दो हफ्तों में कोरोना के एक्टिव्ह मामलों की संख्या में हुई १० लाख की गिरावट

– तीसरीं लहर का बच्चों को खतरा होने के कोई भी संकेत ना होने की बात केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा स्पष्ट। इससे संबंधित हो रहें दावे बेबुनियाद होने का केंद्र सरकार का बयान।

एक्टिव्ह मामलों की संख्यानई दिल्ली – देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या कम हो रही है। कुछ राज्यों में अभी भी स्थिति चिंताजनक है और ‘पॉझिटिव्ह रेट’ भी ज्यादा है। इसके बावजूद रोज़ाना सामने आ रहें कोरोना के मामलों की संख्या कम होने का संतोषजनक चित्र दिख रहा है। इस वजह से बीते दो हफ्तों के दौरान देश में कोरोना के ‘एक्टिव्ह’ संक्रमितों की संख्या में १० लाख की कमी हुई है। देश के १९७ जिलों में कोरोना का पॉझिटिव्ह रेट ५ प्रतिशत से भी कम हुआ है। ७ मई के दिन देश में ‘पॉझिटिव्ह रेट’ ५ प्रतिशत से भी कम होनेवाले जिलों की संख्या ९२ थी, इस ओर केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग के सचिव लव अग्रवाल ने ध्यान आकर्षित किया है। साथ ही, इस बार देश में कोरोना की तीसरी लहर टकराने के बाद बच्चों को अधिक खतरा रहेगा, ऐसें हो रहें दावे ‘एम्स’ के संचालक डॉ.रणदिप गुलेरिया ने ठुकराए हैं।

रविवार से सोमवार की सुबह तक के चौबीस घंटों के दौरान देश में कोरोना के २.२२ लाख नए मामलें सामने आए। बीते ४० दिनों में २४ घंटों के दौरान देखें गए कोरोना के नए मामलों की यह सबसे कम संख्या है। लेकिन, देश में कोरोना से हो रही मौतों की संख्या अभी कम नहीं हो सकी है। बीते चौबीस घंटों के दौरान देश में ४,४५४ कोरोना संक्रमित मृत हुए। ऐसें में अब कोरोना मृतकों की संख्या कम होने के लिए और कुछ दिन प्रतीक्षा करनी होगी, ऐसा विशेषज्ञों का कहना है।

३ मई तक देश में कोरोना का ‘पॉझिटिव्ह रेट’ १७.१८ प्रतिशत तक जा पहुँचा था। कुछ राज्यों में यही रेट बढ़कर ३० से ३५ प्रतिशत तक जा पहुँचा हुआ देखा गया था। लेकिन, अब यह रेट १०.१७ प्रतिशत तक कम हुआ है। ‘डब्ल्यूएचओ’ की सूचनाओं के अनुसार ‘पॉझिटिव्ह रेट’ ५ प्रतिशत से अधिक होना खतरनाक है। इस वजह से अभी भी देश में कोरोना का खतरा खत्म नहीं हुआ है।

लेकिन, कई जिलों में अब स्थिति में सुधार होने की बात स्वास्थ्य विभाग ने जारी किए आँकड़ों से स्पष्ट हो रही है। देश के १९७ जिलों का ‘पॉझिटिव्ह रेट’ फिलहाल ५ प्रतिशत या उससे कम हुआ है। ९ मई से ‘पॉझिटिव्ह रेट’ कम होनेवाले जिलों की संख्या १०० से बढ़ी है। साथ ही, १०५ जिलों में कोरोना संक्रमण की स्थिति स्थिर या नियंत्रण में होने का बयान स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव अग्रवाल ने किया है। देश में कोरोना के मौजूदा एक्टिव्ह संक्रमितों की संख्या अब कम होकर २७.२० लाख हुई है। इससे पहले यही संख्या ३७ लाख से अधिक हुई थी। इस वजह से स्वास्थ्य व्यवस्था पर काफी भार बना था।

ऐसें में, ‘एम्स’ के संचालक डॉ.गुलेरिया ने कोरोना की तीसरीं लहर से बच्चों के लिए अधिक खतरा होने के दावे ठुकराए हैं। तीसरीं लहर के दौरान बच्चों पर गंभीर असर होंगे, ऐसें किसी भी तरह के संकेत प्राप्त ना होने की बात उन्होंने स्पष्ट की। इस संक्रमण की पहली और दूसरी लहर के दौरान बच्चों में काफी कम संक्रमण हुआ है, यह बात प्राप्त आँकड़ों से स्पष्ट होती हैं। इस वजह से, तीसरीं लहर से होनेवाले संक्रमण को लेकर हो रहें दावे बेबुनियाद होने का, ‘पेडियाट्रिक्स असोसिएशन’ ने दर्ज़ किया हुआ अनुमान डॉ.गुलेरिया ने रेखांकित किया।

इसी बीच फंगस की बीमारी संक्रमण से फैलनेवाली ना होने की बात डॉ.गुलेरिया ने स्पष्ट की है। साथ ही,त इस फंगस की बीमारी को ब्लैक, यलो जैसें रंगों से पहचानने से बजाय उनके नामों से पहचानना उचित होगा। सोमवार के दिन ‘ऐस्ट्रैगलस’ यानी पीली फंगस का पहला मरीज़ देश में देखा गया है।

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