ईरान और येमन के हौथी विद्रोहियों के मुद्दे पर अमरीका-सौदी के विदेशमंत्रियों की चर्चा

वॉशिंग्टन/रियाध – ईरान ने साल २०१५ के परमाणु समझौते का उल्लंघन करने की चौंकानेवाली रपट प्रसिद्ध हो रही है और तभी अमरीका और सौदी के विदेशमंत्रियों की चर्चा हुई। ईरान का परमाणु समझौता और ईरान से जुड़े आतंकी संगठनों की वजह से इस क्षेत्र में खतरा निर्माण हुआ है और इस पर दोनों नेताओं ने अपने देश की भूमिका रखी। साथ ही यूक्रेन के मुद्दे पर सौदी ने पश्चिमी मित्रदेशों का साथ दे, यह आवाहन अमरीका ने किया। रशिया के विदेशमंत्री सर्जेई लैव्हरोव्ह सौदी पहुँच रहे हैं। इससे पहले अमरीका सौदी को रिझाने की कोशिश करती देखी जा रही है।

अमरीका के विदेशमंत्री एंथनी ब्लिंकन और सौदी अरब के विदेशमंत्री फैझल बिन फरहान अल सौद की फोन पर बातचीत हुई। येमन युद्ध के लिए सौदी ने दिखायी तैयारी के लिए विदेशमंत्री ब्लिंकन ने सौदी के प्रति आभार माना। इसके साथ ही ईरान के परमाणु कार्यक्रम के मुद्दे पर भी चर्चा की। खाड़ी की सुरक्षा के लिए अमरीका और सौदी के बीच व्यापक सहयोग की ज़रूरत की बात इस चर्चा में मंजूर की गयी, यह जानकारी अमरिका के विदेश विभाग ने साझा की।

इसके अलावा पिछले तीन महीनों से जारी रशिया-यूक्रेन युद्ध पर भी अमरिकी विदेशमंत्री ने सौदी से सहायता माँगी। यूक्रेन की संप्रभूता और क्षेत्रिय एकात्मता संरक्षित करने के लिए सौदी के साथ अंतरराष्ट्रीय समूदाय का समर्थन अहमियत रखता है, ऐसा विदेशमंत्री ब्लिंकन ने स्पष्ट किया। तभी, बायडेन प्रशासन ने ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ को आतंकी संगठनों की सूचि में रखने के मुद्दे पर किए निर्णय का सौदी ने स्वागत किया।

अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन जून के अन्त में खाड़ी देशों का दौरा करेंगे। पिछले साल राष्ट्राध्यक्ष पद की बागड़ोर संभालने के बाद पहली बार बायडेन खाड़ी का दौरा करेंगे। अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष के इस दौरे की तारीख अभी तय नहीं हुई है। लेकिन, राष्ट्राध्यक्ष बायडेन सौदी का दौरा करके बिगड़े हुए ताल्लुकात सुधारने की कोशिश करेंगे, ऐसा दावा अमरिकी माध्यम कर रहे हैं। इसके लिए विदेशमंत्री ब्लिंकन ने सौदी के विदेशमंत्री से चर्चा की, ऐसा इन माध्मयों का कहना है।

इसी बीच, रशिया के विदेशमंत्री सर्जेई लैव्हरोव्ह अगले कुछ घंटों में सौदी पहुँच रहे हैं। रशियन विदेशमंत्री रियाध में ‘गल्फ को-ऑपरेशन काऊन्सिल’ (जीसीसी) की बैठक में शामिल होंगे। यूक्रेन युद्ध की पृष्ठभूमि पर पूरे विश्व में ईंधन की कीमतों में उछाल आ रहा है और ऐसे में ओपेक और रशिया का सहयोग मज़बूत करने के लिए विदेशमंत्री लैव्हरोव्ह का यह दौरा होने का दावा खाड़ी के माध्यम कर रहे हैं। इस पृष्ठभूमि पर अमरीका के विदेशमंत्री सौदी की नाराज़गी दूर करके सौदी को अपने पक्ष में करने की ओर  कोशिश करते हुए दिख रहे हैं।

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