रशिया के साथ बने तनाव की पृष्ठभूमि पर अमरिका समेत १८ देशों के युद्धपोत ‘ब्लैक सी’ में दाखिल

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरओडेसा: अमरिका एवं रशिया के दौरान बढ़ते तनाव की पृष्ठभूमि पर ‘ब्लैक सी’ में नाटो का व्यापक नौसेना अभ्यास शुरू हुआ है| ‘सी ब्रीझ २०१९’ नामक इस युद्धाभ्यास में अमरिका एवं युक्रैन के साथ १९ देश शामिल हुए हैं और इसपर ध्यान रखने के लिए रशिया ने अपनी युद्धनौका नजदीकी सागरी क्षेत्र में तैनात करने की बात सामने आई है| इस अभ्यास में युक्रैन एवं जॉर्जिया शामिल होने पर रशिया ने नाराजगी व्यक्त की है और नाटो सदस्य देशों की संख्या बढ़ाने के लिए ऐसी गतिविधियां करने का आरोप किया है|

अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने रशिया के साथ किए आईएनएफ मिसाइल समझौते से वापसी करने के बाद दोनों देशों में तनाव अधिक बड़ा है| रशिया से अमरिका को लगातार चेतावनी देने के बाद भी ट्रम्प ने अपनी वापसी का निर्णय कायम रखा है और इसके विपरीत उसके लिए रशिया को जिम्मेदार ठहराया है| ऐसे में चर्चा के लिए तैयार होने की भूमिका कायम रखते हुए रशियाने अमरिका पर एक तरफा निर्णय करने की आलोचना की है|

आईएनएफ से वापसी के बाद दोनों देशों में शस्त्र स्पर्धा अधिक तीव्र हुई है| पिछले कुछ महीनों में दोनों देशों ने प्रगत मिसाइलों के विविध स्तर पर परीक्षण करने के दावे प्रसार माध्यमों से सामने आ रहे हैं| दोनों देशों के रक्षा दलों द्वारा हो रहे युद्धाभ्यास में इन हथियारों का प्रयोग होने के संकेत दिए गए हैं और इस दृष्टि से फिलहाल हो रहे युद्धाभ्यास अहम समझे जा रहे है|

‘सी ब्रीझ’ यह वास्तव में अमरिका एवं युक्रैन में आयोजित होनेवाला नौसेना अभ्यास है| फिर भी पिछले कुछ वर्षों में इस युद्धाभ्यास में शामिल होनेवाले अन्य देशों की संख्या बडी तादाद में बढ़ रही है| ऐसे में इस वर्ष युद्भाभ्यास में शामिल हुए १९ देश ३२ युद्धनौका और २४ लड़ाकू विमान उसी का भाग माना जा रहा है|

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