पश्चिमी देशों का ‘प्राईस कैप’ ईंधन क्षेत्र का विनाश होगा – रशियन राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन की चेतावनी

मास्को – ‘ईंधन की कीमत पर लगाई गई मर्यादा वैश्विक ईंधन क्षेत्र को विनाश की ओर धकेलने वाला मार्ग है। ईंधन क्षेत्र में पहले से ही निवेश उम्मीद से कम हुआ है। भविष्य में कभी ऐसी स्थिति निर्माण होगी कि, यह उद्योग विश्व के लिए आवश्यक उत्पाद की मांग पूरी नहीं कर पाएगा। इसकी वजह से ईंधन की कीमतें आसमां छुएंगी। वर्तमान में जो देश दाम पर मर्यादा लगा रहे हैं उन्हीं का सर्वाधिक नुकसान हुए बिना नहीं रहेगा’, ऐसी करारी चेतावनी व्लादिमीर पुतिन ने दी। पुतिन यह चेतावनी दे रहे थे, तभी देश के उप-प्रधानमंत्री अलेक्झांडर नोवाक ने अगले साल से रशिया अपने ईंधन उत्पादन में पांच से सात प्रतिशत कटौती करेगी, यह इशारा दिया।

इस महीने की शुरूआत में रशिया द्वारा निर्यात हो रहे कच्चे तेल की कीमत पर नियंत्रण लगाने के अलावा समुद्री क्षेत्र से रशियन तेल की यातायात रोकने का निर्णय यूरोपिय महासंघ के साथ पश्चिमी गुट ने लिअया था। रशिया से आयात हो रहे कच्चे तेल के लिए 60 डॉलर्स प्रति बैरल और प्रतिघंटा प्रदान होनेवाले ईंधन वायू के लिए 180 यूरो की मर्यादा लगाने का निर्णय लिया गया है। रशिया ने इसका जोरदार विरोध किया है और इस पर विकल्प तलाशना शुरू किया है। कुछ दिन पहले  पश्चिमी देशों द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों को चकमा देने के लिए रशिया द्वारा 100 से अधिक ईंधन टैंकर्स के ‘शैड़ो फ्लीट’ बनाने की बात सामने आयी थी।

रशिया-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद पश्चिमी देशों ने रशियन अर्थव्यवस्था एवं ईंधन क्षेत्र को कमज़ोर करने के लिए काफी प्रतिबंध लगाए। इसका कुछ हद तक रशिया को नुकसान हुआ है, फिर भी ईंधन क्षेत्र और अर्थव्यवस्था को कमज़ोर बनाने की कोशिशों को बड़ी सफलता नहीं मिल पाई। अमरीका, ब्रिटेन समेत यूरोप के कई देशों ने रशियन ईंधन सीधे आयात करना बंद किया है। लेकिन, इसमें से कई देश विभिन्न अन्य मार्गों से रशियन ईंधन खरीद रहे हैं, यह भी बार-बार सामने आ रहा है।

लेकिन, आनेवाले दिनों में रशिया की नीति अधिक आक्रामक बनेगी, ऐसे संकेत राष्ट्राध्यक्ष पुतिन के इशारों से प्राप्त हो रहे हैं। रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने प्राईस कैप बाज़ार के नियमों के खिलाफ उठाया कदम होने का इशारा दिया। ईंधन उत्पादकों पर कीमत को मर्यादा के दायरे में लाने की कोशिश हो रही है और रशिया पर लगाई गई प्राईस कैप इसकी शुरूआत है, यह आरोप भी पुतिन ने लगाया। कीमत पर मर्यादा यानी ‘कॉलनाइजेशन’ की मानसिकता से की हुई ड़कैती है, ऐसी फटकार भी उन्होंने इस दौरान लगाई।

इसी बीच, रशिया सन 2023 से ईंधन उत्पादन प्रति दिन पांच से सात लाख बैरल्स कम करेगी, यह संकेत उप-प्रधानमंत्री अलेक्झांडर नोवाक ने दिए हैं। प्राईस कैप लगाने वाले देशों को कच्चा तेल और पेट्रोलियम उत्पाद निर्यात नहीं किया जाएगा, यह इशारा भी नोवाक ने दिया।

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