कोरोना से संबंधित ‘वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनायझेशन’ की रिपोर्ट पर १४ देशों ने जताया ऐतराज़

corona-who-disagreementवॉशिंग्टन/जीनिव्हा – ‘वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनायझेशन’ (डब्ल्यूएचओ) ने दुनियाभर में फैली कोरोना महामारी के संदर्भ में प्रकाशित की रिपोर्ट पर दुनिया के अग्रसर देशों ने तीव्र ऐतराज़ जताए हैं। अमरीका, जापान, इस्रायल समेत १४ देशों ने इस संदर्भ में संयुक्त निवेदन जारी किया है। इसमें बिना किसी हस्तक्षेप और दबाव के, कोरोना के उद्गम की निष्पक्ष तहकिक़ात होनी चाहिए, ऐसी आग्रही माँग की गई है। उसी समय, ‘डब्ल्यूएचओ’ के महासंचालक टेड्रॉस घेब्रेस्यूस ने, चीन ने स्वास्थ्य संगठन के पथक को पूरी जानकारी ना दी होने का दावा करने के कारण सनसनी मची है।

पिछले साल की शुरुआत में कोरोना की महामारी फैलने की शुरुआत होने के बाद corona-who-disagreementदुनियाभर के प्रमुख देशों ने यह माँग की थी कि चीन में फौरन पथक भेजकर जाँच करें। लेकिन चीन ने, कोरोना की शुरुआत चीन में हुई ही नहीं है, ऐसा बताकर तहकिक़ात के लिए अनुमति नकारी थी। अन्तर्राष्ट्रीय समुदाय ने दबाव बढ़ाने के बाद ‘डब्ल्यूएचओ’ को मजबूरन अन्तर्राष्ट्रीय तहकिक़ात का प्रस्ताव मानना पड़ा था। उसके अनुसार, जनवरी महीने में स्वास्थ्य संगठन का पथक चीन में दाखिल हुआ था। इस पथक की रिपोर्ट मंगलवार को प्रकाशित की गई।

corona-who-disagreementइस रिपोर्ट में यह बताया गया है कि कोरोना की महामारी चीन के वुहान शहर के ‘सीफूड मार्केट’ से फैली होगी । चीन की वुहान लैब से वायरस का प्रसार हुआ होने की संभावना बहुत ही कम है, ऐसा रिपोर्ट में कहा गया है। रिपोर्ट तैयार करनेवाले पथक के प्रमुख पीटर एम्बारेक ने, कोरोना की महामारी वुहान शहर में फैलने की शुरुआत अक्टूबर २०१९ से ही हुई होगी, ऐसा भी दावा किया है। लेकिन ‘डब्ल्यूएचओ’ की इस रिपोर्ट की अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर तीव्र आलोचना हो रही है।

corona-who-disagreementअमरीका समेत १४ देशों ने इस रिपोर्ट पर ऐतराज़ जतानेवाला संयुक्त निवेदन जारी किया है। उनमें ऑस्ट्रेलिया, जापान, इस्रायल, ब्रिटेन, कनाडा, दक्षिण कोरिया, झेक रिपब्लिक, डेन्मार्क, नॉर्वे, इस्टोनिया, लाटव्हिया, लिथुआनिया और स्लोव्हेनिया इन देशों का समावेश है। इसमें कोरोना के उद्गम की स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी तहकिक़ात की जाये, ऐसी आग्रही माँग की गई है। ‘वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनायझेशन’ के महासंचालक घेब्रेस्यूस ने, स्वास्थ्य संगठन के पथक को पूरी जानकारी प्राप्त करने में मुश्किलें आईं होने की क़बुली देकर, कोरोना के प्रसार के बारे में और जाँच होनी चाहिए, ऐसा बयान किया है।

१४ अग्रसर देशों ने जताया ऐतराज़ और महासंचालक ने किया बयान इनसे यही दिख रहा है कि कोरोना की महामारी के संदर्भ में चीन की भूमिका के बारे में होनेवाला शक और भी बढ़ा है।

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