अमरीका-चीन संबंध ख़त्म होने की क़गार पर – चीन के विदेशमंत्री का दावा

बीजिंग/वॉशिंग्टन – अमरीका और चीन में सन १९७९ में राजनीतिक सहयोग स्थापित होने के बाद पहली ही बार, दोनों देशों के संबंध ख़त्म होने की क़गार पर जा पहुँचे हैं, ऐसा दावा चीन के विदेशमंत्री वँग यी ने किया है। अमरीका को चुनौती देने का, अमरीका का स्थान प्राप्त करने का या उससे संघर्ष करने का चीन का कभी भी उद्देश्‍य नहीं था, इन शब्दों में चीन के विदेशमंत्री ने बचावात्मक भूमिका के संकेत भी दिए हैं। अमरीका और चीन के अभ्यासगुटों का समावेश होनेवाले एक कार्यक्रम के दौरान चिनी विदेशमंत्री ने यह बयान करने की बात सामने आयी है। इस कार्यक्रम में अमरीका स्थित ज्येष्ठ राजनयिक एवं पूर्व विदेशमंत्री हेन्री किसिंजर भी शामिल थे, ऐसी जानकारी दी गई है।

अमरीका-चीन संबंध

कोरोना की महामारी की पृष्ठभूमि पर, अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने चीन के विरोध में संघर्ष अधिक तीव्र किया है। राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प के साथ, प्रशासन के वरिष्ठ नेता और अधिकारी लगातार चीन को लक्ष्य कर रहे हैं। अमरीका की संसद एवं अहम विभागों ने चीन की हुकूमत को झटका देनेवाले कई निर्णय किए हैं। चीनविरोधी मुहिम में, अमरीका ने अपने कई मित्रदेशों को भी शामिल किया है। साउथ चायना सी, हाँगकाँग, उइगरवंशियों जैसें कई मुद्दों पर चीन की घेराबंदी करने की कोशिश जारी है।

अमरीका की मुहिम का मुँहतोड़ जवाब देने की आक्रामक बयानबाजी करनेवाला चीन, अब घुटनों के बल पर गिरने के संकेत चीन के नेताओं के बयान से प्राप्त हो रहे हैं। कुछ हफ़्ते पहले चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग ने, अमरीका के साथ व्यापारी समझौता करने के लिए उत्सुक होने के संकेत दिए थे। पिछले महीने में चीन के वरिष्ठ नेता यांग जिएची ने, अमरीका के हवाई द्विपों पर विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ से भेंट की थी। इसके बाद अब चीन के विदेशमंत्री ने अमरीका के साथ संघर्ष नहीं, बल्कि शांति के साथ सहयोग की आवश्‍यकता है, यह भूमिका व्यक्त की है।

अमरीका-चीन संबंध

अमरीका और चीन दोनों ने भी एक ही समय पर सहयोग के लिए पहल करने की आवश्‍यकता है और इसके लिए तीन मुद्दों पर ज़ोर देना होगा, यह सुझाव विदेशमंत्री वँग यी ने रखा है। इसमें दोनों देशों के बीच जिन मुद्दों पर सहयोग संभव हैं, ऐसें मुद्दें; और जिन पर चर्चा ज़रूरी है ऐसें मुद्दें शामिल होने की बात यी ने कही। कुछ मुद्दों पर दोनों देशों के बीच सहमति होने की संभावना नहीं हैं, यह बात भी ध्यान में रखनी होगी, ऐसा कहकर चीन के विदेशमंत्री ने, अमरीका और चीन के बीच बना तनाव ख़त्म होनेवाला नहीं है, ऐसें संकेत भी दिए।

कोरोना की महामारी की पृष्ठभूमि पर, अमरीका और चीन के बीच नया शीत युद्ध शुरू होने का दावा कुछ विश्‍लेषक एवं नेता कर रहे हैं। चीन से भी इसी तरह के बयान सामने आये हैं। इस पृष्ठभूमि पर, चीन के विदेशमंत्री ने, अमरीका के साथ संबंध ख़त्म होने की क़गार पर जा पहुँचने की बात स्वीकार करके, बचावात्मक भूमिका अपनाना ग़ौरतलब साबित हो रहा है।

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