अगर पाकिस्तान युद्ध ही चाहता है, तो अफगानिस्तान युद्ध के लिए तैयार है – अफगानिस्तान की सुरक्षा यंत्रणा की चेतावनी

काबुल – ‘अफगानिस्तान में शांति स्थापित करने के लिए यदि पाकिस्तान ने प्रामाणिक कोशिशें कीं, तो उससे अफगानिस्तान समेत पाकिस्तान का भी विकास होगा। लेकिन यदि तालिबान की मदद लेकर पाकिस्तान ने युद्ध की तैयारी की है, तो अफगानिस्तान भी इस युद्ध के लिए तैयार है’, ऐसी स्पष्ट चेतावनी अफगानिस्तान की गुप्तचर यंत्रणा के उपप्रमुख नझर अली वाहिदी ने दी। इस युद्ध की तैयारी के लिए पाकिस्तान ने तालिबान के नेताओं की पेशावर में बैठक बुलाई है, ऐसा आरोप वाहिदी ने किया।

afghan-pak-warताजिकिस्तान में हाल ही में संपन्न हुई ‘हार्ट ऑफ एशिया’ की बैठक में, अफगानिस्तान की स्थिरता के लिए अपना देश कोशिशें कर रहा होने की दिखावटी भूमिका अपनानेवाले पाकिस्तान के असली इरादे सामने आने लगे हैं। पाकिस्तान की कुख्यात गुप्तचर यंत्रणा ‘आयएसआय’ ने तालिबान के नेता और कमांडर्स को एकसाथ बुलाया है। आयएसआय पेशावर में तालिबान के इन नेताओं की बैठक बुलानेवाली है। अगले दो महीनों में तालिबान अफगानिस्तान में युद्ध छेड़ें, ऐसी सूचना आयएसआय तालिबान के आतंकियों को करनेवाली है।

अफगानिस्तान की गुप्तचर यंत्रणा ‘नॅशनल डायरेक्टोरेट ऑफ सिक्युरिटी’ (एनडीएस) के उपप्रमुख नझर अली वाहिदी ने माध्यमों से बातचीत करते हुए यह बात उजागर की । ‘अफगानिस्तान में शांति स्थापित करने के लिए यदि पाकिस्तान ने प्रामाणिक कोशिश की, तो उसका फायदा पाकिस्तान के विकास के लिए भी हो सकता है। लेकिन अफगानियों को कैसे मारा जा सकता है, इसी का विचार पाकिस्तान हमेशा करता रहता है। इसलिए यदि पाकिस्तान ने तालिबान की मदद से युद्ध की तैयारी की ही है, तो अफगानी लष्कर भी इस युद्ध के लिए तैयार है’, ऐसी कड़ी चेतावनी वाहिदी ने दी।

वाहिदी की तरह ही अफगानिस्तान के रक्षा तथा अंतर्गत सुरक्षा मंत्रालय ने भी तालिबान के बड़े हमलों की संभावना जताई है। प्रमुख स्थानों को लक्ष्य करके अफगानिस्तान में राजनीतिक बढ़त प्राप्त करने की योजना दुश्मन ने बनाई होने का आरोप अंतर्गत सुरक्षा मंत्रालय के उप प्रमुख मोहम्मद अन्वर बरीपाल ने किया। वही, अफगानिस्तान के दक्षिणी, पश्चिमी तथा कुछ प्रमुख प्रांतों की सुरक्षा को खतरा होने की जानकारी इस देश के उपरक्षामंत्री इक्बाल अली नादेरी ने दी।

पिछले कुछ हफ्तों से तालिबान ने अफगानिस्तान में हमलों की तीव्रता बढ़ाई है। अफगानी सुरक्षा यंत्रणाओं ने दी जानकारी के अनुसार, सोमवार और मंगलवार के बीच अफगानिस्तान के २० प्रांतों में तालिबान ने सुरक्षा यंत्रणाओं पर हमले किए थे। इन हमलों में अफगानी लष्कर की जीवितहानि होने का दावा किया जाता है। वहीं, कंदहार, हेल्मंड, गझ्नी, मैदान, वारदाक, बडाखशान, बल्ख, लाघमान इन प्रांतों में की कार्रवाई में ७४ तालिबानियों को मार गिराया, ऐसा अफगानी सुरक्षा यंत्रणाओं ने कहा है।

इसी बीच, पाकिस्तान का लष्कर और गुप्तचर यंत्रणा आयएसआय, तालिबान का इस्तेमाल करके अपने देश में अस्थिरता निर्माण कर रहे होने का आरोप अफगानिस्तान कर रहा है। कुछ ही हफ्ते पहले, तालिबान के वरिष्ठ नेताओं ने पाकिस्तान आकर प्रधानमंत्री इम्रान खान से मुलाकात करने की बात सामने आई थी। इस कारण, अफगानिस्तान की गुप्तचर यंत्रणा के उपप्रमुख ने किए आरोपों की अहमियत बढ़ी है।

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