता है, ऐसा दावा किया जाता है। लेकिन सऊदी की सुरक्षा के मुद्दे पर अमरीका की भूमिका में बदलाव नहीं होगा, ऐसा पेंटॅगॉन के अधिकारियों का कहना है। साथ ही, इसके आगे सऊदी स्वसुरक्षा की ज़िम्मेदारी उठाएँ, ऐसी उम्मीद पेंटॅगॉन ज़ाहिर कर रहा है। इसके लिए अमरीका का रक्षा मुख्यालय सऊदी में ‘टायगर टिम’ का पथक तैनात करने वाला है, ऐसा भी इस अखबार ने कहा है।

persian-gulf-us-chinaवहीं, रशिया और चीन से बड़े हुए खतरे को मद्देनजर रखते हुए, बायडेन प्रशासन पर्शियन खाड़ी से हटाईं गईं शस्त्रसामग्रियों की तैनाती आनेवाले समय में इन देशों के विरोध में कर सकता है, ऐसा इस अमरिकी अख़बार का कहना है। पेंटॅगॉन के प्रवक्ता जॉन किरबाय ने इस खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए, अमरीका के रक्षा मंत्री लॉईड ऑस्टिन ने पहला दौरा इंडो-पैसिफिक का किया, इस पर गौर फरमाया।

इसी बीच, अमरीका पर्शियन खाड़ी से वापसी कर रही होते समय, फ्रान्स का विमानवाहक युद्धपोत ‘चार्ल्स दी गॉल’ दो दिन पहले ही अपने युद्धपोतों के बेड़े समेत इस क्षेत्र में दाखिल हुआ। अमरिकी युद्धपोत की अनुपस्थिति में इसके आगे फ्रेंच युद्धपोत के पास पर्शियन खाड़ी की नौसेना की कमांड होगी। अगले कुछ हफ्ते यह तैनाती कायम हो रहेगी, ऐसी जानकारी सामने आ रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.