‘सॅटॅनिझम’ से बने खतरे में बढोतरी – इटली के एक्सॉर्सिस्ट फ्रैंकॉईस डरमाईन की चेतावनी

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तररोम: शैतान की उपासना का बडी आक्रामकता के साथ पुरस्कार दिया जा रहा है| इसके लिए वीडियो गेम्स का भी इस्तेमाल हो रहा है, यह दावा इटली के एक्सॉर्सिस्ट ‘फ्रैकॉईस डरमाईन’ ने किया है| सुपरनैचरल बातों का झांसा देकर युवा वर्ग में शैतानी एवं दुष्ट शक्तियों का प्रसार किया जा रहा है और युवा वर्ग इन कोशिशों का शिकार भी हो रहा है| इस वजह से उनका बर्ताव हिंसक और काफी आक्रामक हो रहा है| निधर्मीवाद के कारण बच्चों के मन में बने खालीपन का लाभ उठाकर काफी होशियारी के साथ इस काम को अंजाम दिया जा रहा है, ऐसा इशारा ‘फ्रैंकॉईस डरमाईन’ ने एक मुलाकात के दौरान दिया|

इटली में पिछले २४ वर्षों से ‘फ्रैंकॉईस डरमाईन’ एक्सॉर्सिस्ट यानी दुष्ट शक्तियों से त्रस्त लोगों को रिहा करने का काम कर रहे है, यह बताया जा रहा है| उन्होंने एक पत्रिका को दिए मुलाकात में वर्तमान में हो रही गतिविधियों पर गंभीर चिंता व्यक्त करके चेतावनी दी है| इस में ‘अग्रेसिव्ह सॅटॅनिझम’ यानी शैतान की उपासना का आक्रामकता के साथ पुरस्कार किया जाने का आरोप भी शामिल है| इसके लिए वीडियो गेम्स का इस्तेमाल होता है और पांच से दस वर्ष उम्र के बच्चे किसी भी एहसास के बिना ऐसी कोशिशों का शिकार बन रहे है’, ऐसा फ्रैंकॉईस डमाईन ने कहा है|

बच्चों को ‘सुपरनैचरल’ बातों में काफी दिलचस्पी रहती है| ऐसी बातें धर्म में भी शामिल है और इसके जरिए बच्चों की यह चाहत अच्छी तरीके से पुरी करना संभव होता है| पर, इस और विशेष ध्यान नही दिया जाता और निधर्मीवाद का पुरस्कार किया जाता है| इसी वजह से बच्चे ऐसी गलत गतिविधियों की ओर आकर्षित होते है, यह अफसोस भी ‘फ्रैंकॉईस डरमाईन’ ने व्यक्त किया| धर्म यानी ‘बोअरिंग’ बात होने की समझ बच्चों में बढी है| इसी कारण बच्चे वीडियो गेम्स में सुपरनैचरल बातों की खोज करते है और वहीं पर मग्न होते है| ऐसे कई बच्चे उन्हें ज्ञात हुए बीना ही शैतानी प्रवृत्ति की दिशा में आगे बढते है| इससे उनका बर्ताव हिंसक और अतिआक्रामक हो रहा है’, यह ‘डरमाईन’ का कहना है|

निधर्मीवाद का पुरस्कार करने से धर्म की अहमियत कम हो रही है और युगलों के अलग होने की मात्रा बढकर परिवारव्यवस्था टुट रही है| अलग हुए युगल अपने बच्चों को बेसहारा छोड देते है| इससे इन बच्चों पर बुरा असर होता है| इसी कारण यह समस्या और भी तीव्र हो रही है| यह चिंता का विषय नही है, बल्कि यह अब भयानक खतरे में परिवर्तित हुआ है| इस ओर अनदेखा करना संभव नही| क्यों की इससे हिंसक मानसिकता बढ रही है, यह दावा फैकॉईस डरमाईन ने किया|

साथ ही शैतानी और दुष्टशक्ति का पुरस्कार और प्रसार करने की कोशिश शुरू है और इसी उद्देश्य से इस वर्ष प्रकाशित हुई एक किताब का दाखिला फ्रैंकॉईस डरमाईन ने दिया| इस किताब में दुष्टशक्ति होनेवाले दस राक्षसों के फोटो है और इन्हें बच्चों को आकर्षित करने के लिए आवश्यक तरिके से पेश किया गया है| इस ओर भी फ्रैंकॉईस डरमाईन ने ध्यान आकर्षित किया| उनकी यह कोशिश ऐसे ही आगे बढती है तो समाज व्यवस्था टुटने के लिए ज्यादा समय की जरूरत नही रहेगी, यह इशारा भी डरमाईन ने दिया है|

Leave a Reply

Your email address will not be published.