अटल संघर्ष आगे टालने के बजाय ईरान के साथ युद्ध अभी हुआ तो अच्छा होगा – इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू

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तेहरान – ‘ईरान के साथ युद्ध अटल है तो उसे आगे टालने के बजाय अभी हुआ तो अच्छा होगा’, ऐसा इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने अपने मंत्रिमंडल की बैठक में स्पष्ट किया है। ‘सीरिया के हिजबुल्लाह को ईरान शस्त्रसज्ज कर रहा है और इससे इजराइल को खतरे की संभावना है। इसीलिए ईरान को रोकना इजराइल के लिए आवश्यक है, इसीलिए युद्ध भड़का भी तो कोई समस्या नहीं है’, इन शब्दों में इजराइली प्रधानमंत्री ने मंत्रिमंडल की बैठक में अपनी भूमिका रखी है।

कुछ दिनों पहले इजराइली संसद ने नेत्यान्याहू को रक्षामंत्री लिबरमन की सहमति से युद्ध पुकारने का विशेषाधिकार प्रदान किया है। सीरिया में ईरान की गतिविधियाँ खतरनाक बन गई हैं और किसी भी समय इजराइल और ईरान के बीच युद्ध भड़क सकता है, ऐसी परिस्थिति है। इस पृष्ठभूमि पर इजराइल की संसद ने यह फैसला किया था। इजराइल के मंत्रिमंडल की बैठक में बोलते समय प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने फिर एक बार ईरान की तरफ से इजराइल को संभवित खतरे को अधोरेखित किया है और ईरान की सीरिया में चल रही गतिविधियों की तरफ ध्यान आकर्षित किया है।

‘इजराइल पर हमला करने के लिए सीरिया में स्थित हिजबुल्लाह को ईरान भारी मात्रा में हथियारों की आपूर्ति कर रहा है। इन प्रगत हथियारों में ड्रोन्स, जमीन से हवा में हमला करने वाले मिसाइल्स, ईरान की विमान भेदी सुरक्षा यंत्रणा इनसे ईरान को खतरा संभव है’, ऐसा नेत्यान्याहू ने कहा है। लेकिन हर हालत में ईरान को रोकने का दृढ संकल्प इजराइल ने किया है। इसके लिए युद्ध करना पड़ा तो भी कोई समस्या नहीं है, इजराइल इसके लिए भी तैयार है। ईरान के साथ युद्ध अटल है तो उसे आगे टालने के बजाय अभी हुआ तो अच्छा होगा’, ऐसा सीधे शब्दों में इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने इजराइल की भूमिका रखी है।

सीरिया में हिजबुल्लाह के आतंकवादी कार्यरत हैं और उनका इस्तेमाल करके ईरान सीरिया का परिवर्तन अपने लष्करी अड्डे में कर रहा है, ऐसा आरोप इजराइल ने बार बार किया था। लेकिन चाहे कुछ भी हो जाए इजराइल सीरिया को ईरान का लष्करी अड्डा नहीं बनने देगा, इसके लिए इजराइल किसी भी हद तक जा सकता है, ऐसा इजराइली नेता और लष्करी अधिकारी बार बार कह रहे हैं। साथ ही सरिया में स्थित हिजबुल्लाह और ईरान के अड्डों पर स्थित हथियारों का भंडार नष्ट करने के लिए इजराइलने जबरदस्त हवाई हमले किये थे। इन सभी हमलों की जानकारी इजराइल ने नहीं दी है, लेकिन अब तक इजराइल ने सीरिया में सैंकड़ों बार हमले करने का दावा इस देश के लष्करी अधिकारियों ने किया था।

आने वाले समय में भी इजराइल सीरिया में मुक्त रूपसे कार्रवाई करता रहेगा और इस कार्रवाई की आड़ में कोई भी देश आया तो इजराइल उसकी परवाह नहीं करेगा। यह कार्रवाई रोकने वाला देश रशिया तो भी रशिया इजराइल के निशाने पर होगा, ऐसी चेतावनी रक्षा मंत्री एवीग्दोर लिबरमन ने दी थी।

इस वजह से सीरिया और ईरान का पक्ष लेने वाले रशिया के साथ के इजराइल के संबंधों में तनाव बढने की बात सामने आ रही है। इस पृष्ठभूमि पर प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू अगले हफ्ते रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन से मुलाकात करके चर्चा करने वाले हैं। ईरान सीरिया में कार्रवाइयां तीव्र कर रहा है, ऐसे में रशियन राष्ट्राध्यक्ष के साथ अपनी मुलाकात का महत्व भारी मात्रा में बढ़ा है, ऐसा नेत्यान्याहू ने कहा है।

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