देश में भारी बारिश से बनी बाढ़ की स्थिति में 868 लोगों की मौत – केंद्रीय गृह मंत्रालय की जानकारी

नई दिल्ली – देश के अलग अलग राज्यों में हो रही भारी बारिश और बनी बाढ़ की स्थिति में 868 लोगों की मौत होने की जानकारी केंद्रीय गृह मंत्रालय ने साझा की है। मंत्रालय के आपाद व्यवस्थापन विभाग ने जारी किए ‘फ्लड सिच्युएशन रिपोर्ट’ में यह जानकारी प्रदान की गई है। कई राज्यों में अभी भी तेज़ बारिश हो रही है और ऐसे में महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, आंध्र प्रदेश एवं तेलंगना के कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति निर्माण हुई है। अगले कुछ दिनों में बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र तैयार होगा और इन राज्यों में भारी बारिश होने की संभावना है, यह इशारा मौसम विभाग ने दिया है।

Rainअसाधारण भारी बारिश के साथ मौसम में हो रहे बदलावों के कारण इस वर्ष कई हिस्सों में आम जीवन बाधित होने की बात दिखाई पड़ी है। राजस्थान के जयपुर ज़िले के एक गांव में मात्र छह घंटों में 25 सेमी बारिश दर्ज हुई। बीते 24 घंटों में ओडिशा, छत्तीसगढ़, राजस्थान में रिकॉर्ड बारिश हुई है। ऐसे में अगले 24 घंटों में छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान एवं गुजरात के कुछ हिस्सों में मुसलाधार बारश होने की चेतावनी ‘नैशनल वेदर फोरकास्टिंग सेंटर’ ने जारी की है।

इस वर्ष हुई भारी बारिश और बाढ़ की स्थिति की वजह से केरल में सबसे अधिक 247 लोगों की मृत्यु हुई है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश में 191, पश्‍चिम बंगाल में 183, महाराष्ट्र में 139, गुजरात में 52, असम में 45 और नागालैण्ड में 11 लोगों की मृत्यु हुई है, यह जानकारी आपाद व्यवस्थापन विभाग ने प्रदान की है। अगस्त 11 से 14 के दौरान देश के सभी जगहों पर भारी बारिश हुई और वायव्य एवं मध्य भारत में धुंवाधार बारिश हुई। इस दौरान जुलाई महीने में औसतन बारिश में देखी गई कमी दूर होने की जाकनारी संबंधित रपट में दर्ज़ है।

वर्तमान में नैऋत्य मौसमी हवांएं सक्रिय होने से महाराष्ट्र के कोंकण, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाडा में मुसलाधार बारिश हो रही है। कुछ इलाकों में बाढ़ की स्थिति निर्माण हुई है। इस बारिश की वजह से अधिकांश बांधों में 80% से अधिक जल भंड़ारण हुआ है। खास तौर पर कृष्णा, भीमा, गोदावरी और कोयना नदी के क्षेत्र में संतोषजनक बढ़ोतरी हुई है। सूखे क्षेत्र के तौर पर जाने जा रहे मराठवाडा के सभी 873 जलपरियोजनाओं में 51% जल भंड़ारण हुआ है।

flood-warningपुणे क्षेत्र के बाँधों में 83.86% जलभंड़ारण होने की जानकारी संबंधित विभाग ने प्रदान की। कृष्णा घाटी के धोम, कण्हेर, उरमोडी, तारली, कोयना, वारणा, कासारी, तुलसी, राधानगरी, दूधगंगा और पाटगांव के बांध भी 80% से अधिक भर चुके हैं। कोयना बांध के क्षेत्र में भारी बारिश जारी है और बांध के छह दरवाज़े 10 इंच खोल दिए गए हैं। इसकी वजह से कोयना नदी से 54,246 क्युसेक्स पानी छोड़ा जा रहा है। गडचिरोली ज़िले के पर्लकोटा नदी उफान पर है और बाढ़ का पानी भामरागड में प्रवेश कर चुका है। इससे इस क्षेत्र के 100 गांव से संपर्क टूट चुका है और कई घर और दुकान पानी में डूबे हुए हैं।

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में शरयू नदी उफान पर होने से स्थिति गंभीर बनी है। इस बाढ़ में 55 हज़ार से अधिक लोगों का नुकसान हुआ है। तेलंगना की राजधानी हैदराबाद एवं ग्रामीण इलाकों में बारिश हो रही है और इससे कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है।

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