अमरिका की ‘स्पेस फोर्स’ से रशिया को खतरा – रशियन राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तर

मास्को – ‘अमरिका और नाटो अंतरिक्ष क्षेत्र को युद्धभूमि बनाने की कोशिश में है| इसके लिए अमरिका ने ‘स्पेस फोर्स’ का गठन भी किया है| पर, अमरिका की इस ‘स्पेस फोर्स’ से रशिया को सबसे अधिक खतरा बनता है’, यह आरोप रशियन राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने किया है| साथ ही अमरिका और नाटो की इस अंतरिक्ष क्षेत्र की तैयारी को जवाब देने के लिए रशिया ने भी अंतरिक्ष में लष्करी गुट स्थापित करने की जरूरत होने की बात राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने कही|

कुछ दिन पहले लंदन में ‘नाटो’ सदस्य देशों के विदेशमंत्रियों की विशेष बैठक हुई| ईस बैठक में अमरिका एवं यूरोपिय देशों ने अंतरिक्ष क्षेत्र को नाटो की युद्धभूमि करने के संकेत दिए| ‘जमीन, आकाश, समुद्र और सायबर क्षेत्र की तरह आगे से अंतरिक्ष भी नाटो के लिए भविष्य में पांचवी युद्धभूमि साबित होगी’, यह बात नाटो के प्रमुख जेन्स स्टोल्टनबर्ग ने कही थी| नाटो के सदस्य देशों ने स्टोल्टनबर्ग के ऐलान का स्वागत किया था|

इस वजह से रशिया एवं चीन से अंतरिक्ष में अपने उपग्रहों को बनता खतरा टालना मुमकिन होगा, यह उद्देश्य प्राप्त करना भी मुमकिन होगा, इसपर नाटो के २९ सदस्य देशों की सहमति बनी है| पर, नाटो की बैठक में हुए इस निर्णय पर एवं अमरिका की ‘स्पेस फोर्स’ पर रशियन राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने नाराजगी व्यक्त की| ‘अमरिका के सियासी एवं लष्करी नेतृत्व खुलेआम अतंरिक्ष यह युद्धभूमि होने की बात कह रहे है| जल्द ही अंतरिक्ष में लष्करी मुहीम शुरू करने की मांग अमरिकी सेना एवं सियासी नेता कर रहे है’, इस ओर राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने?ध्यान आकर्षित किया| 

अमरिका और नाटो की अंतरिक्ष में हो रही गतिविधियों को जवाब देने के लिए रशिया ने भी बडी कोशिश करने का ऐलान किया है| रशिया के राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने यह ऐलान किया है| ‘रशिया ने इससे पहले अतंरिक्ष के लष्करीकरण को विरोध किया था| पर, साथ ही अंतरिक्ष के अपने हिंतसंबंधों की रक्षा करने के लिए रशिया ने स्वतंत्र अंतरिक्ष गुट स्थापित करना जरूरी बना है’, यह बात पुतिन ने स्पष्ट की| पिछले वर्ष नवंबर महीने में रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने अतंरिक्ष क्षेत्र के लष्करीकरण का विरोध किया था|

इसी बीच पिछले कुछ वर्षों में अमरिका, रशिया, चीन, फ्रान्स जैसे प्रमुख देश अंतरिक्ष क्षेत्र के संभावित संघर्ष की बडी तैयारी करने की बात स्पष्ट हुई है| रशिया और चीन ने उपग्रहविरोधी मिसाइल का परीक्षण किया है| तभी, अमरिका ने उपग्रहों की सुरक्षा के लिए अंतरिक्ष में ‘लेजर’ तैनात करने के संकेत भी दिए थे| इसके अलावा अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने पिछले वर्ष से ‘स्पेस फोर्स’ एवं इसके साथ ही ‘स्पेस कमांड’ स्थापित करने के लिए मंजुरी दी है| अंतरिक्ष की चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए इस ‘युनिफाईड कॉम्बैट कमांड’ का निर्माण है, यह भी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने कहा था|

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