पुतिन, ट्रम्प द्वारा परमाणु अस्त्रों से लैस होने की घोषणाएँ

मॉस्को/वॉशिंग्टन, दि. २४: ‘रशियन सेना ने अपने परमाणु बम तथा प्रक्षेपास्त्र निर्माण को बढ़ावा देना चाहिए| दुश्मन की किसी भी प्रक्षेपास्त्रभेदी यंत्रणा को छेद दे सकते हैं, ऐसे प्रक्षेपास्त्र रशिया ने बनाने चाहिए’ ऐसी सूचना रशियन राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन ने की| वहीं, अमरीका के आगामी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने भी एटमी बमों की संख्या बढ़ाने का ऐलान करके पूरी दुनिया का ध्यान आकर्षित किया है| रशिया और अमरीका के नेताओं ने एटमी बमनिर्माण के संदर्भ में किये इन ऐलानों पर चिंता जताकर चीन ने इसका कड़ा विरोध जताया है|

putin-trump-gettyआनेवाले वर्ष में रशिया अपनी रक्षासामग्री पर अधिक ध्यान देनेवाला है, ऐसा रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने पत्रकार परिषद में स्पष्ट किया| रशिया की रक्षा की दृष्टि से जल्द से जल्द कदम उठाये जायेंगे, ऐसा कहकर पश्‍चिम, दक्षिणी, पश्‍चिम और आर्क्टिक क्षेत्र में सेना तैनाती बढ़ाने के संकेत दिये| इसके बाद रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने रक्षादलप्रमुखों की विशेष बैठक बुलायी| इस बैठक में राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने एटमी बम और प्रक्षेपास्त्रों की संख्या बढ़ाने की घोषणा की|

रशिया को अपनी एटमी क्षमता में बढ़ोत्तरी करने की ज़रूरत है, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने कहा| ख़ासकर फिलहाल अस्तित्व में रहनेवालीं और भविष्यकालीन किसी भी प्रक्षेपास्त्र सुरक्षायंत्रणा को भेदने की क्षमता रखनेवाले प्रक्षेपास्त्रों का निर्माण करने की जरूरत है, ऐसा रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने कहा| इसके अलावा, जागतिक राजनयिक-सैनिकी समतोल पर भी रशियन रक्षादलो ने विशेष ध्यान देना चाहिए| रशिया के पड़ोसी देशों में होनेवालीं वारदातों पर नजर रखते हुए रशिया को रहनेवाले खतरों को दूर करना चाहिए, ऐसी उम्मीद पुतिन ने जतायी|

us-russia-nuclear-warheads-nbcफिलहाल रशियन सेना के पास रहनेवाले एटमी बमों में करीब ६० प्रतिशत आधुनिक एटमी बम हैं| इनमें भी जमीन, पानी और आकाश से एटमी बम प्रक्षेपित करने की क्षमता रशिया ने विकसित की है| यह रशिया की ताकद है, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने कहा है| वहीं, सीरिया के संघर्ष में रशिया ने १६२ नये हथियारों का परीक्षण किया, ऐसी जानकारी रशियन रक्षामंत्री सर्जेई शोईगू ने दी|

रशियन राष्ट्राध्यक्ष द्वारा परमाणु अस्त्रों की संख्या में बढ़ोत्तरी करने के ऐलान के कुछ ही घंटों में, अमरीका के आगामी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने भी अमरीका की परमाणुनीति में बदलाव करने का ऐलान किया| पिछले दस साल में ओबामा प्रशासन द्वारा एटमी बम की संख्या मर्यादित रखने पर महत्व दिया गया था| साथ ही, इसके लिये राष्ट्राध्यक्ष ओबामा ने रशिया के साथ ‘स्टार्ट-१’ यह समझौता भी किया था| लेकिन पुरी दुनिया परमाणु अस्त्रों के निर्माण को प्राथमिकता दी जा रही होते समय, अमरीका ने एटमी बम की संख्या में कटौती करना गलत है, ऐसी टिपणी डोनाल्ड ट्रम्प ने दी थी| ट्रम्प की इस भूमिका का उनके प्रवक्ताओं ने समर्थन किया है| साथ ही, ट्रम्प का यह बयान अमरीका के विरोधकों को चेतावनी देने के लिए था, ऐसी प्रतिक्रिया ट्रम्प के प्रवक्ता ‘सीन स्पाइसर’ ने दी थी|

chunying-xinhuaअमरीका के एटमी बमों में बढोत्तरी करने के मामले में ट्रम्प ने किये ऐलान पर रशियन राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने प्रतिक्रिया दी है| ‘ट्रम्प के बयान में कुछ गलत नहीं है’ ऐसा रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने कहा| दुनिया की सबसे बड़ी सेना रहनेवाली अमरीका की ‘परमाणु अस्त्र संकल्पना’ पर कोई संदेह नहीं किया नहीं जा सकता, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने कहा|

इसी दौरान, ट्रम्प और पुतिन ने एटमी बमों की संख्या में बढोत्तरी करने के बारे में किये ऐलानों पर चीन ने विरोध जताया है| परमाणु अस्त्रों की कटौती और उनके इस्तेमाल पर पाबंदी लगाने का चीन समर्थन करता है, ऐसा चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने स्पष्ट किया| परमाणु अस्त्रों की सबसे अधिक संख्या रहनेवाला देश, परमाणुअस्त्रों का यह भंडार नष्ट करने की नैतिक ज़िम्मेदारी को पूरा करें, ऐसा आवाहन चुनयिंग ने किया| वहीं, अमरीका के आगामी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने परमाणु अस्त्र के संदर्भ में किये हुए बयानों पर चीन बारिक़ी से ग़ौर कर रहा है, ऐसा भी चीन की प्रवक्ता ने कहा है|

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