युद्धाभ्यास के रॉकेट लौन्चर्स अमरीका जापान में ही रखेगी – अमरिकी पैसिफिक कमांड के वरिष्ठ अधिकारी की जानकारी

टोकियो – जापान की सेना के साथ युद्धाभ्यास करते समय अमरीका ने इस्तेमाल किए हुए रॉकेट लौन्चर्स वापस ले जाने की कोई जल्दबाज़ी नहीं है। अगले युद्धाभ्यास तक अमरीका के यह रॉकेट लौन्चर्स जापान के अड्डे पर ‘ईस्ट चायना सी’ के सामने रुख करके तैनात रहेंगे, यह जानकारी अमरिकी पैसिफिक कमांड के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने साझा की। ईस्ट चायना सी क्षेत्र में चीन के साथ बढ़ता हुआ तना और उत्तर कोरिया की परमाणु हथियारों से सज्जित होने की चेतावनी के बाद अमरीका का यह ऐलान ध्यान आकर्षित कर रहा है।

‘ईस्ट चायना सी’ क्षेत्र के ‘अमानी ओशिमा’ द्विप पर अमरीका और जापान की सेना का हाल ही में युद्धाभ्यास हुआ। ताइवान से कुछ ही दूरी पर स्थित इस द्वीप के युद्धाभ्यास में अमरीका ने ‘हाय मोबिलीटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम्स’ (एचआईएमएआरएस-हायमार्स) जैसे जल्द गति से तैनात करने की क्षमता वाले रॉकेट लौन्चर्स का इस्तेमाल किया था। ५०० किलोमीटर मारक क्षेत्र के इन रॉकेट लौन्चर्स की अमरीका ने पहले रशिया विरोधी युदध के लिए यूक्रेन को भी आपूर्ति की है।

जापान के साथ युद्धाभ्यास पूर्ण होने के बाद अमरीका अन्य शस्त्र वापस ले जाती थी, फिर भी ‘हायमार्स’ अमामी ओशिमा द्वीप पर ही तैनात रहेंगे, यह अमरिकी पैसिफिक कमांड के जनरल चार्ल्स फ्लीन ने स्पष्ट किया। आनेवाले कुछ महीनों में अमरीका और जापान की सेनाओं के और युद्धाभ्यास आयोजित किए गए हैं। इसके लिए हायमार्स को जापान में ही तैनात रखा जाएगा, यह जानकारी जनरल फ्लीन ने प्रदान की। इस पर जापान के रक्षाबलप्रमुख जनरल योशिहिदे योशिदा से चर्चा होने का बयान जनरल फ्लिन ने किया।

पिछले कुछ हफ्तों से चीन ने ईस्ट चायना सी क्षेत्र में अपनी सैन्य आक्रामकता तीव्र की है। चीन के विध्वंसक अपने सेंकाकू द्विपों की सुरक्षा को चुनौती दे रही हैं, यह आरोप जापान लगा रहा है। ऐसे में चीन के लड़ाकू विमान और विध्वंसक ताइवान में घुसपैठ की कोशिश कर रहे हैं। अमरीका और जापान ने अपने विध्वंसक ताइवान की खाड़ी में रवाना किए थे। लेकिन अब ताइवान के करीब स्थित जापान के अमामी ओशिमा द्विप पर अमरीका ने हायमार्स रॉकेट लौन्चर्स तैनात करके चीन को चेतावनी दी हुई दिख रही है।

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